महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के पांचवें और अंतिम चरण का मतदान आज 20 मई, 2024 को शुरू हो गया है। इस चरण में राज्य के 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, जिनमें मुंबई के छह निर्वाचन क्षेत्र भी शामिल हैं। कुल 2,46,69,544 योग्य मतदाता, जिनमें 1,31,38,526 पुरुष, 1,15,28,278 महिलाएं और तीसरे लिंग के 2,740 व्यक्ति शामिल हैं, इन सीटों के लिए लड़ रहे 264 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।
इस चरण में कई प्रमुख उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (मुंबई उत्तर) और भारती पवार (दिंडोरी) चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा वकील उज्ज्वल निकम (मुंबई उत्तर मध्य) भी मैदान में हैं। शिवसेना के श्रीकांत शिंदे (कल्याण) और शहर कांग्रेस प्रमुख वर्षा गायकवाड़ (मुंबई उत्तर मध्य) भी इस चरण में चुनाव लड़ रहे हैं।
इस चरण का मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ महायुती गठबंधन और विपक्षी महाविकास आघाड़ी के बीच है। महायुती में शिवसेना, भाजपा और राकांपा शामिल हैं, जबकि महाविकास आघाड़ी में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा (एसपी) शामिल हैं।
अभिनेता रणवीर शौरे ने महाराष्ट्र के मतदाताओं से चरण 5 के मतदान में भारी संख्या में भाग लेने की अपील की है। उन्होंने एक भावुक वीडियो संदेश में मतदान के महत्व पर जोर दिया। शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए ठाणे पुलिस कमिश्नरेट में लगभग 15,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन का समर्थन करने के लिए मुंबई के डब्बावालों से अपील की है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल्याण की रैली में कांग्रेस पर धार्मिक बजट बनाने का आरोप लगाते हुए उद्धव ठाकरे की शिवसेना को चुनौती दी।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चुनाव से पहले राजनीतिक गतिविधियों पर चर्चा की। राकांपा (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र में किसानों की नाराजगी पर चिंता जताते हुए महायुती गठबंधन के लिए प्रतिकूल परिणामों की भविष्यवाणी की है।
महाराष्ट्र में चुनावी फायदे के लिए महाविकास आघाड़ी ने 'वोट ट्रांसफर' की रणनीति बनाई है। इसमें निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर समन्वय और दलों के बीच वोट ट्रांसफर पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
महाराष्ट्र देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्यों में से एक है और यहां के चुनाव परिणाम देश की राजनीति को प्रभावित कर सकते हैं। राज्य में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं, जो देश में सबसे अधिक हैं। पिछले चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने यहां शानदार प्रदर्शन किया था और 41 सीटें जीती थीं।
हालांकि, इस बार महाविकास आघाड़ी ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और कई सीटों पर कड़ी टक्कर दे रही है। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार महाराष्ट्र में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है।
चुनाव आयोग और राजनीतिक दल मतदाताओं से अपील कर रहे हैं कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करें। कोविड-19 महामारी के कारण इस बार मतदान में सुरक्षा नियमों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
मतदाताओं से अपील की जा रही है कि वे मतदान केंद्र पर जाते समय मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और हाथों को सैनिटाइज करते रहें। मतदान के दौरान कतार में खड़े होने के लिए एक मीटर की दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
चुनाव आयोग का कहना है कि सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
कुल मिलाकर, महाराष्ट्र के इस अंतिम चरण के चुनाव परिणाम काफी दिलचस्प होने वाले हैं। यहां के नतीजे न सिर्फ राज्य बल्कि देश की राजनीति को भी प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में सभी की निगाहें 23 मई को आने वाले नतीजों पर टिकी हुई हैं।