हिंडनबर्ग रिसर्च का अगला टारगेट: भारत की ओर संकेत

हिंडनबर्ग रिसर्च का अगला टारगेट: भारत की ओर संकेत
Shubhi Bajoria 10 अगस्त 2024 19 टिप्पणि

हिंडनबर्ग रिसर्च का अगला शिकार: भारत की ओर संकेत

अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च फिर से सुर्खियों में है, क्योंकि फर्म ने हाल ही में एक पोस्ट में भारत से जुड़ी एक बड़ी घोषणा के संकेत दिए हैं। इस फर्म ने अपनी खोजी और उच्च प्रभाव वाली रिपोर्टों के लिए ख्याति अर्जित की है, और इसके आने वाले खुलासे की प्रत्याशा ने निवेशकों और बाजार पर्यवेक्षकों को उत्तेजित कर दिया है।

हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, 'कुछ बड़ा जल्द ही, भारत,' जिससे संदेह होता है कि उनका अगला टारगेट किसी बड़े भारतीय व्यवसाय या व्यक्तित्व से संबंधित हो सकता है। पिछले साल, इस फर्म ने अदानी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं, शेयर बाजार में हेराफेरी, और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए थे।

अदानी समूह पर होंगे कितने गहरे आरोप?

अदानी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का जोरदार खंडन किया था, लेकिन रिपोर्ट के प्रकाशन के तुरंत बाद अदानी एंटरप्राइजेज के शेयर मूल्य में भारी गिरावट आई, जिससे समूह को 100 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ था। यह रिपोर्ट अदानी एंटरप्राइजेज के यूएसडी 2.5 बिलियन के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग से ठीक पहले जारी की गई थी, जिससे निवेशकों में चिंता की लहर दौड़ गई थी।

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ने बाद में अदानी समूह को क्लीन चिट दी थी और एक विशेष जांच टीम (SIT) द्वारा कोर्ट-मॉनिटरिंग की मांग को खारिज कर दिया था। लेकिन इसके बावजूद, अदानी समूह की छवि पर इसका असर पड़ा और शेयर बाजार में उनका मूल्यांकन भी प्रभावित हुआ।

हिंडनबर्ग रिसर्च की विवादित रणनीतियां

हिंडनबर्ग रिसर्च का इतिहास उच्च-प्रोफ़ाइल कंपनियों को लक्षित करने का रहा है। इससे पहले, फर्म ने निकोला, क्लोवर हेल्थ, ब्लॉक इंक, कैंडी, और लॉर्ड्सटाउन मोटर्स जैसी कंपनियों पर भी निशाना साधा है। इन सभी कंपनियों पर किए गए आरोपों ने शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल मचाई थी। फर्म का अनुसंधान अत्यंत विस्तार से होता है और उनके खोजपरक निष्कर्ष अक्सर विवादित होते हैं, परंतु बाजार पर इसका बड़ा प्रभाव होता है।

क्या हिंडनबर्ग रिसर्च का नया टारगेट भी उतना ही प्रभावशाली होगा? इसकी पुष्टि तो समय ही कर सकेगा, लेकिन इससे निवेशक और बाजार विश्लेषक उत्सुक हो गए हैं और नई रिपोर्ट को लेकर कई तरह की अटकलें लगा रहे हैं।

फर्म की नई रिपोर्ट पर नजरें जमाई

फर्म की नई रिपोर्ट पर नजरें जमाई

हिंडनबर्ग रिसर्च की इस नई पोस्ट ने व्यापारिक जगत में हलचल पैदा कर दी है। फर्म की अगली घोषणा का हर कोई इंतजार कर रहा है, विशेषकर इसलिए क्योंकि पिछली बार हिंडनबर्ग की रिपोर्ट अदानी समूह के शेयर मूल्य को भारी नुक्सान पहुंचाने में सफल रही थी। फर्म की पिछली रिपोर्टों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि इस बार भी फर्म कोई न कोई बड़ा खुलासा करने जा रही है।

अदानी समूह के पिछले केस में भी हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट के साथ कई दस्तावेज और सबूत प्रस्तुत किए थे। हालांकि अदानी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था, लेकिन हिंडनबर्ग ने बाजार में अपने आरोपों के दम को साबित कर दिखाया था।

भविष्य में क्या होगा?

भविष्य में क्या होगा?

हिंडनबर्ग रिसर्च की अगली रिपोर्ट के परिणामस्वरूप क्या होगा, इस पर अभी तक केवल कयास ही लगाए जा सकते हैं। लेकिन यह स्पष्ट है कि फर्म के द्वारा किए गए खुलासे व्यापार और निवेश में बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।

इस समय निवेशक और विश्लेषक यह जानने के लिए बेसबरी हो रहे हैं कि हिंडनबर्ग ने इस बार किसे टारगेट किया है। क्या यह कोई और बड़ा भारतीय व्यापार समूह होगा, या फिर किसी और डिजिटल प्लेटफॉर्म का भंडाफोड़?

फिलहाल तो बस निगाहें लगी हैं और समय ही बताएगा कि अगले खुलासे से किसकी पोल खुलेगी। लेकिन एक बात तो तय है कि हिंडनबर्ग रिसर्च की इस नई घोषणा से निवेशकों और बाजार के जानकारों में उत्सुकता और बेचैनी तो चरम पर पहुंच चुकी है।

19 टिप्पणि
leo kaesar अगस्त 12 2024

ये हिंडनबर्ग वाले तो भारत के ऊपर ही फोकस कर रहे हैं। क्या अमेरिका में कोई बड़ा फ्रॉड नहीं है जिस पर उन्हें काम करना चाहिए?

Ajay Chauhan अगस्त 12 2024

अदानी पर जो हुआ वो बस शुरुआत थी। अब ये लोग देख रहे हैं कि कौन सा बड़ा भारतीय बॉस अभी तक साफ बाकी है।

Atul Panchal अगस्त 12 2024

हिंडनबर्ग का मॉडल बिल्कुल साफ है - एक बड़ी कंपनी को टारगेट करो, डेटा को डिस्टॉर्ट करो, बाजार में पanic फैलाओ, शॉर्ट पज़ करो, और चले जाओ। ये फाइनेंशियल टेररिस्ट हैं।

Shubh Sawant अगस्त 12 2024

भारत के बारे में ऐसे बदमाश लोग क्यों बात करते हैं? हमारे अपने लोग बहुत ज्यादा बातें कर रहे हैं। अपने घर की सफाई करो पहले।

Patel Sonu अगस्त 14 2024

इस बार भी कोई बड़ा फ्रॉड आउट होगा बस इतना ही तो बाकी है अभी तो बस इंतजार है और बाजार भी बेचैन है

Puneet Khushwani अगस्त 14 2024

अदानी के बाद अब कौन

Adarsh Kumar अगस्त 15 2024

ये सब अमेरिकी कैपिटलिस्ट का षड्यंत्र है। भारत को कमजोर करने के लिए। हिंडनबर्ग के पीछे कौन है? गूगल? फेसबुक? सिटी बैंक? सब कुछ लिंक्ड है। ये बस एक टूल है।

Santosh Hyalij अगस्त 16 2024

कोर्ट ने अदानी को क्लीन चिट दे दी तो फिर ये रिपोर्ट का क्या मतलब? बस बाजार को डराने की कोशिश। बेवकूफ निवेशक अभी भी इस पर भरोसा करते हैं।

Sri Lakshmi Narasimha band अगस्त 18 2024

इंतजार कर रहा हूँ 🤔 क्या अगला टारगेट रिलायंस होगा? या फिर टाटा? कोई बड़ा बॉस बचा ही नहीं लगता 😅

Sunil Mantri अगस्त 19 2024

hndnburg kya hai ye? koi bda company nahi hai india me? sab kuchh fake lagta hai

Nidhi Singh Chauhan अगस्त 20 2024

अदानी के बाद अब फिर से वही स्क्रिप्ट... ये लोग तो भारत के बारे में बस एक ही बात करते हैं... ये रिपोर्ट्स किसी न किसी के लिए तैयार की जाती हैं और फिर बाजार को उल्टा-सीधा कर दिया जाता है।

Anjali Akolkar अगस्त 22 2024

हमें अपने बारे में खुद सोचना चाहिए... बाहर के लोग जो भी कहें वो उनका नजरिया है... हम अपने बिजनेस को बेहतर बनाएं तो कोई भी नहीं डरेगा 😊

sagar patare अगस्त 23 2024

ये फर्म तो भारत के ऊपर ही अपना बिजनेस बना रही है। हर बार जब कोई बड़ा नेम आता है तो वो आ जाती है। ये नहीं कि उन्हें कुछ खोजना है, बल्कि ये कि उन्हें किसी को तोड़ना है।

srinivas Muchkoor अगस्त 24 2024

अदानी को कोर्ट ने छोड़ दिया तो फिर ये रिपोर्ट का क्या अर्थ? बस फेक न्यूज़ फैलाने की कोशिश। अगर ये सच होता तो भारतीय रेगुलेटर्स कहाँ थे?

Shivakumar Lakshminarayana अगस्त 26 2024

ये सब एक बड़ा ऑपरेशन है। शेयर बाजार को नियंत्रित करने के लिए। भारत के बड़े बिजनेस घरानों को ढहाने की कोशिश। ये फर्म अमेरिका के लिए काम करती है। ये नहीं कि वो सच ढूंढ रहे हैं।

Parmar Nilesh अगस्त 27 2024

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट्स तो अब भारत के लिए एक ट्रेंड बन चुकी हैं। जैसे ही कोई बड़ा नाम उठता है, वैसे ही ये आ जाती हैं। ये नहीं कि उन्हें जांच करनी है, बल्कि ये कि उन्हें नाम बनाना है।

Arman Ebrahimpour अगस्त 28 2024

अगर ये रिपोर्ट सच है तो भारत का बाजार अभी तक कैसे चल रहा? क्या सब चीज़ें झूठ हैं? ये लोग तो हर बार एक ही तरह का खेल खेलते हैं। ये नहीं कि वो जांच कर रहे हैं, बल्कि ये कि वो बाजार को तबाह कर रहे हैं।

SRI KANDI अगस्त 29 2024

मैं तो बस देख रही हूँ... क्या होगा... क्या नहीं होगा... लेकिन ये बात तो तय है कि बाजार अभी भी बहुत उबड़-खाबड़ है।

Ananth SePi अगस्त 30 2024

दोस्तों, ये हिंडनबर्ग रिसर्च जो कर रही है वो एक बहुत ही जटिल और गहरी चीज़ है। ये सिर्फ एक शॉर्ट-सेलिंग फर्म नहीं है, ये एक फाइनेंशियल इंटेलिजेंस ऑपरेशन है जो ग्लोबल कैपिटल के फ्लो को नियंत्रित करने के लिए बनाई गई है। इसके पीछे कई बड़े फंड, बैंकिंग ग्रुप्स, और एजेंसियां जुड़ी हुई हैं। अदानी के मामले में भी, जब शेयर गिरे, तो वहां कई विदेशी इन्वेस्टर्स ने अपने पोजीशन को बदल दिया। ये सब एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है जो भारत के बड़े नेशनल कॉर्पोरेट्स को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। और अगर अगला टारगेट कोई और बड़ा ग्रुप है, तो ये सिर्फ शुरुआत है। हमें अपने रेगुलेटर्स को जगाना होगा, अपने डेटा को सुरक्षित रखना होगा, और अपने बिजनेस को ट्रांसपेरेंट बनाना होगा। वरना ये चीज़ें लगातार चलती रहेंगी। और हाँ, अगर आपको लगता है कि ये बस एक रिपोर्ट है, तो आप गलत हैं। ये एक युद्ध है।

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