ब्राज़ील की राजधानी ब्रासीलिया में सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक गंभीर घटना ने सभी को चौंका दिया। यहां एक व्यक्ति ने खुद को बम से उड़ाकर जान ली, जिससे कोर्ट के आसपास का क्षेत्र थर्रा उठा। यह घटना जी20 शिखर सम्मेलन से पहले हुई, जो रियो डी जेनेरियो में आयोजित होने वाला था। घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और ब्रासीलिया में चारों ओर हाई अलर्ट लगाया गया है।
इस व्यक्ति की पहचान पुलिस द्वारा दक्षिणी सैंटा कैटरिना राज्य के निवासी के रूप में की गई, जो पूर्व में नगर परिषद के लिए प्रत्याशित हो चुका था और पिछले कुछ महीनों से ब्रासीलिया में रह रहा था। सुरक्षा कैमरे की फुटेज से पता चला कि संदिग्ध सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक मूर्ति के पास पहुंचा था। उसने पहले एक विस्फोटक फेंका, पीछे हटा, दूसरा विस्फोटक छोड़ा और फिर तीसरा उपकरण अपने पास प्रज्वलित किया, जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने इस हमले को आतंकवाद के नजरिए से देखने का निर्णय लिया है। उनका मानना है कि यह लोकतांत्रिक शासन के खिलाफ एक हिंसक हमला था। सुप्रीम कोर्ट को हाल ही में ईमेल के माध्यम से नई धमकियां भी मिल चुकी हैं, और पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस हमले का संबंध किसी चरमपंथी समूह से हो सकता है।
इन घटनाओं के संदर्भ में, न्यायमूर्ति अलेक्जेंडर डी मोरेस ने बयान दिया कि यह हमला उस घृणा की भाषाओं का परिणाम है, जिसने ब्राज़ील के संस्थानों को निशाना बनाया है। उनका कहना है कि इस तरह के हमला "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के आपराधिक उपयोग के बहाने" के तहत बढ़ रहे हैं। यह तथ्य इस घटना को हाल की सबसे गंभीर घटना बनाता है, विशेष रूप से जनवरी में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों द्वारा की गई हिंसा के बाद से।
इस बम धमाके के बावजूद, अधिकारियों ने साफ किया है कि आने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा चिंताओं की कोई विशेष आवश्यकता नहीं है। सरकार ने सर्वोच्च सुरक्षा स्तर को लागू किया है, जिसमें सैन्य बलों से भी सहायता ली जा रही है। सुरक्षा व्यवस्थाएं काफी सख्त और सुव्यवस्थित हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके।
ब्राजील की सरकार और पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि वे हर संभावित खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्हें उम्मीद है कि यह घटना उनकी सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत करेगी और आने वाले जी20 शिखर सम्मेलन को सफलतापूर्वक आयोजित किया जाएगा।