केंद्रीय बजट 2025: निर्मला सीतारमण के बजट भाषण की तारीख, समय और प्रसारण की जानकारी

वित्त और अर्थव्यवस्था 1 फ़रवरी 2025 प्रियंका कश्यप

केंद्रीय बजट 2025: उम्मीदों और अपेक्षाओं की घड़ी

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लिए यह बजट पेश करना एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि यह उनका आठवां लगातार बजट प्रस्तुतीकरण होगा। ऐसा करके उन्होंने कई प्रमुख वित्त मंत्रियों जैसे मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी. चिदंबरम, यशवंत सिन्हा तथा मोरारजी देसाई को पीछे छोड़ दिया। हालांकि, मोरारजी देसाई ने अलग-अलग कालों में कुल 10 बजट प्रस्तुत किए थे, जो एक रिकॉर्ड है।

इस बार के बजट में कर सुधारों के साथ-साथ अधोसंरचना विकास पर भी विशेष ध्यान दिए जाने की उम्मीद है। सरकार की योजनाएं यह संकेत देती हैं कि वे देश की अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ाने के उपाय करेंगे। सामाजिक कल्याण योजनाओं के अंतर्गत गरीबों और मध्यम वर्ग के विकास के लिए विशेष पैकेज की भी उम्मीद है।

बजट सत्र का प्रारंभ और प्रसारण की जानकारी

बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ होगी और इसे दो चरणों में विभाजित किया गया है। पहला चरण 13 फरवरी तक चलेगा और दूसरा चरण 10 मार्च से 4 अप्रैल तक चलेगा। 1 फरवरी को सुबह 11:00 बजे से बजट भाषण का सीधा प्रसारण किया जाएगा, जिसे आधिकारिक यूनियन बजट वेबसाइट (indiabudget.gov.in), संसद टीवी और विभिन्न राष्ट्रीय समाचार चैनलों पर देखा जा सकेगा। इसके अतिरिक्त, कई समाचार आउटलेट्स जैसे हिंदुस्तान टाइम्स भी इस प्रक्रिया की लाइव कवरेज प्रदान करेंगे, जिसमें राजनीतिक प्रतिक्रियाएं, उद्योग विश्लेषण और बाजार प्रतिक्रिया शामिल होगी।

विकसित भारत 2047 की दिशा में

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बजट को 'विकसित भारत 2047' की ओर एक कदम के रूप में चिह्नित किया है। उन्होंने कहा कि इस बजट से देश को 100 वर्ष की स्वतंत्रता पर एक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने के लिए आवश्यक आत्मविश्वास और उर्जा मिलेगी। प्रधानमंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि इस बजट से गरीब और मध्यम वर्ग लाभान्वित होंगे।

बजट भाषण का सीधा प्रसारण किसी विशेष राष्ट्रीय पर्व के जश्न की तरह होता है, जहाँ नागरिक इसकी घोषणाओं का बेसब्री से इंतजार करते हैं। यह कई वादे और अपेक्षाएं जगाता है। इस समय, ग्लोबल इकॉनमिक स्ट्रक्चर के बदलावों के बीच, भारत को अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। उम्मीद है कि इस बजट के माध्यम से उन मुद्दों पर भी कदम उठाए जाएंगे जो देश की दीर्घकालिक आर्थिक वृद्धि में रुकावट डाल रहे हैं।

कुल मिलाकर, केंद्रीय बजट 2025 न केवल वित्तीय योजनाओं का दस्तावेज होगा, बल्कि यह इस दिशा में भी मार्गदर्शक साबित होगा कि भारत अपने आर्थिक लक्ष्यों को कैसे हासिल करने की योजना बना रहा है। इन योजनाओं के माध्यम से भारत विश्व मंच पर अपने कदम और भी मजबूत करेगा।

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