बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने चार दिवसीय भारत दौरे के दूसरे दिन महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह दौरा नए भारतीय शासन के गठन के बाद होने वाली पहली द्विपक्षीय राज्य यात्रा है, जो दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों की पुष्टि करता है।
शुक्रवार को, हसीना का स्वागत भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने किया। इस बैठक में दोनों देशों के बीच आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संबंधों पर चर्चा हुई। जयशंकर ने भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक और पारस्परिक संबंधों को रेखांकित किया, जो साझा संस्कृति, इतिहास और भाषा पर आधारित हैं।
शनिवार को होने वाली द्विपक्षीय बैठक में हसीना और मोदी के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें व्यापारिक और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने, सीमा सुरक्षा को सुदृढ़ करने, और जल संसाधनों के प्रबंधन जैसे विषय शामिल हैं। दोनों नेताओं के बीच सहमति होने पर कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, और दोनों देशों के लिए नई पहलों की घोषणा की जाएगी।
ऋषिकेश के बाद, हसीना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगी। इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक रिश्तों को बढ़ावा देने के मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद की जा रही है। शेख हसीना और राष्ट्रपति मुर्मू की यह बैठक द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के प्रयास का हिस्सा होगी।
प्रधानमंत्री हसीना ने जून 9 को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में भी भाग लिया था। इस उपस्थिति ने दोनों देशों के बीच आपसी सम्मान और विश्वास को और मजबूत किया।
महत्वपूर्ण है कि हसीना अगले महीने चीन की यात्रा पर भी जाएंगी, जहां उन्हें दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को और विस्तारित करने के प्रयासों पर चर्चा करनी है। चीन और बांग्लादेश के बीच मजबूत आर्थिक संबंध हैं, जिनसे दक्षिण एशियाई क्षेत्र में स्थिरता और सहयोग को बढ़ावा मिलता है।
हसीना का यह भारत दौरा दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और सामरिक सहयोग को और गहरा करेगा। यह बैठक कई नए द्वार खोलेगी और दोनों राष्ट्रों के बीच मजबूत साझेदारी की नींव रखेगी।