चैत्र नवरात्रि 2024: पीएम मोदी ने मां शैलपुत्री की प्रशंसा की; नेताओं ने नव संवत्सर पर दी शुभकामनाएं

चैत्र नवरात्रि 2024: पीएम मोदी ने मां शैलपुत्री की प्रशंसा की; नेताओं ने नव संवत्सर पर दी शुभकामनाएं
Shubhi Bajoria 30 मार्च 2025 21 टिप्पणि

चैत्र नवरात्रि 2024 का उत्साह

चैत्र नवरात्रि 2024 का आगमन भारत के विभिन्न हिस्सों में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर मां शैलपुत्री की महिमा का बखान किया और उन्हें शक्ति का प्रतिरूप बताया। उन्होंने कहा कि मां शैलपुत्री न केवल भौतिक बल्कि आध्यात्मिक लक्ष्यों की प्राप्ति में भी सहायक होती हैं।

मोदी के अलावा कई महत्वपूर्ण राजनीतिक हस्तियों ने भी इस अवसर पर अपनी शुभकामनाएं दीं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने संदेश में नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए इसे भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पहलू बताया। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह पर्व हमें एकता और शक्ति का संदेश देता है।

नव संवत्सर के साथ राष्ट्रीय एकता का संदेश

चैत्र नवरात्रि का यह विशेष आयोजन हिन्दू नव संवत्सर के प्रारंभ के साथ मनाया जाता है। इसे भारतीय कालगणना के नववर्ष के रूप में भी माना जा सकता है। नव संवत्सर के आगमन के साथ, देशभर में आध्यात्मिक जागरूकता और राष्ट्रीय एकता की भावना प्रवाहित होती है। इस दौरान लोग अपने घरों में विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और सजे-बजे पंडालों में देवी की आराधना करते हैं।

राजनीतिक नेताओं ने इस विशेष अवसर का उपयोग देश के प्रति एकता और समर्पण का संदेश देने के लिए किया। हालांकि, उपलब्ध स्रोतों में किसी विशेष सार्वजनिक आयोजन या सम्बोधन की विस्तृत जानकारी नहीं दी गई। फिर भी, सोशल मीडिया के माध्यम से नेताओं ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं, जो इस पर्व की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता को बढ़ावा देती हैं।

21 टिप्पणि
sagar patare अप्रैल 1 2025

ये सब तो बस चुनाव से पहले का नाटक है। मां शैलपुत्री की बात कर रहे हैं, पर गरीबों के लिए कुछ नहीं कर रहे। असली शक्ति तो रोटी-पानी में है, न कि पूजा-अर्चना में।

srinivas Muchkoor अप्रैल 1 2025

नवरात्रि का मतलब है देवी की आराधना नहीं बल्कि देश की ताकत का जश्न मनाना। लेकिन अब तो हर कोई इसे अपना प्रचार टूल बना रहा है। कांग्रेस वाले भी आ गए, बीजेपी वाले भी। अब तो भगवान भी पार्टी लाइन में आ गए हैं।

Shivakumar Lakshminarayana अप्रैल 3 2025

ये सब एक बड़ा फेक न्यूज़ कैंपेन है। जब तक देश में 30% लोग भूखे सो रहे हैं, तब तक ये सब नाटक है। आप जो भी बोल रहे हैं वो सब सरकारी एजेंट्स की ओर से फेक बुकमार्क हैं। अगर आपको लगता है ये असली है तो आप बेवकूफ हैं।

Parmar Nilesh अप्रैल 5 2025

हमारी संस्कृति की जड़ें इसी देवी भक्ति में हैं। जिन्होंने अपनी जीवन शक्ति को देवी के रूप में देखा, उन्होंने दुनिया को एक नया मानक दिया। अब ये लोग जो इसे राजनीति का टूल बना रहे हैं, वो सिर्फ अपनी अहंकार की छाया में खो गए हैं। हमारी शक्ति असली है, न कि उनकी ट्वीट्स की।

Arman Ebrahimpour अप्रैल 6 2025

इस बार नवरात्रि में सब कुछ अलग है। क्या आपने देखा कि सभी नेता एक ही तरह के बयान दे रहे हैं? ये एक डिजिटल ब्रेनवॉश है। एआई ने इन बयानों को जनरेट किया है। आपके फोन पर जो भी पोस्ट आ रही है, वो सब एक ही सोर्स से आ रही है। ये नहीं है भक्ति, ये है साइबर राष्ट्रवाद।

SRI KANDI अप्रैल 6 2025

मुझे लगता है कि ये पर्व असल में बहुत सुंदर है। घर में दीपक जलाना, फूल चढ़ाना, गीत गाना... ये सब बहुत शांति देता है। राजनीति तो अलग बात है, पर मैं अपने घर में इसे अपने तरीके से मनाती हूँ।

Ananth SePi अप्रैल 8 2025

चैत्र नवरात्रि सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं है, ये एक सांस्कृतिक रिमाइंडर है कि हम कितने अमूल्य हैं। जब बच्चे देवी की कथाएं सुनते हैं, तो वो न सिर्फ भक्ति सीखते हैं, बल्कि अहंकार को त्यागना भी सीखते हैं। ये उसी शक्ति का प्रतीक है जो एक छोटी लड़की को भी एक राजा बना सकती है। अब जब हम इसे राजनीति के लिए बेच रहे हैं, तो हम अपनी जड़ों को बेच रहे हैं।

Gayatri Ganoo अप्रैल 8 2025

ये सब बकवास है जब तक लड़कियों को अपने घर से बाहर निकलने की इजाज़त नहीं मिलती। देवी का नाम लेकर लड़कियों को घर में बंद रखा जा रहा है। शक्ति का मतलब बस बाहर से नहीं, अंदर से भी होता है।

harshita sondhiya अप्रैल 9 2025

इन लोगों ने देवी को बेच दिया है। जिस देवी को लाखों घरों में रात भर गीत गाकर पूजा जाता है, उसे अब टीवी पर और ट्वीट पर बेच रहे हैं। ये धर्म नहीं, ये बिजनेस है।

Balakrishnan Parasuraman अप्रैल 10 2025

मां शैलपुत्री की आराधना एक राष्ट्रीय कर्तव्य है। जो इसे राजनीति कहता है, वो देश के विरुद्ध है। ये नहीं जानता कि हमारी शक्ति कहाँ से आती है।

Animesh Shukla अप्रैल 11 2025

क्या ये वाकई हमारी शक्ति है? या हम बस एक रूप ढूंढ रहे हैं जिससे अपने असहजता को ढक सकें? देवी का अर्थ क्या है? शक्ति? अहिंसा? समर्पण? या बस एक नाम जिसे हम बार-बार दोहरा रहे हैं? मुझे लगता है कि हमें इसे अंदर ढूंढना चाहिए, बाहर नहीं।

Abhrajit Bhattacharjee अप्रैल 12 2025

इस पर्व का मतलब है कि हम एक दूसरे के साथ जुड़े हैं। चाहे आप कहीं भी हों, चाहे आप किसी भी धर्म के हों, ये उत्सव हमें याद दिलाता है कि शक्ति एकता में है। बस इतना ही चाहिए।

Raj Entertainment अप्रैल 12 2025

दोस्तों, ये सब बहुत अच्छा है, पर अगर आप घर पर बच्चों को देवी की कहानी नहीं सुना रहे, तो ये सब बस एक फॉर्मलिटी है। असली भक्ति तो घर में शुरू होती है।

Manikandan Selvaraj अप्रैल 13 2025

मैंने देखा एक लड़की ने देवी की छवि को अपने टैटू के रूप में बनवाया है। ये तो बहुत बड़ी बात है। अब ये लोग कहते हैं कि ये राजनीति है। नहीं भाई, ये तो जीवन है।

Naman Khaneja अप्रैल 15 2025

ये पर्व बहुत अच्छा है। बस एक बार घर पर दीपक जलाओ, गीत सुनो, और खुद को शांत करो। बाकी सब बाहर की बातें हैं। 😊

Gaurav Verma अप्रैल 15 2025

ये सब एक गुप्त योजना है। वो लोग जो देवी की आराधना करते हैं, उन्हें अगले साल चुनाव में वोट देने के लिए तैयार किया जा रहा है। तुम सब बेवकूफ हो।

Fatima Al-habibi अप्रैल 16 2025

राजनीतिक नेताओं के बयानों को देखकर लगता है कि वो देवी के बारे में कुछ नहीं जानते। बस शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये भक्ति नहीं, ये ब्रांडिंग है।

Nisha gupta अप्रैल 18 2025

हमारी संस्कृति में देवी का स्थान अद्वितीय है। लेकिन अगर हम उसे सिर्फ एक चित्र या एक आयोजन बना दें, तो हम अपने आत्मा को खो देंगे। शक्ति वही है जो एक माँ के आँचल में छिपी होती है।

Roshni Angom अप्रैल 19 2025

मैंने आज सुबह देवी के नाम से एक छोटी सी पूजा की। बिना किसी पंडाल के, बिना किसी टीवी न्यूज़ के। बस एक फूल, एक दीपक, और एक शांत सुबह। वो शांति... वो अनुभव... ये तो कोई राजनीति नहीं दे सकती।

vicky palani अप्रैल 20 2025

ये सब बकवास है। जब तक लड़कियों को रात में बाहर निकलने की अनुमति नहीं, तब तक ये सब नाटक है। देवी की शक्ति का मतलब ये नहीं कि तुम उसकी तस्वीर लगा दो, बल्कि तुम उसकी तरह बन जाओ।

sagar patare अप्रैल 21 2025

अरे भाई, तू तो बहुत बातें कर रहा है। लेकिन बता क्या तूने आज अपने घर में देवी के लिए एक दीपक जलाया? नहीं न? तो फिर बातें करना बंद कर।

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