जब भी कोई बड़ी झगड़ा या दंगा सड़क पर फूटता है, अक्सर उसे हम ‘भगदड़’ कहते हैं। ये अचानक छिटपुट होते हैं, लेकिन असर बहुत गहरा रहता है – लोगों की ज़िन्दगी, व्यापार और रोज़मर्रा के कामकाज़ सब प्रभावित होते हैं। इस पेज में हम हाल की प्रमुख भगदड़ घटनाओं को आसान भाषा में समझाते हैं, ताकि आप जल्दी से जरूरी जानकारी पा सकें।
ज्यादातर दंगे दो‑तीन चीज़ों की वजह से होते हैं – राजनीति, सामाजिक तंगदिली और आर्थिक तनाव। चुनावी समय में पार्टियों का एक‑दूसरे को दबाना, या किसी समुदाय में संसाधनों की कमी के चलते झगड़ा अक्सर बिगड़ जाता है। साथ ही सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें तेज़ी से फैलती हैं और लोग तुरंत रैली कर देते हैं। इन कारणों को समझना मदद करता है कि भविष्य में कौन‑सी चीज़ें रोकनी चाहिए।
अगर आप किसी भगदड़ के बीच फँस जाएँ तो सबसे पहले शांत रहें और भीड़ से दूर हटने की कोशिश करें। पुलिस या स्थानीय अधिकारियों की मदद लेनी चाहिए, लेकिन अगर वह नहीं है तो निकटतम सुरक्षित जगह (जैसे स्कूल, मंदिर या बड़ी इमारत) में छिपें। अपने मोबाइल पर आपातकालीन नंबर 112 डायल करके स्थिति बताना न भूलें।
सरकार भी कई बार सुरक्षा उपाय बढ़ाती है – जैसे रूट बंद करना, अतिरिक्त पुलिस भेजना और निगरानी कैमरे लगाना। लेकिन आम लोग खुद की सुरक्षा के लिए जागरूक रहना ज़्यादा जरूरी है।
हम इस टैग पेज पर हर नई भगदड़ से जुड़ी रिपोर्ट जोड़ते हैं: चाहे वह दिल्ली‑कुर्सी की सड़क पर हुए झगड़े हों, या छोटे कस्बे में बाजार बंद होने का मामला। आप यहाँ जल्दी से पढ़ सकते हैं कि क्या हुआ, कौन जिम्मेदार है और आगे क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
हर रिपोर्ट के साथ हम कारणों और सरकारी प्रतिक्रिया को भी संक्षेप में बताते हैं। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि क्या आपका पड़ोस या शहर अगली बार इस तरह की समस्या से बच सकता है।
अगर आप किसी घटना का firsthand अनुभव रखते हैं, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें। आपकी जानकारी दूसरों को सावधान कर सकती है और अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने में मदद कर सकती है।
हमारा लक्ष्य सिर्फ खबरें देना नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक बनाना भी है। इसलिए इस पेज पर आने वाले हर लेख को पढ़ें, शेयर करें और अपने आसपास के लोगों को सूचित रखें। सुरक्षित रहिए, सतर्क रहिए!
नई दिल्ली के मुख्य रेलवे स्टेशन पर 16 फरवरी, 2025 को एक भगदड़ में 18 लोगों की मृत्यु हुई। प्रभावित व्यक्तियों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। लगभग दर्जन भर लोग घायल हो गए। भीड़ के कारण व्यापार शुरू होने से पहले प्लेटफॉर्म 12 से प्लेटफॉर्म 16 पर अचानक की गई घोषणा से भ्रम और बढ़ गया। सरकार ने जाँच के आदेश दिए हैं और मुआवज़ा घोषित किया है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक धार्मिक सभा 'सत्संग' के दौरान हुई भगदड़ में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई है। अत्यधिक भीड़ के कारण यह हादसा हुआ। एटा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि 27 शव पोस्ट-मॉर्टम हाउस लाए गए, जिनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं। 150 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया।