प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगी शेख हसीना, कई समझौतों पर होंगी हस्ताक्षर

प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगी शेख हसीना, कई समझौतों पर होंगी हस्ताक्षर
Shubhi Bajoria 22 जून 2024 17 टिप्पणि

बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना का भारत दौरा

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने चार दिवसीय भारत दौरे के दूसरे दिन महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह दौरा नए भारतीय शासन के गठन के बाद होने वाली पहली द्विपक्षीय राज्य यात्रा है, जो दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों की पुष्टि करता है।

शेख हसीना का स्वागत और विदेशी मंत्री से मुलाकात

शुक्रवार को, हसीना का स्वागत भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने किया। इस बैठक में दोनों देशों के बीच आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संबंधों पर चर्चा हुई। जयशंकर ने भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक और पारस्परिक संबंधों को रेखांकित किया, जो साझा संस्कृति, इतिहास और भाषा पर आधारित हैं।

भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय बैठक

शनिवार को होने वाली द्विपक्षीय बैठक में हसीना और मोदी के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें व्यापारिक और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने, सीमा सुरक्षा को सुदृढ़ करने, और जल संसाधनों के प्रबंधन जैसे विषय शामिल हैं। दोनों नेताओं के बीच सहमति होने पर कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, और दोनों देशों के लिए नई पहलों की घोषणा की जाएगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात

ऋषिकेश के बाद, हसीना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगी। इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक रिश्तों को बढ़ावा देने के मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद की जा रही है। शेख हसीना और राष्ट्रपति मुर्मू की यह बैठक द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के प्रयास का हिस्सा होगी।

मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थिति

प्रधानमंत्री हसीना ने जून 9 को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में भी भाग लिया था। इस उपस्थिति ने दोनों देशों के बीच आपसी सम्मान और विश्वास को और मजबूत किया।

अगले महीने चीन दौरा

महत्वपूर्ण है कि हसीना अगले महीने चीन की यात्रा पर भी जाएंगी, जहां उन्हें दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को और विस्तारित करने के प्रयासों पर चर्चा करनी है। चीन और बांग्लादेश के बीच मजबूत आर्थिक संबंध हैं, जिनसे दक्षिण एशियाई क्षेत्र में स्थिरता और सहयोग को बढ़ावा मिलता है।

हसीना का यह भारत दौरा दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और सामरिक सहयोग को और गहरा करेगा। यह बैठक कई नए द्वार खोलेगी और दोनों राष्ट्रों के बीच मजबूत साझेदारी की नींव रखेगी।

17 टिप्पणि
praful akbari जून 22 2024

इस दौरे का मतलब सिर्फ समझौते नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। भारत और बांग्लादेश के बीच जो रिश्ता है, वो कभी सिर्फ राजनीति नहीं रहा। ये तो खून-खाल का रिश्ता है।

kannagi kalai जून 24 2024

क्या वाकई सभी समझौते लाभदायक होंगे? या फिर एक बार फिर से बाहरी दिखावा होगा?

Roy Roper जून 25 2024

बांग्लादेश के साथ बातचीत तो जरूरी है पर अपने अंदर के मुद्दे सुलझाओ पहले

Sandesh Gawade जून 27 2024

ये दौरा बस शुरुआत है! अगले 5 साल में दक्षिण एशिया दुनिया का सबसे तेज़ विकसित क्षेत्र बन जाएगा। हम इसके निर्माता हैं। अब चलो आगे बढ़ें!

MANOJ PAWAR जून 27 2024

मैंने देखा है कि जब भी दो देश एक साथ बैठते हैं, तो लोग तुरंत समझौतों की बात करने लगते हैं। लेकिन असली बात तो ये है कि आम आदमी को क्या मिल रहा है? क्या एक छोटा बांग्लादेशी मजदूर अब भारत में बेहतर जीवन जी पाएगा? क्या हमारे गांवों में बिजली का बिल घटेगा? ये सवाल तो कोई नहीं पूछता।

Pooja Tyagi जून 29 2024

अरे ये तो बहुत अच्छी बात है!!! अब जल संसाधनों पर सहमति हो गई तो बाढ़ और सूखे का खतरा कम हो जाएगा!! ये तो बड़ी बात है!!! जय हिंद!!! जय बांग्लादेश!!!

Kulraj Pooni जून 30 2024

इस सबके पीछे एक छुपी हुई योजना है... आपने कभी सोचा है कि ये सब एक बड़े जाल का हिस्सा हो सकता है? जो देश अपने लोगों को खाने के लिए नहीं देता, वो दूसरों के साथ समझौता क्यों कर रहा है? ये सब नाटक है।

Hemant Saini जून 30 2024

सच कहूँ तो मैं इस बात पर बहुत खुश हूँ। जब दो देश एक दूसरे के साथ बात करने लगते हैं, तो युद्ध का खतरा कम हो जाता है। अगर हम अपने नातों को बढ़ाएं, तो आने वाली पीढ़ियाँ बस शांति के बारे में ही जानेंगी।

Nabamita Das जुलाई 1 2024

सीमा सुरक्षा पर समझौता जरूरी है, लेकिन अगर बांग्लादेशी नागरिकों के लिए वीजा और नियम अभी भी कठोर हैं, तो ये सब नाटक है। व्यापार बढ़ाना तो आसान है, लेकिन इंसानियत बढ़ाना असली चुनौती है।

chirag chhatbar जुलाई 3 2024

भारत और बांग्लादेश... दोनों का बिजनेस तो चल रहा है लेकिन हमारे बच्चे अभी भी पढ़ाई के लिए बाहर जाते हैं। क्या ये सब जाल है?

Aman Sharma जुलाई 3 2024

अगर ये सब इतना बड़ा इवेंट है, तो फिर इसकी कोई डीप एनालिसिस नहीं? क्या आप लोग वाकई समझते हैं कि ये द्विपक्षीय संबंध क्या बदल रहे हैं? या फिर ये सब बस एक फोटो ऑपरेशन है?

sunil kumar जुलाई 4 2024

लीडरशिप इंटरवेन्शन इन रीजनल स्टेबिलिटी इज़ ए � GAME-CHANGER! ये समझौते न केवल ट्रेड बढ़ाएंगे, बल्कि सप्लाई चेन इंटीग्रेशन, इन्फ्रास्ट्रक्चर को-डेवलपमेंट, और इन्फॉर्मल इकोनॉमी को फॉर्मलाइज़ करेंगे! ये ट्रांसफॉर्मेशन है, न कि ट्रांजैक्शन!

Snehal Patil जुलाई 5 2024

अब तो ये सब बस एक बड़ा धोखा है। बांग्लादेश जल के लिए भारत से बात कर रहा है, लेकिन हमारे गांवों में पानी का टैंक खाली है। कौन बचेगा इस बातचीत से?

Vikash Yadav जुलाई 5 2024

ये दौरा बस शुरुआत है भाई। अब देखना है कि इन समझौतों को असली जिंदगी में कैसे उतारा जाता है। क्या एक छोटा दुकानदार भी इसका फायदा उठा पाएगा? ये तो असली टेस्ट है।

sivagami priya जुलाई 7 2024

वाह! बहुत बढ़िया! ये तो हमारे बच्चों के लिए बहुत अच्छा है! जल्दी से और समझौते करो! जय हिंद जय बांग्लादेश!!!

Anuj Poudel जुलाई 8 2024

क्या हमने कभी सोचा है कि जब हम बांग्लादेश के साथ समझौते कर रहे हैं, तो क्या हम अपने अंदर के लोगों के लिए भी कुछ कर रहे हैं? क्या हमारे गांवों में बच्चे पढ़ पा रहे हैं? क्या बुजुर्गों को दवाइयाँ मिल रही हैं? इन सवालों के बिना, कोई समझौता सिर्फ कागज पर रह जाएगा।

Aishwarya George जुलाई 8 2024

ये दौरा वाकई महत्वपूर्ण है, लेकिन असली सफलता तब होगी जब एक बांग्लादेशी महिला भारत में बिना डर के बाजार जा सके, या एक भारतीय किसान बांग्लादेश में अपनी फसल बेच सके। राजनीति तो बस शुरुआत है - अब इंसानों की ज़िंदगी बदलने की बारी है।

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