आखिरी ग्रुप मैच की रोमांचक कहानी
ICC महिला T20 विश्व कप 2024 में भारत की उम्मीदें आज एक दर्दनाक हार के साथ धूमिल हो गईं। ग्रुप A की अंतिम दावेदारी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को केवल 9 रन से मारा, लेकिन यह जीत नहीं, बल्कि हार रही। ऑस्ट्रेलिया ने पहले इन्गजिंग 151/8 बनाकर लक्ष्य तय किया, और भारत का 152 का पीछा आख़िरी ओवर तक टाई में टॉंग दिया।
भारत महिला क्रिकेट के लिए यह मैच एक सच्चा परीक्षा था – तेज़ गेंदबाज़ी की कमजोरी, स्पिन का दबदबा, और दबाव में कैप्टन का अडिग अडिग रहने का सबक मिला।
ऑस्ट्रेलिया का टॉप स्कोरर ग्रेस हैरिस था, जिसने 41 गेंदों में 40 रन बनाए। उनकी जगह पर जब कैप्टन एलीसा हीली नहीं खेल पाईं, तो टह्लिया मैग्राथ और एलीस पेर्री ने क्रमशः 32‑32 रन जोड़कर टीम को स्थिर किया। भारत की गेंदबाज़ी में रेनुका सिंह (2/24) और दीप्ति शर्मा (2/28) ने सम्मानजनक प्रदर्शन किया, पर तेज़ गेंदबाज़ी के हिस्से में गेंदें हल्की पड़ गईं।
भारत ने चासकिया पर कायम रहने की कोशिश में कैप्टन हर्मनप्रीत कौर को 54* की शान्दार पारी मिलती। वह 20 गेंदों में 54 रनों का बेजोड़ अक्रमण करती रहीं, जिससे भारत को 14 रन चाहिए थे आख़िरी ओवर में। लेकिन एन्नाबेल सुद्धरल्ड ने उस ओवर को ऐसा मोड़ दिया जैसा नाटक में क्लाइमैक्स होता है – चार विकेट और दो रन‑आउट, जिससे भारत का सपना बरबाद हो गया।

सीधे अंक और भविष्य की राह
इस हार के साथ भारत ग्रुप A में दूसरे स्थान पर नीचे आ गया, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने चार जीत के साथ अपराजित रिकॉर्ड बनाया। अब भारत का सेमी‑फ़ाइनल तक पहुंचना पूरी तरह से पाकिस्तान‑न्यूज़ीलैंड के मैच पर निर्भर है। यदि न्यूज़ीलैंड जीतता है, तो भारत बाहर हो जाएगा; वहीं अगर पाकिस्तान जीतता है, तो दोनों टीमों के नेट रन रेट का भी हिसाब लगाया जाएगा।
मैच की मुख्य सीखें:
- स्पिन का चमक: दीप्ति शर्मा और रेनुका सिंह ने ऑस्ट्रेलिया की हार्ड हिटिंग लाइन‑अप को कड़ी वाक़ई से रोक दिया।
- फास्ट बॉल की कमी: तेज़ गेंदबाज़ी में धड़कन नहीं दिखी, जिससे ऑस्ट्रेलिया को कंट्रोल्ड स्कोरिंग का मौका मिला।
- कटऑफ़ का दबाव: हार्मनप्रीत की फर्म पारी टाइटनिकल स्थितियों में टीम को आगे ले गई, पर अंत में साथी बल्लेबाज़ों की असफलता ने कीमत चुकाई।
- ऑस्ट्रेलिया की गहराई: इन्ज़जरी के बाद भी ग्रेस हैरिस, टह्लिया मैग्राथ, और एलीस पेर्री ने अपना मान दिखाया, और एन्नाबेल सुद्धरल्ड ने फाइनल ओवर में सपल बॉल दिखाया।
भविष्य की राह पर नजर रखने वाले बाली:** यह टूर्नामेंट अभी खत्म नहीं हुआ। अगर पाकिस्तान न्यूज़ीलैंड को हराता है, तो भारत को नेट रन रेट को ध्यान में रखकर अपने रणनीतिक विकल्पों को फिर से देखना पड़ेगा। तेज़ गेंदबाज़ी की विविधता, फील्डिंग की तीव्रता, और मध्यम-ऑवर में स्कोरिंग की तेज़ी इस मोड़ पर जरूरी होंगी।
सम्पूर्ण रूप से, भारत की महिला टीम ने इस मैच में दिखा दिया कि उनका दिल बड़ा है, पर जीत के लिए रणनीतिक सुधार की आवश्यकता है। अगले कुछ घंटे में उनके टर्निंग पॉइंट का इंतजार रहेगा, और भारतीय दर्शकों के दिलों में उम्मीद की लौ जली रहेगी।