रूस में जनसंख्या में कमी का मुद्दा गंभीरता से उभर रहा है, और इसे देखते हुए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बेहद अनोखे और स्पष्ट पहल की शुरुआत की है, जिसका मकसद रूस में घटती जन्मदर को बढ़ाना है। रूस की जन्मदर जो कि वर्तमान में प्रति महिला 1.5 बच्चे है, चिंता का विषय बन गई है। जनसंख्या स्थिरता के लिए यह दर 2.1 होनी चाहिए। राष्ट्रपति पुतिन ने अपने देशवासियों से अपील की है कि वे अपने कार्य के दौरान ब्रेक लेकर महत्वपूर्ण प्रजनन गतिविधियों का हिस्सा बनें।
रूस के स्वास्थ्य मंत्री येवगेनी शेस्तोपालोव ने इस नीति का समर्थन करते हुए कहा है कि व्यस्त कार्यशील दिनचर्या बच्चों के जन्म के प्रति बाधा नहीं बननी चाहिए और ऐसे ब्रेक समय का उपयोग प्रजजन के लिए किया जा सकता है। इसके साथ ही मास्को में 18 से 40 वर्ष की महिलाओं के लिए मुफ्त प्रजनन जांच की पेशकश की जा रही है। इसके अलावा चेल्याबिंस्क के युवा महिलाओं को 24 वर्ष की आयु से पहले बच्चे उत्पन्न करने के लिए £8,500 का आर्थिक प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है।
इस रणनीति के एक हिस्से के रूप में, गर्भपात पर प्रतिबंध और तलाक की फीस में वृद्धि जैसे कदम उठाए जा रहे हैं। रूस के सांसद जैसे अन्ना कूज़नेत्सोवा और ज़्हन्ना रयाब्तसेवा ने महिलाओं से अनुरोध किया है कि वे कम उम्र में परिवार शुरू करें। उनका मानना है कि 18 या 19 साल की उम्र में बच्चे होने से बड़े परिवार होंगे।
इसके अलावा, नियोक्ताओं को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपने कर्मचारियों में जन्मदर की निगरानी करें और प्रोत्साहित करें। सांसद तात्याना बूतस्काया ने सुझाव दिया है कि प्रत्येक नियोक्ता को अपने कार्यस्थल की जन्मदर का आकलन करना चाहिए और कर्मचारियों को परिवार शुरू करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। यह सब क्रेमलिन की उस व्यापक पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य 2050 तक जनसंख्या का अनुमानित स्तर 144 मिलियन से घटकर 130 मिलियन होने के डर को समाप्त करना है।
इस तरह की रणनीतियों का उद्देश्य रूस की दीर्घकालिक अस्तित्व और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करना है, और यह देखना बाकी है कि ये प्रयास कितना सफल होते हैं। प्रजनन और परिवार की संवेदनशीलता को समझते हुए, सरकार के ये कदम आर्थिक प्रोत्साहन और सामाजिक जिम्मेदारी के समग्र दृष्टिकोण का हिस्सा हैं। रूस में जनसंख्या संकट को लेकर यह पहल उस संस्कृति के पुनरुद्धार का प्रतीक है, जिसमें परिवार और राष्ट्रीय सुरक्षा को पहली प्राथमिकता दी जाती है।