जब इंडियन मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने 28 सितंबर 2025 को मुंबई में भारी बारिश की चेतावनी जारी की, तो शहर की सड़कों पर पहले से ही कड़ाके की नमी का अहसास हो रहा था। तापमान 24°C‑25.6°C के बीच रहेंगे, जबकि 98% संभावना के साथ कुल 70.08 mm बारिश होने की उम्मीद है।
मौसम का वर्तमान परिदृश्य
संगीत वाले बादलों के नीचे, हवा की गति अब 27.7 km/h तक पहुँच रही है और आर्द्रता 90% के शिखर पर है। सुबह का सफर अपेक्षाकृत हल्का था, पर दोपहर‑शाम के बीच बारिश की तीव्रता में तीखा उछाल दिखेगा। यह बदलाव पश्चिम विदर्भ और उत्तर मध्य महाराष्ट्र में स्थित ‘वेल‑मार्क्ड लो प्रेशर एरिया’ के कारण है, जो समुद्री हवाओं को ला रहा है।
प्रमुख अलर्ट और उनका अर्थ
IMD ने पूरे महाराष्ट्र में विविध अलर्ट जारी किए हैं। ऑरेंज अलर्ट मुंबई और पुणे में लागू है, जबकि रेड अलर्ट थाने, रायगढ़ और पालघर जिलों में जारी किया गया। वाशिम, नागपुर, अमरावती और धुले को येलो अलर्ट मिला है। अगले दिन, यानी 29 सितंबर, मुंबई, रायगढ़, थाने और नासिक को भी रेड अलर्ट में शामिल किया गया है, लेकिन अक्टूबर के पहले सप्ताह तक बारिश धीरे‑धीरे कम होनी चाहिए।
वायु गुणवत्ता में सुधार
बादल भरे दिन में वायु प्रदूषण अक्सर कम होता है। कल का AQI‑IN 62 रहा, जो ‘मध्यम’ वर्ग में आता है। PM2.5 26 µg/m³ और PM10 50 µg/m³ दर्ज किए गए, जिससे सामान्य नागरिकों के लिए कोई बड़ा खतरा नहीं था, पर दमा या अस्थमा वाले लोगों को हल्की असहजता महसूस हो सकती थी। आज की भारी बारिश से इन कणों की मात्रा और घटने की उम्मीद है, जिससे वायु गुणवत्ता और साफ हो जाएगी।

सरकारी निवारक कदम
बारिश की धक्कों ने महाराष्ट्र सरकार को तीव्र कार्रवाई करने पर मजबूर कर दिया। दहराशीव जिल में दो मौतें दर्ज होने के बाद, 11,500 से अधिक लोगों को मराठवाड़ा में निकाला गया। सरकार ने सभी प्रभावित जिलों में 24 घंटे चलने वाले कंट्रोल‑रूम स्थापित कर दिए हैं, और निम्न-भू-भागों में पानी उठाने के लिए पम्पी टीमों को तैनात किया है।
- वज्री शहरी क्षेत्रों में जल‑उठाने वाले पम्प लगाए गए।
- पुरानी इमारतों की लचीलापन जाँच (CSSR) हेतु तकनीकी दल भेजा गया।
- रेल और सड़कों की बाधा को कम करने के लिए चेन‑सॉ और फीडर प्रोटेक्शन यूनिट तैनात।
- कोणकन और ऊपरी घाटी के मध्यम बाँधों में जल स्तर की नियमित समीक्षा।
आगामी दिन‑दौड़ और भविष्य की संभावनाएँ
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि 29 सितंबर को हल्की‑दर मध्यम बारिश होगी, तापमान 26.5°C तक बढ़ सकता है। अक्टूबर 3 तक बारिश धीरे‑धीरे घटेगी, तब तापमान 25.5°C‑28.6°C के बीच रहेगा। 4 अक्टूबर को कुछ घंटों के लिए हल्का सुखद मौसम मिलने की संभावना है, परंतु नमी बनी रहेगी और रात की ठंडक को छोड़कर दिन में राहत मिलती रहेगी।
नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे छाता या रेनकोट लेकर बाहर निकलेँ, विशेषकर शाम‑संध्या समय में जहाँ जल‑जमाव की संभावना अधिक है। याद रखें, सड़क‑परोपकार तथा सार्वजनिक परिवहन में देरी हो सकती है, इसलिए यात्रा की योजना पहले से बनाना समझदारी होगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मुंबई में भारी बारिश से दैनिक जीवन पर क्या असर पड़ेगा?
बारिश के कारण सड़कों में जल‑जमाव, सार्वजनिक बसों और ट्रेनों में देरी, और बाजार‑पले में भीड़‑भाड़ बढ़ सकती है। घर से बाहर निकलते समय छाता या रेनकोट ले जाना, और बाढ़‑प्रवण क्षेत्रों से बचना बेहतर रहेगा।
अभी तक किन जिलों में रेड अलर्ट जारी है?
28 सितंबर को थाने, रायगढ़ और पालघर के साथ साथ 29 सितंबर को मुंबई, रायगढ़, थाने और नासिक को भी रेड अलर्ट मिला है। इन क्षेत्रों में भारी बारिश, बाढ़ की संभावना और सड़क‑पथ में बाधा का खतरा रहता है।
वायु गुणवत्ता में सुधार के पीछे प्रमुख कारण क्या है?
वर्षा के साथ वायुमंडल में निलंबित कण (PM2.5, PM10) नीचे गिर जाते हैं, जिससे सतह पर हवा साफ़ हो जाती है। इस कारण AQI‑IN 62 से नीचे गिरकर अगले दिन 50 के करीब पहुँचने का अनुमान है।
सरकार ने किन आपातकालीन उपायों को लागू किया है?
24 घंटे चलने वाले कंट्रोल‑रूम स्थापित, जल‑उठाने वाले पम्प, पुरानी इमारतों की संरचनात्मक जाँच (CSSR), और बाढ़‑प्रवण क्षेत्रों में रेस्क्यू टीमों की तैनाती प्रमुख कदम हैं। इसके अलावा, बिजली और सड़कों की सुरक्षा के लिये फीडर प्रोटेक्शन यूनिट और चेन‑सॉ की व्यवस्था भी की गई है।
भविष्य में बारिश कब तक जारी रहने की संभावना है?
मौसम विभाग का कहना है कि 29 सितंबर तक मध्यम बारिश जारी रहेगी, लेकिन 3 अक्टूबर तक तीव्रता काफी घट जाती है। 4 अक्टूबर के आसपास हल्की देर‑शाम तक मौसम थोड़ा साफ़ दिखेगा, परंतु उँची नमी बनी रहेगी।