पिछले साल तक काउंसलिंग सिर्फ बड़े शहरों में ही सीमित थी, लेकिन 2024 में बात पूरी तरह से बदल गई है। अब मोबाइल ऐप और वीडियो कॉल के जरिए हर कोने में मदद मिल रही है। आप घर बैठे अपने फोन या लैपटॉप पर मन की बात शेयर कर सकते हैं, बिना लंबी कतार में खड़े हुए। यही नई सुविधा लोगों को जल्दी से राहत दिला रही है।
पहला बड़ा ट्रेंड है ऑनलाइन थैरेपी. कई प्लेटफ़ॉर्म अब सस्ती पैकेज दे रहे हैं, जिसमें सत्रों की संख्या और समय दोनों लचीले होते हैं। दूसरा, युवा‑केंद्रित कार्यक्रम बढ़े हैं – स्कूल, कॉलेज और नौकरी के शुरुआती साल में तनाव को संभालने के लिये खास वर्कशॉप चल रही है। तीसरा, समूह काउंसलिंग का उपयोग हो रहा है; लोग समान समस्याओं वाले समूहों में मिलकर अनुभव बाँटते हैं और एक‑दूसरे को सपोर्ट करते हैं। चौथा, डेटा‑ड्रिवेन एप्रोच – ऐप्स अब आपके मूड ट्रैक कर के रिपोर्ट बनाते हैं, जिससे काउंसलर को आपका पैटर्न समझने में मदद मिलती है। अंत में, भाषाई विविधता पर ध्यान बढ़ा है; कई सेवाएँ हिंदी, मराठी, बंगाली आदि भाषा में सत्र पेश कर रही हैं, जिससे अधिक लोग आराम महसूस करते हैं।
सबसे पहले देखें उनका प्रमाणीकरण. लाइसेंस और अनुभव का जिक्र वेबसाइट या प्रोफ़ाइल में होना चाहिए। दूसरा, संवाद शैली – एक छोटा फ्री सत्र लेकर देख लें कि आप दोनों के बीच समझ बनती है या नहीं। तीसरा, कीमत और पैकेज – बहुत महँगा या बहुत सस्ता दोनों ही जोखिम हो सकते हैं; अपने बजट को ध्यान में रख कर चुनें। चौथा, उपलब्धता – क्या आप सुबह, शाम या देर रात के समय बात कर पाएंगे? अपनी सुविधा के हिसाब से विकल्प चुनना बेहतर रहता है। पांचवा, रिव्यू और रेफ़रल पढ़ें; अगर दोस्तों या परिवार में किसी ने अच्छी सलाह दी हो तो वो भरोसेमंद रहेगा।
जब आप काउंसलिंग शुरू करते हैं, तो छोटे‑छोटे लक्ष्य बनायें – जैसे एक हफ्ते में दो बार सत्र लेना या हर दिन 5 मिनट जर्नल लिखना। इससे प्रगति दिखती है और प्रेरणा बनी रहती है। याद रखें, मदद माँगना कमजोरी नहीं बल्कि समझदारी का संकेत है।
अगर आप अभी भी संकोच कर रहे हैं, तो एक बार मुफ्त परामर्श सत्र आज़माएँ। कई प्लेटफ़ॉर्म पहले सत्र फ्री देते हैं ताकि आप देख सकें कि आपको आराम मिलता है या नहीं। एक बार भरोसा बन जाए तो आगे की यात्रा आसान हो जाएगी।
2024 में काउंसलिंग का माहौल खुला और सरल बना है, इसलिए देर न करें। आज ही अपने मन की बात किसी विश्वसनीय पेशेवर के साथ साझा करके बेहतर जीवन की ओर पहला कदम बढ़ाएँ।
जोइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA) ने 2024 के शैक्षणिक वर्ष के लिए काउंसलिंग शेड्यूल जारी किया है। IITs और NITs में प्रवेश के लिए पंजीकरण और विकल्प भरने की प्रक्रिया 18 जून 2024 से शुरू होगी। योग्य छात्रों को आधिकारिक JoSAA वेबसाइट पर नियमित रूप से अपडेट और निर्देश जांचने की सलाह दी गई है।