चैत्र नवरात्रि का महत्त्व और तैयारी

नमस्ते! अगर आप अभी भी सोच रहे हैं कि चैत्र नवरात्रि कब है और इसे कैसे मनाया जाता है, तो ये लेख आपके लिये सही जगह है। इस महीने की नवमी से शुरू होकर नौ दिनों तक देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा होती है। लोग अक्सर तारीखें गड़बड़ कर देते हैं—पर असल में यह मार्च‑अप्रैल में पड़ता है और हर साल थोड़ा बदलता रहता है।

सबसे पहले, अपना कैलेंडर खोलिए और चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी को नोट करें। 2025 में ये त्यौहार 7 अप्रैल से 15 अप्रैल तक मनाया जाएगा। इस दौरान घरों में स्वच्छता, रंग‑बिरंगी सजावट और मिठाइयों का इंतजाम किया जाता है। अगर आप पहली बार कर रहे हैं तो छोटे कदम रखें—एक छोटा पूजा थाल बनाएँ, माँ दुर्गा की तस्वीर या मूर्ति रखिए और रोज़ एक दीप जलाएं।

चैत्र नवरात्रि की तिथि व पूजा विधि

पूजा में सबसे जरूरी है शुद्धता। सुबह-सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें, फिर घर को हल्का सा पोंछ दें। एक छोटा घी का दीपक या तेल का दीया रखें और धूप या चंदन के साथ माँ की मूर्ति स्थापित करें। आरती के समय कणिक, फूल, नैवेद्य (जैसे मोदक, फल) रखें।

हर दिन एक अलग रूप की पूजा होती है—शैलपुत्री से शुरू कर शारदा तक। यदि आप नहीं जानते कौन सी देवी किस दिन आती है, तो ऑनलाइन तालिका देख सकते हैं या इस लेख में नीचे दिए गए लिंक्स पर क्लिक करके जानकारी ले सकते हैं। हर शाम 7‑8 बजे घर के बड़े लोग मिलकर दुर्गा अष्टकम को पढ़ते हैं; यह शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत बनता है।

आधुनिक समय में चैत्र नवरात्रि कैसे मनाएँ

आजकल शहरी जीवन में समय कम होता है, लेकिन आप फिर भी इस त्यौहार को खास बना सकते हैं। ऑनलाइन पूजा kits ऑर्डर करिए—इनमें धूप, दीपक और माँ की छोटी मूर्ति आती है। सोशल मीडिया पर दोस्तों के साथ वीडियो कॉल करके एक ही समय पर आरती पढ़ें; इससे दूरी नहीं रहेगी और सामुदायिक भावना बनी रहेगी।

बच्चों को शामिल करने का भी आसान तरीका है—उनको छोटा‑छोटा कार्य दें जैसे फूल सजाना या मिठाई बांटना। इससे उनका उत्साह बढ़ेगा और त्यौहार की सीख भी मिल जाएगी। अगर आप बाहर नहीं जा सकते, तो स्थानीय मंदिर के लाइव प्रसारण देखें; कई मंदिर अब यूट्यूब पर स्ट्रीमिंग करते हैं।

ख़ास बात यह है कि नवरात्रि का असली मकसद माँ दुर्गा के सात स्वरूपों में शक्ति की खोज और आत्म‑विकास है। इसलिए रोज़ एक छोटा लक्ष्य रखें—जैसे धैर्य, दया या साहस—और उस गुण को अपने जीवन में लागू करें। ऐसा करने से न केवल त्यौहार का अर्थ गहरा होगा, बल्कि आपके व्यक्तिगत विकास में भी मदद मिलेगी।

तो अब देर किस बात की? अपनी कैलेंडर में तारीख लिखिए, छोटा पूजा सेट तैयार करिए और इस चैत्र नवरात्रि को अपने जीवन में खुशियों और सकारात्मक ऊर्जा से भर दीजिये। शुभकामनाएँ!

Shubhi Bajoria 30 मार्च 2025

चैत्र नवरात्रि 2024: पीएम मोदी ने मां शैलपुत्री की प्रशंसा की; नेताओं ने नव संवत्सर पर दी शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री मोदी ने चैत्र नवरात्रि 2024 के अवसर पर मां शैलपुत्री की प्रशंसा की और इसे शक्ति व आध्यात्मिक विकास का प्रतीक बताया। राहुल गांधी और शिवराज सिंह चौहान ने भी इस पावन पर्व पर अपनी शुभकामनाएं दीं। यह आयोजन नव संवत्सर के साथ जुड़ा, जो राष्ट्रीय एकता और आध्यात्मिक पुनर्नव सर्जन का प्रतीक माना जाता है।