अगर आप छोटे क्षेत्रीय उड़ानों की बात कर रहे हैं तो बॉमबार्डियर CRJ200 अक्सर सुनते हैं। यह एक छोटा जेट है, जिसमें 50 से 55 सीटें होती हैं और इसे मुख्य रूप से छोटी दूरी के मार्गों पर इस्तेमाल किया जाता है। भारत में कई एरिया कनेक्टर्स और लीज़िंग कंपनियां इस मॉडल को पसंद करती हैं क्योंकि इसकी चलाने की लागत कम है और रख‑रखाव आसान रहता है।
CRJ200 के कई ऐसे पहलू हैं जो इसे अन्य छोटे जेट से अलग बनाते हैं:
इन कारणों से छोटे शहरों के बीच कनेक्शन तेज़ और विश्वसनीय बना रहता है।
भारतीय एयरलाइनें अक्सर CRJ200 को छोटे मार्गों, जैसे मुंबई‑पुणे, दिल्ली‑जोधपुर या चेन्नई‑कोडाइकनाल पर तैनात करती हैं। इसका छोटा आकार और तेज़ टर्नअराउंड टाइम (लगभग 30 मिनट) शेड्यूलिंग में लचीलापन देता है। इसके अलावा, कई निजी चार्टर ऑपरेटर भी इस जेट को बिजनेस ट्रैवल या समूह यात्राओं के लिए चुनते हैं क्योंकि यह कम कीमत पर आरामदायक सफर प्रदान करता है।
यदि आप एक एयरलाइन चलाते हैं तो CRJ200 का चयन करने से आपकी लागत संरचना सरल हो जाती है। रख‑रखाव की फीस बड़ी जेट्स की तुलना में घटती है, और पायलट प्रशिक्षण भी कम समय में पूरा हो जाता है क्योंकि एयरोडायनामिक्स समान होते हैं। इस कारण छोटे एयरलाइन स्टार्ट‑अप को जल्दी बाजार में प्रवेश मिल सकता है।
संक्षेप में कहें तो बॉमबार्डियर CRJ200 छोटा, सस्ता और भरोसेमंद जेट है जो भारत के विविध भू‑भौगोलिक परिस्थितियों में फिट बैठता है। यदि आप छोटे दूरी की उड़ानों को किफायती बनाना चाहते हैं तो इस मॉडल पर एक नज़र जरूर डालें।
नेपाल की सौर्य एयरलाइन्स का 21 साल पुराना बॉम्बार्डियर CRJ200 जेट काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हादसे का शिकार हो गया। विमान पोखरा जा रहा था और इसमें 19 लोग सवार थे, जिनमें से 13 की मौत हो गई। यह विमान पहले भी हादसों से जुड़ा रहा है।