अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: तारीख, थीम, इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: तारीख, थीम, इतिहास और महत्व
Shubhi Bajoria 19 जून 2024 13 टिप्पणि

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: तारीख, थीम, इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 खास है क्योंकि यह आयोजन अपनी 10वीं वर्षगांठ मना रहा है। हर साल की तरह, यह 21 जून को मनाया जाएगा, जो इस बार शुक्रवार को पड़ता है। इस वर्ष का थीम 'योग फॉर सेल्फ एंड सोसाइटी' रखा गया है। इस थीम का उद्देश्य न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य का बल्कि सामाजिक सद्भाव और समुदाय कल्याण का भी प्रचार-प्रसार करना है।

योग दिवस की शुरुआत

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की स्थापना 2014 में हुई थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में इसका प्रस्ताव पेश किया था। यह प्रस्ताव तेजी से स्वीकृत हुआ और 11 दिसंबर 2014 को सराहना के साथ इसे आधिकारिक रूप से अपनाया गया। पहली बार इस दिवस को 21 जून 2015 को मनाया गया था। इस दिन को विशेष रूप से चुना गया क्योंकि यह ग्रीष्म संक्रांति का दिन है, जो प्रकाश और कल्याण का प्रतीक है।

योग का महत्व

योग का महत्व

योग का महत्व अत्यधिक व्यापक है। यह शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, मानसिक स्पष्टता प्रदान करता है और तनाव को कम करने में सहायक होता है। योग एक पूर्ण और समग्र दृष्टिकोण देता है जो न केवल शारीरिक अभ्यास बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन को भी बढ़ावा देता है। लोग इसे नियमित अपनाकर अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।

योग का सामाजिक महत्व

योग ने सांस्कृतिक और भौगोलिक सीमाओं को तोड़ा है और हमें एक वैश्विक समाज के रूप में एकसाथ लाया है। यह समुदाय और समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ जोड़ता है, जिससे समग्र कल्याण को बढ़ावा मिलता है। इसके माध्यम से हम न केवल व्यक्तिगत सुधार की दिशा में बल्कि सामूहिक सुधार की दिशा में भी कदम उठा सकते हैं।

प्रधानमंत्री का आह्वान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों से योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का आग्रह किया है। उन्होंने इसे एक ऐसा साधन बताया है जिससे हम स्वस्थ जीवनशैली को अपना सकते हैं और लम्बे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं। यह व्यक्तिगत और सामूहिक कल्याण का एक महत्वपूर्ण साधन है।

2024 की थीम: योग फॉर सेल्फ एंड सोसाइटी

इस वर्ष की थीम 'योग फॉर सेल्फ एंड सोसाइटी' पर जोर दिया गया है। इसका उद्देश्य यह है कि सिर्फ स्वयं के लिए योग का अभ्यास न करते हुए, समाज में भी इसकी महत्ता को बढ़ावा दें। यह थीम इस विचार को पुष्ट करती है कि एक स्वस्थ व्यक्ति ही स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकता है और समाज की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।

विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला पर्व

विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला पर्व

योग दिवस अब एक वैश्विक पर्व बन गया है जिसे अलग-अलग देशों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। लाखों लोग इस दिन एकसाथ मिलकर योग का अभ्यास करते हैं, जो न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है बल्कि संस्कृति और विचारों का आदान-प्रदान भी करता है। एक मंच पर कई संस्कृतियों का आना और योग के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ उठाना एक बेहद सराहनीय पहल है।

योग और उसकी विभिन्न विधाएं

योग की विभिन्न विधाएं हैं जिनमें पारंपरिक हठयोग, अष्टांग योग, कपालभाति, प्राणायाम और ध्यान शामिल हैं। प्रत्येक विधा का अपना महत्व है और ये सभी मिलकर संपूर्ण योग का निर्माण करती हैं। हठयोग जहां शारीरिक आसनों पर जोर देता है, वहीं ध्यान मानसिक शांति और संतुलन पर केंद्रित होता है। प्राणायाम श्वांस-प्रश्वांस को नियंत्रित करता है और शरीर में ऊर्जा का संचार करता है।

योग और उसके लाभ

योग के लाभ अनगिनत हैं। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को भी मजबूत बनाता है। योग के नियमित अभ्यास से रक्तचाप नियंत्रण में रहता है, हृदय रोगों का जोखिम कम होता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी योग एक वरदान है, जो उत्तेजना, तनाव और अवसाद को दूर करता है।

भविष्य के लिए एक दृष्टिकोण

भविष्य के लिए एक दृष्टिकोण

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एक ऐसा अवसर है जिसमें हम एकजुट होकर योग के महत्व को समझ सकते हैं और इसे अपने जीवन का हिस्सा बना सकते हैं। यह न केवल एक दिन का उत्सव है बल्कि एक नई जीवनशैली अपनाने का संकल्प है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहल हमें एक स्वस्थ और समृद्ध भविष्य की ओर प्रेरित करती है, जिसमें हम सभी खुशहाल और संतुलित जीवन जी सकते हैं।

13 टिप्पणि
Anuj Poudel जून 21 2024

योग तो बस आसन नहीं है, ये तो जीवन का एक तरीका है। मैंने पिछले 7 साल से रोज़ सुबह 6 बजे उठकर प्राणायाम किया है-और अब मेरा दिमाग इतना शांत है कि ट्रैफिक जाम में भी गुस्सा नहीं आता। योग ने मुझे खुद से जोड़ दिया।

Aishwarya George जून 22 2024

इस साल की थीम 'योग फॉर सेल्फ एंड सोसाइटी' बहुत सही है। जब आप खुद को स्वस्थ रखते हैं, तो आपका आसपास का वातावरण भी बदल जाता है। मैंने अपने ऑफिस में लंच टाइम पर 10 मिनट का योग सेशन शुरू किया-अब पूरा टीम इसे लव करता है।

Vikky Kumar जून 23 2024

योग का विश्वव्यापी प्रचार एक सांस्कृतिक उपनिवेशवाद है। इसे राष्ट्रीय प्रचार के रूप में बढ़ावा देना, अन्य शारीरिक अभ्यासों को दबाने का तरीका है। योग के लाभों को अतिरंजित किया जा रहा है।

manivannan R जून 25 2024

bro, योग के बारे में बहुत ज्यादा गुनगुनाया जा रहा है। पर असल में ज्यादातर लोग बस इंस्टाग्राम के लिए फोटो खींच रहे हैं। कपालभाति तो करते हैं, पर श्वास भूल जाते हैं। और फिर डॉक्टर के पास जाते हैं कि 'मुझे ब्रेस्ट पेन हो रहा है'।

Uday Rau जून 26 2024

योग एक ऐसा दरवाज़ा है जो अलग-अलग देशों, भाषाओं, और धर्मों को एक साथ ला देता है। मैंने बर्लिन में एक जर्मन दादी के साथ योग किया-वो बोली, 'ये तो मेरे ग्रामीण बचपन का नाच है!'। योग कोई राष्ट्रीय संपत्ति नहीं, ये तो मानवता की विरासत है।

sonu verma जून 27 2024

योग सिर्फ शरीर के लिए नहीं, दिल के लिए भी है। मैं रोज़ शाम को 5 मिनट ध्यान करता हूँ-बस खुद को देखता हूँ। और फिर एक गहरी सांस लेता हूँ। ये छोटी बातें ही बड़ा बदलाव लाती हैं।

Siddharth Varma जून 29 2024

क्या योग वाकई में डिप्रेशन को ठीक करता है? मैंने 3 महीने कोशिश की पर कुछ नहीं बदला। क्या ये सब बस प्रचार है?

chayan segupta जून 29 2024

जब तक तुम अपने घर के बाहर योग करते हो, तब तक तुम अपने आप को बदल नहीं पाओगे। अंदर से शुरू करो। बस एक दिन, एक सांस, एक आसन। तुम खुद भी हैरान रह जाओगे। 💪🧘‍♂️

King Singh जून 29 2024

मैंने अपने बेटे को योग सिखाया। वो अब रोज़ स्कूल जाने से पहले एक आसन करता है। उसकी शिक्षिका ने कहा-'बच्चा आज बहुत शांत है'। योग बच्चों के लिए भी बहुत अच्छा है।

Dev pitta जून 29 2024

क्या कोई बता सकता है कि प्राणायाम के बाद जब श्वास रोकते हो, तो दिमाग में जो खालीपन आता है-वो क्या है? वो तो बस शांति नहीं, बल्कि एक अजीब सी चुप्पी है।

praful akbari जून 30 2024

योग ने मेरी जिंदगी बदल दी। अब मैं न तो गुस्सा करता हूँ, न चिंता करता हूँ। बस जी लेता हूँ।

kannagi kalai जुलाई 1 2024

योग तो बहुत अच्छा है, पर अगर इसे एक दिन का उत्सव बना दिया गया, तो ये बस एक फैशन स्टेटमेंट बन जाएगा।

Roy Roper जुलाई 2 2024

योग बस एक अभ्यास है। जिसे बहुत बड़ा बनाया जा रहा है। ज्यादा बातें कम करो।

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