व्लादिमीर पुटिन – कौन हैं और क्या करते हैं?

अगर आप राजनीति में रुचि रखते हैं तो पुटिन का नाम आपके कानों में जरूर बजता होगा। वह रूसी संघ के राष्ट्रपति हैं, लेकिन उनका सफ़र सिर्फ एक पद तक सीमित नहीं है। यह लेख आपको उनके जीवन, करियर और आज की प्रमुख नीतियों को आसान भाषा में समझाएगा, ताकि आप खबरों को बेहतर ढंग से पढ़ सकें।

पुटिन की राजनीतिक यात्रा

पुतिन का जन्म 1952 में लेनिनग्राद (अब सेंट पीटर्सबर्ग) में हुआ था। उन्होंने कानून की पढ़ाई की और फिर 1975 में KGB – सोवियत यूनियन के गुप्तचर एजेंसी – में शामिल हुए। इस काम ने उन्हें सुरक्षा, विदेश नीति और रणनीति का गहरा ज्ञान दिया।

1990 के दशक में सोवियत संघ टूट गया, और पुटिन को स्थानीय प्रशासन में कई महत्वपूर्ण पद मिले। 1998‑99 में उन्होंने रूसी प्रधान मंत्री बोरिस येल्त्सिन की टीम में शामिल होकर आर्थिक सुधारों पर काम किया। यह वही समय था जब वह राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रहे थे।

1999 में येल्त्सिन ने अचानक राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया और पुटिन को इंटरेम राष्ट्रपति नियुक्त कर दिया। 2000 के चुनाव में उन्होंने आधिकारिक तौर पर पहला टर्म जीत लिया। तब से लेकर अब तक वह दो बार राष्ट्रपति (2000‑2008, 2012‑present) और एक बार प्रधानमंत्री (2008‑2012) रहे हैं।

वर्तमान में पुटिन के फैसले और असर

पुटिन की नीतियों का सबसे बड़ा प्रभाव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिखता है। 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण ने पूरी दुनिया को हिला दिया। इस कदम से रूसी अर्थव्यवस्था पर कड़ी प्रतिबंध लगा, लेकिन पुटिन ने अपनी ऊर्जा नीति को मजबूत करके आर्थिक नुकसान कम करने की कोशिश की।

रूस‑चीन गठबंधन भी पुटिन के समय में तेज़ी से बढ़ा है। दोनों देशों ने व्यापार, रक्षा और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाया, जिससे पश्चिमी दबाव का मुकाबला किया जा रहा है। भारत‑रूस संबंधों पर भी पुटिन का असर बड़ा है; उन्होंने एंटी‑टेररिस्ट सहकारिता, ऊर्जा परियोजनाओं और सैन्य प्रशिक्षण को आगे बढ़ाया है।

देश के भीतर पुटिन ने मीडिया और इंटरनेट नियंत्रण को सख़्त किया है। यह कदम आलोचकों को असहज करता है, लेकिन सरकार का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा की जरूरत है। इसके अलावा उन्होंने सामाजिक स्थिरता के लिये कई आर्थिक योजनाएँ शुरू की हैं, जैसे कृषि समर्थन और ग्रामीण विकास।

अगर आप भारत में रहते हुए रूसी‑भारतीय व्यापार या विदेश नीति पर नज़र रखना चाहते हैं तो पुटिन के निर्णयों को समझना जरूरी है। उनकी हर नई घोषणा भारतीय कंपनियों, निवेशकों और राजनयिकों को सीधे प्रभावित करती है। इसलिए इस टैग पेज को फॉलो करके आप ताज़ा अपडेट पा सकते हैं।

सारांश में कहा जाए तो व्लादिमीर पुटिन एक लंबे समय से सत्ता में रहे नेता हैं, जिनकी नीतियां घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तर पर गहरा असर रखती हैं। उनका इतिहास, रणनीति और वर्तमान कदम जानने से आप खबरों को बेहतर समझ पाएंगे और अपने विचार बना सकेंगे।

Shubhi Bajoria 10 नवंबर 2024

व्लादिमीर पुतिन का रूस में जन्मदर बढ़ाने का महत्वाकांक्षी अभियान

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस की घटती जन्मदर के समाधान के लिए एक साहसिक पहल की शुरुआत की है। पुतिन ने रूसियों को अपने कार्यक्षेत्र की अवकाश अवधि का उपयोग प्रजनन के लिए करने का आग्रह किया है। सरकार फर्टिलिटी टेस्ट और आर्थिक प्रोत्साहन की पेशकश कर रही है। यह योजना देश की दीर्घकालिक सुरक्षा और जनसंख्या वृद्धि के लिए आवश्यक है।