व्लादिमीर पुतिन का रूस में जन्मदर बढ़ाने का महत्वाकांक्षी अभियान

व्लादिमीर पुतिन का रूस में जन्मदर बढ़ाने का महत्वाकांक्षी अभियान
Shubhi Bajoria 10 नवंबर 2024 19 टिप्पणि

रूस के जनसंख्या संकट का सामना

रूस में जनसंख्या में कमी का मुद्दा गंभीरता से उभर रहा है, और इसे देखते हुए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बेहद अनोखे और स्पष्ट पहल की शुरुआत की है, जिसका मकसद रूस में घटती जन्मदर को बढ़ाना है। रूस की जन्मदर जो कि वर्तमान में प्रति महिला 1.5 बच्चे है, चिंता का विषय बन गई है। जनसंख्या स्थिरता के लिए यह दर 2.1 होनी चाहिए। राष्ट्रपति पुतिन ने अपने देशवासियों से अपील की है कि वे अपने कार्य के दौरान ब्रेक लेकर महत्वपूर्ण प्रजनन गतिविधियों का हिस्सा बनें।

सरकार का दृष्टिकोण और प्रोत्साहन

रूस के स्वास्थ्य मंत्री येवगेनी शेस्तोपालोव ने इस नीति का समर्थन करते हुए कहा है कि व्यस्त कार्यशील दिनचर्या बच्चों के जन्म के प्रति बाधा नहीं बननी चाहिए और ऐसे ब्रेक समय का उपयोग प्रजजन के लिए किया जा सकता है। इसके साथ ही मास्को में 18 से 40 वर्ष की महिलाओं के लिए मुफ्त प्रजनन जांच की पेशकश की जा रही है। इसके अलावा चेल्याबिंस्क के युवा महिलाओं को 24 वर्ष की आयु से पहले बच्चे उत्पन्न करने के लिए £8,500 का आर्थिक प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है।

योजनाएं और राजनीतिक समर्थन

इस रणनीति के एक हिस्से के रूप में, गर्भपात पर प्रतिबंध और तलाक की फीस में वृद्धि जैसे कदम उठाए जा रहे हैं। रूस के सांसद जैसे अन्ना कूज़नेत्सोवा और ज़्हन्ना रयाब्तसेवा ने महिलाओं से अनुरोध किया है कि वे कम उम्र में परिवार शुरू करें। उनका मानना है कि 18 या 19 साल की उम्र में बच्चे होने से बड़े परिवार होंगे।

नियोक्ता की भूमिका

इसके अलावा, नियोक्ताओं को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपने कर्मचारियों में जन्मदर की निगरानी करें और प्रोत्साहित करें। सांसद तात्याना बूतस्काया ने सुझाव दिया है कि प्रत्येक नियोक्ता को अपने कार्यस्थल की जन्मदर का आकलन करना चाहिए और कर्मचारियों को परिवार शुरू करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। यह सब क्रेमलिन की उस व्यापक पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य 2050 तक जनसंख्या का अनुमानित स्तर 144 मिलियन से घटकर 130 मिलियन होने के डर को समाप्त करना है।

रूस का भविष्य सुरक्षित करना

इस तरह की रणनीतियों का उद्देश्य रूस की दीर्घकालिक अस्तित्व और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करना है, और यह देखना बाकी है कि ये प्रयास कितना सफल होते हैं। प्रजनन और परिवार की संवेदनशीलता को समझते हुए, सरकार के ये कदम आर्थिक प्रोत्साहन और सामाजिक जिम्मेदारी के समग्र दृष्टिकोण का हिस्सा हैं। रूस में जनसंख्या संकट को लेकर यह पहल उस संस्कृति के पुनरुद्धार का प्रतीक है, जिसमें परिवार और राष्ट्रीय सुरक्षा को पहली प्राथमिकता दी जाती है।

19 टिप्पणि
Puneet Khushwani नवंबर 10 2024

ये सब बकवास है।

Atul Panchal नवंबर 12 2024

रूस की जनसंख्या नीति एक राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति है। ये बस बच्चे पैदा करने की बात नहीं, ये एक जीवित सभ्यता के अस्तित्व की लड़ाई है। हमारे देश में भी ऐसी नीतियां जरूरी हैं। जन्मदर 1.8 से नीचे गिर गया तो अब क्या होगा? हमारी सेना कौन भरेगा? हमारी आर्थिक शक्ति कौन संभालेगा? ये बातें नहीं तो भविष्य नहीं।

Shubh Sawant नवंबर 13 2024

अरे भाई ये तो बहुत अच्छा हुआ! मैंने तो सोचा था रूस में लोग बस बीयर पीकर बैठे रहेंगे, पर देखो ये लोग सोच रहे हैं भविष्य के बारे में। हमारे देश में भी ऐसा करना चाहिए। मैंने अपने दोस्त को बोला था कि बेटा अभी शादी कर ले, नहीं तो बाद में बार-बार ड्राइव नहीं मिलेगी। 😄

Patel Sonu नवंबर 14 2024

जन्मदर का नियंत्रण राष्ट्रीय सुरक्षा का अंग है और ये प्रोत्साहन एक डेमोग्राफिक रिस्क मैनेजमेंट स्ट्रैटेजी है। जब एक देश की जनसंख्या घटने लगे तो उसकी आर्थिक वृद्धि भी धीमी हो जाती है। ये बच्चों के जन्म की बात नहीं ये जनसंख्या लाइफसाइकिल की बात है। गर्भपात पर प्रतिबंध और तलाक फीस बढ़ाना एक नैतिक रिसेट है।

Sri Lakshmi Narasimha band नवंबर 16 2024

इतना बड़ा अभियान... लेकिन क्या कोई ये सोचता है कि लड़कियां क्या महसूस कर रही हैं? 🤔 मैं तो एक दोस्ती के साथ बात कर रही थी जो अपनी नौकरी के लिए बच्चे नहीं चाहती। ये सब बातें अच्छी हैं लेकिन क्या उनकी आवाज़ सुनी जा रही है? 🤷‍♀️

Adarsh Kumar नवंबर 16 2024

ये सब बहुत आसानी से बोला जा रहा है... पर असल में ये एक राष्ट्रीय अपराध है। ये नीतियां कैसे बनीं? किस राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने इसे डिज़ाइन किया? क्या ये एक साजिश है? क्या वो लोग जो बच्चे नहीं चाहते, उन्हें निशाना बनाया जा रहा है? ये रूस का अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक नियंत्रण है। ये बच्चे नहीं, ये राष्ट्रीय लोयल्टी की जांच है।

Santosh Hyalij नवंबर 17 2024

एक संस्कृति जो अपने भविष्य के लिए निवेश करती है, वही स्थायी होती है। बच्चों को जन्म देना एक नैतिक दायित्व है। ये रूस की नीति सिर्फ आंकड़े नहीं, ये एक सभ्यता का आत्मसात्करण है। अगर हम अपने बच्चों के भविष्य को अनदेखा करते हैं, तो हम अपने आप को नष्ट कर रहे हैं।

Nidhi Singh Chauhan नवंबर 17 2024

ये सब तो बहुत सुंदर लगता है... लेकिन अगर कोई लड़की अपने बॉस के सामने जाकर कहे कि मैं बच्चा चाहती हूं तो क्या वो उसे प्रमोशन देगा? या फिर उसे निकाल देगा? ये सब बातें बस बाहरी दिखावा है। असल में लड़कियों को नौकरी खोने का डर है।

Anjali Akolkar नवंबर 18 2024

मुझे लगता है ये बहुत अच्छा है ❤️ अगर एक देश अपने भविष्य को सुरक्षित करना चाहता है तो इस तरह के कदम जरूरी हैं। मैंने अपने भाई को बोला था कि शादी कर ले, अभी तो वो बहुत डर रहा था। अब वो खुश है और बच्चा भी है। ये बस प्यार और समर्थन की बात है।

sagar patare नवंबर 18 2024

अरे ये सब क्या है? नौकरी के बीच में बच्चा बनाने का निर्देश? तुम्हारी नौकरी का बोझ नहीं है तुम्हारे जीवन का? क्या अब हर आदमी को एक बच्चा बनाना है? ये तो बस एक बुरा फिल्म है।

srinivas Muchkoor नवंबर 18 2024

गर्भपात पर प्रतिबंध? ये तो बहुत बुरा है। अगर कोई महिला अपने शरीर पर नियंत्रण नहीं रख सकती तो ये एक डिक्टेटरशिप है। रूस का ये अभियान नहीं, ये एक फेसबुक ग्रुप है जहां बुजुर्ग आदमी अपने बच्चों को बुला रहे हैं।

Shivakumar Lakshminarayana नवंबर 19 2024

ये सब एक बड़ी धोखेबाजी है। जन्मदर बढ़ाने के नाम पर नियंत्रण बढ़ाया जा रहा है। ये बच्चे नहीं, ये एक राष्ट्रीय आयोजन है। जब तक आप लोगों को अपने शरीर पर अधिकार नहीं देंगे, तब तक ये सब बकवास है।

Parmar Nilesh नवंबर 21 2024

रूस ने जनसंख्या को राष्ट्रीय अस्तित्व का हिस्सा बना लिया है। ये कोई आर्थिक नीति नहीं, ये एक सांस्कृतिक रिवॉल्यूशन है। जब एक देश अपने भविष्य के लिए खड़ा होता है, तो उसे अपने बच्चों को जन्म देना ही पड़ता है। ये नहीं कि बस एक ट्रेन चल रही है, ये तो एक नौका है जिसे आगे बढ़ाना है।

Arman Ebrahimpour नवंबर 23 2024

ये नीतियां अमेरिका के खिलाफ एक जनसांख्यिकीय युद्ध है। ये बच्चे नहीं, ये एक राष्ट्रीय आयोजन है। अगर हम ये नहीं करेंगे तो अगले 20 साल में हमारी जनसंख्या गायब हो जाएगी। ये बस बच्चे नहीं, ये हमारी आत्मा है।

SRI KANDI नवंबर 23 2024

मुझे लगता है ये सब बहुत अच्छा है... लेकिन क्या हम लोगों को इसके बारे में बात करने का मौका दे रहे हैं? 🤔

Ananth SePi नवंबर 23 2024

ये बात बहुत गहरी है। जब एक सभ्यता अपने बच्चों के लिए खड़ी होती है, तो वह अपने भविष्य की रचना करती है। रूस का ये अभियान एक नए जन्म का प्रतीक है। ये बच्चों के जन्म की बात नहीं, ये एक सांस्कृतिक फिर से जागृति है। जब एक देश अपने लोगों के जीवन को अहमियत देता है, तो वह अपने आप को नहीं, बल्कि अपने आत्मा को बचाता है। ये एक ऐसा अभियान है जो न सिर्फ आंकड़े बदलता है, बल्कि दिल भी बदलता है। अगर हम इसे बस एक नीति के रूप में देखेंगे, तो हम इसकी गहराई को खो देंगे। ये एक नई शुरुआत है। एक नई उम्मीद।

Gayatri Ganoo नवंबर 23 2024

ये सब बस एक बड़ी साजिश है जिसका मकसद हमें अपने शरीर पर नियंत्रण खोने के लिए मजबूर करना है। ये बच्चे नहीं, ये एक अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण है।

harshita sondhiya नवंबर 25 2024

ये तो बहुत बुरा है! लड़कियों को बच्चे जन्म देने के लिए मजबूर करना? ये तो एक अपराध है! ये नहीं कि बच्चे चाहिए, ये तो लड़कियों के अधिकार चाहिए!

Shubh Sawant नवंबर 26 2024

अरे ये सब बहुत अच्छा है! लेकिन एक बात बताओ, अगर कोई लड़की अपने बॉस के सामने जाकर कहे कि मैं बच्चा चाहती हूं तो क्या वो उसे प्रमोशन देगा? 😅

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