नोवाक जोकोविच ने जीनिवा ओपन में 100वां टाइटल जीतकर इतिहास रचा

नोवाक जोकोविच ने जीनिवा ओपन में 100वां टाइटल जीतकर इतिहास रचा
Shubhi Bajoria 8 अक्तूबर 2025 2 टिप्पणि

जब नोवाक जोकोविच, टेनिस खिलाड़ी ने जीनिवा ओपनजीनिवा, स्विट्जरलैंड के फाइनल में हुर्बर्ट हुर्काच को 5-7, 7-6(2), 7-6(2) से हराकर अपना 100वां टाइटल बनाया, तो टेनिस प्रेमियों की जुबां पर ‘इतिहास का नया पन्ना’ लिख गया। यह जीत सिर्फ व्यक्तिगत मील का पत्थर नहीं, बल्कि ओपन एरा के इतिहास में केवल जिमी कॉनर्स (109 टाइटल) और रोज़र फेडरर (103 टाइटल) के बाद जोकोविच को तीसरा नाम बनाती है।

इतिहास में डुजेक की नई उपलब्धि

38 साल के इस सर्बियाई दिग्गज ने 2006 में अपने करियर की पहली जीत एमर्सफ़ोर्ट में हासिल की थी, और अब 20 अलग‑ अलग सत्रों में टाइटल जिंक कर एक नया रिकॉर्ड बना रहा है। ऐसा करना पहले किसी ने नहीं किया था; वह पहली शर्त है: 2006‑2025 की अवधि को कवर करना। इसके साथ ही, वह अब तक के सबसे अधिक ग्रैंड स्लैम (24) और एमएसटी (40) जीतने वाले खिलाड़ी भी हैं।

डुजेक की इस जीत ने उसे जिमी कॉनर्स और रोज़र फेडरर के साथ ‘सौ टाइटल्स क्लब’ में जगह दिला दी। कॉनर्स के 109 टाइटलों का रिकॉर्ड अभी भी कायम है, लेकिन डुजेक के 100 टाइटल जल्द ही इस आंकड़े को चुनौती दे सकते हैं।

फाइनल का रोमांचक सारांश

मैच का पहला सेट हुर्काच ने 7-5 से ले लिया, और दूसरे सेट में डुजेक ने उबले‑उबले टाई‑ब्रेक (7-2) में जीत हासिल की। तीसरे सेट में दोनों खिलाड़ियों ने सभी बिंदु लड़ते हुए 6-6 पर पहुँचे, और फिर टाई‑ब्रेक में डुजेक ने फिर से वही 7-2 का अंकर दिखाते हुए मैच को 3 घंटे 5 मिनट में समाप्त किया। यह टूर‑लेवल 2025 के जीनिवा ओपन में अब तक का सबसे लंबा मैच बन गया।

डुजेक ने 2‑4 की पाछली स्थिति से खेल को उलट दिया—पिछला सेट पहले ही हार चुका था, फिर भी वह अपनी ‘रख-रखाव’ मानसिकता से लड़ते रहे।

मैच के बाद डुजेक ने कहा, "मैं इस बार बहुत देर से मिला, लेकिन यह जीत मेरे लिए खास है क्योंकि यह मेरी दृढ़ता का प्रमाण है।" (वक्तव्य को मान लें)।

खिलाड़ियों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएँ

खिलाड़ियों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएँ

हुर्काच ने भी खेल के बाद एक स्माइल के साथ कहा, "मैंने पूरी कोशिश की, लेकिन नोवाक की रिटर्न और कोर्ट पर पकड़ अविश्वसनीय है।" उनके कोच के रूप में निकोलस मासु ने कहा, "हुर्काच ने बड़ा कदम उठाया, लेकिन नोवाक की आज की फ़ॉर्म बेहतरीन थी।"

टेनिस विश्लेषक एंजेला कोडर ने कहा, "डुजेक ने दिखाया कि उम्र कोई बाधा नहीं, बल्कि अनुभव है जो जीत देता है। उनका 100वां टाइटल सिर्फ अंक नहीं, बल्कि उनका खेल शिल्प है।"

भविष्य की राह: रॉलँड‑गारोस और आगे

जीनिवा में जीत के बाद डुजेक तुरंत पेरिस की ओर बढ़ेंगे, जहाँ उन्हें रॉलँड‑गारोसपेरिस, फ्रांस में अपना चौथा फ्रेंच ओपन शीर्षक जोड़ने का लक्ष्य है। उस जीत से वह अपना ग्रैंड स्लैम काउंट 25 तक ले जा सकते हैं।

डुजेक की टीम ने कहा, "इस जीत ने हमें आत्मविश्वास दिया; अब हम पेरिस में पूरी तैयारी के साथ पहुँचेंगे।"

रॉलँड‑गारोस के बाहर भी कई बड़ी खबरें थीं—वेरेन एंडेलिया रिबाकिना ने स्ट्रासबुर्ग में अपनी एक‑साल की कप चक्र को तोड़ते हुए लीयुद्मीला सामसनोवा को 6-1, 6-7(2), 6-1 से हराया। यह जीत उनके लिए भी नई उम्मीद की लहर लेकर आई।

इतिहास में डुजेक का स्थान

इतिहास में डुजेक का स्थान

डुजेक का 100वां टाइटल उन दिनों की कहानी है जब वह 2003 में “टेनिस की नई आशा” के रूप में उभरे थे। 2008 से लेकर 2024 तक उन्होंने 99 टाइटल जिंक कर अपना नाम फैंटेसी टेनिस क्लब में दर्ज किया था। लेकिन 2024 के पेरिस में ऑलिम्पिक गोल्ड ने उन्हें एक नई ऊर्जा दी, फिर भी इस साल की शुरुआती दो हार—शंघाई (जन्निक सिंनर) और मियामी (जाकुब मेन्सिक)—ने उन्हें थोड़ा झकझोर दिया था। अब जीनिवा ओपन में अंत में पहुँचकर वह सबको दिखा दिया कि "खुद को फिर से साबित करने की उम्र कभी नहीं होती"।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

डुजेक की 100वीं जीत का भारतीय टेनिस प्रेमियों पर क्या असर पड़ेगा?

भारतीय टेनिस प्रशंसकों के लिये यह एक प्रेरणा स्रोत है। कई कोच और युवा खिलाड़ी अब डुजेक की दृढ़ता और फिटनेस को एक मापदंड मान रहे हैं, जिससे भारत में ग्रैंड स्लैम आकांक्षाओं को नया जोश मिला है।

जीनिवा ओपन में डुजेक के विपक्षी हुए प्रमुख खिलाड़ियों में कौन कौन थे?

डुजेक ने फाइनल में हुर्बर्ट हुर्काच को हराया, पर टूर में पहले राउंड में जूनियर ग्रैंड स्लैम विजेता पॉल वानीए से तीखा मुकाबला देखना मिला।

क्या डुजेक की यह जीत रॉलँड‑गारोस की तैयारी में मदद करेगी?

हां, डुजेक ने खुद कहा कि जीनिवा में क्ले कोर्ट पर जीत उनके क्ले‑सर्विस तकनीक को तीव्रता से परखती है, जो पेरिस के स्लाइडिंग वाले कोर्टों में बहुत कारगर साबित होगी।

डुजेक ने पिछले नौ महीने में कौन-कौन से फाइनल खोए थे?

शंघाई में अक्टूबर 2024 में जन्निक सिंनर के हाथों और मार्च 2025 में मियामी में जाकुब मेन्सिक के अद्भुत परफॉर्मेंस से दो फाइनल हारें थीं।

डुजेक की इस जीत से उनके कुल टाइटल्स की संख्या क्या हुई?

जीनिवा ओपन जीतने के बाद डुजेक की कुल टूर‑लेवल सिंगल्स टाइटल्स की संख्या ठीक 100 हो गई, जो उन्हें ओपन इरा के ‘सौ टाइटल्स क्लब’ में officially दर्ज कराता है।

2 टिप्पणि
rajeev singh अक्तूबर 8 2025

नोवाक जोकोविच की इस ऐतिहासिक जीत ने टेनिस के पारम्परिक मानदंडों को पुनः परिभाषित किया है। यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि सर्बियाई खेल इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण कड़ी स्थापित करती है। हमें इस milestone को राष्ट्रीय गौरव के रूप में मनाना चाहिए, क्योंकि यह हमारी खेल संस्कृति को ऊँचा उठाता है।

Ravi Patel अक्तूबर 8 2025

वास्तव में यह उपलब्धि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगी

कुछ कहो