फ़ेक न्यूज़ से कैसे बचें? आसान कदम और जरूरी टिप्स

हर रोज़ हमें सोशल मीडिया, मैसेजिंग ऐप या न्यूज साइट पर कई खबरें मिलती हैं। उनमें से कुछ सच होती हैं, तो कुछ सिर्फ ध्यान आकर्षित करने के लिए बनाई गई झूठी कहानी होती है। फ़ेक न्यूज़ न केवल हमारी राय को गड़बड़ करती है, बल्कि कभी‑कभी सामाजिक दंगे भी खड़ा कर देती है। तो चलिए जानते हैं कि इस समस्या से कैसे बचें और सही जानकारी तक पहुँच बनाये रखें।

फ़ेक न्यूज़ क्या है?

फ़ेक न्यूज़ वह सूचना है जो इरादा रखती है – चाहे वो किसी को गुमराह करना हो, राजनैतिक लाभ उठाना हो या बस वायरल होने के लिए बनाया गया कंटेंट हो। यह अक्सर सेंसेशनल हेडलाइन, अधूरी तस्वीरें या बनावटी वीडियो से शुरू होती है। जब आप बिना सोचे‑समझे शेयर कर देते हैं, तो ये झूठी कहानी जल्दी ही लाखों लोगों तक पहुँच जाती है।

फ़ेक न्यूज़ के कुछ आम प्रकार होते हैं:

  • ग़लत संदर्भ वाला कंटेंट: एक सच्ची तस्वीर या वीडियो को गलत प्रसंग में दिखाया जाता है।
  • डिप फेक: एआई से बनायीं गई आवाज़ या वीडियो जो असली व्यक्ति की नकल करती हैं।
  • आंशिक सत्य: कुछ हद तक सही तथ्य, लेकिन बाकी हिस्से झूठी जोड़ के साथ पेश किए जाते हैं।

फ़ेक न्यूज़ से बचने के आसान कदम

1. स्रोत जांचें – खबर मिलने पर सबसे पहले वेबसाइट या पेज की भरोसेमंदता देखें। आधिकारिक समाचार एजेंसियों, सरकारी पोर्टलों और स्थापित मीडिया हाउसों को प्राथमिकता दें।

2. तारीख और समय देखिए – कभी‑कभी पुरानी खबरें फिर से वायरल हो जाती हैं, लेकिन बिना संदर्भ के पेश की जाती हैं। लेख में लिखी तिथि देखें कि वह वर्तमान घटना से जुड़ी है या नहीं।

3. भिन्न स्रोतों से पुष्टि करें – एक ही खबर को दो‑तीन अलग‑अलग भरोसेमंद साइट पर खोजें। अगर कई प्रमुख पोर्टल उसी बात की रिपोर्ट कर रहे हैं, तो संभावना अधिक होती है कि वह सही है।

4. चित्र और वीडियो का रिवर्स इमेज सर्च करें – गूगल इमेज या टीनयॉर्क जैसे टूल से फ़ोटो के मूल स्रोत को ट्रैक कर सकते हैं। इससे पता चलेगा कि वही चित्र पहले कहीं और इस्तेमाल हुआ था या नहीं।

5. भाषा और लेखन शैली पर ध्यान दें – फ़ेक न्यूज़ अक्सर अतिशयोक्तिपूर्ण शब्द, व्याकरण की गलतियां और भावनात्मक अपील से भरपूर होती है। ऐसी खबरें पढ़ते समय सतर्क रहें।

6. फैक्ट‑चेकिंग साइट्स का प्रयोग करें – भारत में Alt News, Boom Live या Factly जैसी वेबसाइटें जल्दी ही झूठी दावों को खारिज कर देती हैं। इनके पास विशेषज्ञ टीम होती है जो हर दिन सैकड़ों दावे जांचती है।

7. शेयर करने से पहले खुद सोचें – अगर कोई खबर आपको बहुत हिट या चौंकाने वाली लग रही है, तो थोड़ा रुकिए। अक्सर वही सबसे बड़ी फ़ेक न्यूज़ होती है जो तुरंत शेयर की जाती है।

इन कदमों को रोज़मर्रा की आदत बना लें और आप न केवल खुद सुरक्षित रहेंगे, बल्कि अपने दोस्तों और परिवार को भी सही जानकारी प्रदान कर सकेंगे। याद रखें, डिजिटल दुनिया में सचाई की रक्षा हर एक व्यक्ति की ज़िम्मेदारी है।

Shubhi Bajoria 14 जुलाई 2024

लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला की बेटी पर फेक पोस्ट मामले में ध्रुव राठी की प्रतिक्रिया

यूट्यूबर ध्रुव राठी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला की बेटी अंजलि बिड़ला के खिलाफ फर्जी पोस्ट के मामले में अपनी सहभागिता से इंकार किया है। महाराष्ट्र की साइबर पुलिस ने राठी के खिलाफ केस दर्ज किया है। राठी ने इसे एक पैरोडी अकाउंट द्वारा किया गया आरोपित किया है। पैरोडी अकाउंट ने माफी मांगी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।