नमस्ते! अगर आप भारत में चल रहे व्यापार, शेयर बाजार या निवेश से जुड़ी खबरों को आसान भाषा में चाहते हैं, तो आप सही जगह पर आए हैं। यहाँ हम रोज़ की सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक घटनाओं को सरल शब्दों में समझाते हैं, ताकि आप जल्दी‑से‑जल्दी अपडेट रह सकें और अपने पैसे का बेहतर उपयोग कर सकें।
2024 में सोना ने 20% से अधिक रिटर्न दिया, जबकि चांदी ने चार साल में निवेशकों को दोगुना पैसा कमाया – यह दोनों धातुएँ अभी भी पोर्टफोलियो में जगह बनाये रखने लायक हैं। साथ ही, निफ्टी 50‑EMA के आसपास ट्रेडर सावधान रह रहे हैं क्योंकि तकनीकी स्तर पर हल्की गिरावट देखी जा रही है। केंद्रीय बजट 2025 का प्रसारण जल्द ही शुरू होगा; इसमें कर सुधार और इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च बढ़ाने की बातें प्रमुख होंगी, जो बड़े निवेशकों को नई योजना बनाने में मदद करेंगी।
आईपीओ बाजार भी गर्म है – टोलिंस टायर्स, ओला इलेक्ट्रिक और व्रज आयरन एंड स्टील जैसे बड़े नामों के ऑफ़र सब्सक्राइब हो रहे हैं। छोटे निवेशकों को लॉट साइज और प्राइस बैंड समझना जरूरी है ताकि वे सही समय पर कदम रख सकें। साथ ही, टाटा ग्रुप में अफवाहों ने शेयर कीमतें घटा दीं, लेकिन कंपनी ने तुरंत इन अफवाहों का खंडन किया – इस तरह के अस्थायी उतार‑चढ़ाव से बचने के लिए खबरों की सच्चाई जांचना बेहतर रहता है।
स्टॉक्स में निवेश करते समय सबसे पहला नियम है – विविधता रखें। सोना, चांदी, आईटी कंपनी जैसे TCS या रामा स्टील ट्यूब्स के साथ विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ें तो जोखिम कम होता है। अगर आप पेनि स्टॉक पसंद करते हैं, तो उनके तेज़ उछाल का पीछा न करें; अक्सर ये अस्थायी होते हैं और अचानक गिर भी सकते हैं।
तकनीकी संकेतकों पर नजर रखें: 50‑EMA या EMA ट्रेंड को समझकर एंट्री‑एक्ज़िट तय करना आसान हो जाता है। लेकिन याद रखें, केवल चार्ट नहीं, कंपनी की बुनियादी स्थिति भी देखना जरूरी है – जैसे राजस्व वृद्धि, प्रबंधन की योजना और सरकारी नीतियों का असर। उदाहरण के तौर पर, अगर सरकार एंजेल टैक्स घटाती है तो स्टार्ट‑अप इकोसिस्टम में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
अंत में एक सरल सुझाव – हर महीने अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें और जरूरत पड़ने पर रिवर्सल या रीबैलेंस करें। इससे आप बाजार के बड़े उतार‑चढ़ाव से बचेंगे और लम्बी अवधि में स्थिर लाभ बना पाएंगे। अगर कोई ख़ास शेयर आपको आकर्षित कर रहा है, तो पहले उसकी कंपनी रिपोर्ट पढ़ें, फिर ही पैसा लगाएँ। इस तरह की छोटी‑छोटी आदतें आपके निवेश को सुरक्षित बनाती हैं।
तो बस, अब आप व्यावसायिक समाचारों का सही उपयोग करके अपने पैसे को बढ़ा सकते हैं। नियमित अपडेट के लिए हमारी साइट पर वापस आते रहें और हमेशा एक कदम आगे रहें!
2024 में सोने ने 20% से ज्यादा रिटर्न दिया, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी पीछे छूट गए. बीते पांच सालों में सोने ने लगातार बेहतर कमाई दी है, जबकि चांदी ने भी निवेशकों के पैसे चार साल में दोगुने किए. जानिए क्यों बढ़ रही है सोने–चांदी में लोगों की दिलचस्पी और क्यों जरूरी है पोर्टफोलियो में बैलेंस बनाना.
आर्थिक सर्वे 2025 ने भारतीय अर्थव्यवस्था में मुनाफे के उच्चतर स्तर की ओर इशारा किया है, जबकि वास्तविक वेतन स्थिर है। यह असमानता आय वृद्धि में बड़ा प्रतिबंधक बन सकती है। मुख्य आर्थिक सलाहकार का सुझाव है कि बड़ी कंपनियों को वेतन वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। सरकार अवसंरचना में पूंजी डाल रही है, और सर्वे का मानना है कि निजी क्षेत्र को अब अनुकूल प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को प्रातः 11:00 बजे लोक सभा में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट प्रस्तुत करेंगी। इस महत्वपूर्ण बजट का सीधा प्रसारण आधिकारिक वेबसाइट और विभिन्न समाचार चैनलों पर किया जाएगा। बजट के मुख्य क्षेत्रों में कर सुधार, अवसंरचना विकास, सामाजिक कल्याण योजना और आर्थिक वृद्धि शामिल होंगे। यह बजट 'विकसित भारत 2047' के लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
भारत की जीडीपी वृद्धि दर वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 5.4% पर आ गई, जो पिछले दो वर्षों में सबसे कम है। निर्मिती और निजी खपत में कमजोरी के कारण यह गिरावट आई है, जिससे यह दर विश्लेषकों के अनुमानित 6.5% से कम है। अर्थशास्त्रियों ने साल के दौरान 7% वृद्धि के लक्ष्य पर चिंता व्यक्त की है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश में नया आईटी सेंटर स्थापित करने का फैसला किया है, जो 10,000 कर्मचारियों को आवासीय सुविधा प्रदान करेगा। यह कदम विशाखापट्टनम को भारत के आईटी और हाई-टेक केंद्र के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
टाटा ग्रुप के शेयरों में सोमवार को अचानक गिरावट दर्ज की गई। इसके पीछे रतन टाटा के अस्पताल में भर्ती होने की अफवाहें फैली हुई थीं। रतन टाटा ने स्वयं इन अफवाहों को खारिज करते हुए बताया कि यह केवल नियमित चिकित्सा जांच थी। इन अफवाहों के चलते टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, और अन्य महत्वपूर्ण कंपनियों के शेयर प्रभावित हुए।
Tolins Tyres Limited ने अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) को 9 सितंबर 2024 से 11 सितंबर 2024 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खोल दिया है। यह IPO ₹230 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखता है, जिसमें ₹200 करोड़ नई इक्विटी शेयर्स और ₹30 करोड़ ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल हैं। IPO का मूल्य बैंड ₹215 से ₹226 प्रति शेयर तय किया गया है। न्यूनतम लॉट साइज़ 66 शेयर्स का है। शेयर आवंटन 12 सितंबर 2024 को होने की संभावना है और लिस्टिंग की तिथि 16 सितंबर 2024 निर्धारित की गई है।
रामा स्टील ट्यूब्स के शेयर की कीमत में उल्लेखनीय उछाल देखा गया है। यह पेनी स्टॉक दो दिनों में 32% बढ़कर 20% ऊपरी सर्किट पर पहुंच गया है। इस उछाल ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। ऐसे स्टॉक्स में अक्सर सट्टा व्यापार और मार्केट सेंटिमेंट प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
रामा स्टील ट्यूब्स लिमिटेड (RSTL) के शेयर 5 सितंबर 2024 को 20% ऊपरी सर्किट पर पहुंचे, जब कंपनी ने ओनिक्स रिन्यूवेबल लिमिटेड के साथ रणनीतिक सहयोग की घोषणा की। यह सहयोग RSTL की ग्रीन ऊर्जा क्षेत्र में प्रविष्टि का संकेत देता है, जिससे कंपनी सौर परियोजनाओं के लिए विशेष स्टील संरचनाओं और ट्रैकर ट्यूब्स का उपयोग करेगी।
फिलिप्स कार्बन ब्लैक लिमिटेड (PCBL) के शेयर पिछले एक महीने में 93% बढ़ गए हैं। यह वृद्धि कंपनी के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और अनुकूल बाजार स्थितियों का परिणाम है। निवेशकों का विश्वास बढ़ने और कंपनी के उज्ज्वल भविष्य के कारण शेयरों में यह उछाल देखा गया है।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने हालिया पोस्ट में भारत से जुड़े एक महत्वपूर्ण खुलासे के संकेत दिए हैं। पिछले साल अदानी समूह पर लगाए गंभीर आरोपों के कारण चर्चा में आई इस अमेरिकी फर्म की नई रिपोर्ट को लेकर निवेशक और बाजार विश्लेषक उत्सुक हैं। अदानी समूह ने आरोपों का खंडन किया जबकि सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें क्लीन चिट दी है।
यह लेख निफ्टी इंडेक्स के वर्तमान तकनीकी दृष्टिकोण के बारे में चर्चा करता है, विशेष रूप से 50-दिन एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) क्षेत्र के आसपास इसके समर्थन पर ध्यान केंद्रित करता है। निफ्टी 23,950-24,000 के समर्थन क्षेत्र में है और 23,600 महत्वपूर्ण समर्थन स्तर है। निकटतम प्रतिरोध 24,150-24,200 के बीच है। विशेषज्ञों की राय में, अल्पकालिक रुझान कमजोर बना हुआ है।