अगर आप सिविल सेवाओं में काम करना चाहते हैं या इनके बारे में हर नया तथ्य जानना चाहते हैं, तो यह पेज आपके लिए है। यहाँ हम रोज़ की मुख्य ख़बरों, परीक्षा परिणामों और भर्ती प्रक्रियाओं को आसान भाषा में बताते हैं। पढ़ते ही आपको समझ आएगा कि आगे क्या करना है।
पिछले हफ़्ते के सिविल सर्विसेज़ की घोषणा में कई नई पोस्ट्स खुली थीं, जैसे कि डिप्लोमैटिक ऑफिसर और एग्जीक्यूटिव क्लर्क। इन पदों के लिये योग्यता मानदंड, उम्र सीमा और आवेदन प्रक्रिया का सारांश हमने नीचे दिया है। अगर आप तुरंत अप्लाई करना चाहते हैं तो इस भाग को दोबारा पढ़ें।
एक और महत्वपूर्ण अपडेट आईएएस परीक्षा की रद्दीकरण नीति में बदलाव के बारे में है। अब देर से आवेदन करने वालों को भी कुछ अतिरिक्त अंक मिल सकते हैं, बशर्ते वे सही दस्तावेज़ जमा करें। यह नियम उम्मीदवारों को थोड़ा राहत देगा, खासकर उन लोगों को जो आखिरी मिनट तक तैयारी करते थे।
सिविल सेवाओं में भर्ती का प्रोसेस अक्सर जटिल लगता है, लेकिन कुछ बेसिक कदम अपनाकर इसे आसान बनाया जा सकता है। सबसे पहले, आधिकारिक वेबसाइट पर रोज़ अपडेट चेक करें—वहाँ नई नोटिफिकेशन हमेशा पोस्ट होती हैं। फिर, आवेदन फ़ॉर्म को सावधानी से भरें और सभी दस्तावेज़ स्कैन करके अपलोड कर दें।
परीक्षा की तैयारी के लिए हम एक सरल रूटीन सुझाते हैं: रोज़ 2 घंटे पढ़ाई, पिछले साल के पेपर हल करना और समय-समय पर मॉक टेस्ट देना। साथ ही, सिविल सर्विसेज़ से जुड़े कोचिंग या ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करने से आपका स्कोर बढ़ सकता है। याद रखें, निरंतर अभ्यास ही सफलता की चाबी है।
अगर आप पहले कभी सिविल सेवा में नहीं रहे हैं, तो सबसे बड़ा सवाल हो सकता है—क्या मैं योग्य हूँ? जवाब सरल है: अगर आपके पास निर्धारित शैक्षणिक मानदंड और इंटेग्रिटी है, तो आप बिल्कुल कर सकते हैं। खुद को मोटीवेट रखें और छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ें।
आखिर में यह कहना चाहेंगे कि सिविल सेवा के बारे में हर नई ख़बर यहाँ मिलती रहेगी। हम कोशिश करेंगे कि जानकारी तुरंत अपडेट हो, ताकि आप कभी भी पीछे न रहें। पढ़ते रहिए, समझते रहिए और अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाते रहिए।
प्रिती सूदन, जो कि एक सेवानिवृत्त केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव हैं, उन्हें मनीष सोनी की जगह अब संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की नई अध्यक्ष बनाया गया है। सूदन का अनुभव करीब ३७ वर्षों से अधिक का है और उन्होंने कई महत्वपूर्ण विभागों में कार्य किया है। सूदन की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे भारतीय सिविल सेवा में नई ऊर्जा का संचार होगा।
यूपीएससी के अध्यक्ष मनोज सोनी ने अपने छः साल के कार्यकाल के पहले वर्ष के बाद ही व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे की खबर आईएएस प्रबोशनर पूजा खेड़कर की नागरिक सेवा में जाली पहचान पर चयन विवाद के बीच आई है। सोनी ने राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंप दिया है और वे अधिक समय सामाजिक-धार्मिक गतिविधियों में बिताना चाहते हैं।