जब आप सुनते हैं "फ़्रंट‑रनिंग" तो दिमाग में कई चीजें आ सकती हैं – क्रिकेट बैट्समैन की तेज़ शुरुआत, बॉक्सिंग में पहले से ही मुक्का मारना, या शेयर बाजार में पहले ट्रेड करना। मूल बात यही है कि कोई व्यक्ति या टीम शुरुआती कदमों में दूसरों से आगे निकल जाता है।
ये शब्द कई क्षेत्रों में अलग‑अलग रूप लेता है, पर सभी में एक ही सिद्धांत रहता है – जानकारी या स्थिति का फायदेमंद उपयोग करके पहले काम करना। चलिए इसे दो मुख्य हिस्सों में तोड़ते हैं: खेल और वित्त.
खेल में फ़्रंट‑रनिंग अक्सर उस समय कहा जाता है जब बैट्समैन या बॉलर शुरुआती ओवर में बहुत तेज़ गति से रन बनाते हैं या विकेट लेते हैं। क्रिकेट में "फ़्लोरिंग" या "पावरप्ले" के दौरान ही टीमें अक्सर इस रणनीति अपनाती हैं ताकि विरोधी को दबाव में रखा जा सके। बॉक्सिंग में भी फ़्रंट‑रनिंग का मतलब है कि किसी ने पहले से ही लड़ाई की तैयारी कर ली हो, जैसे पेरिस ओलंपिक में महिला बॉक्सिंग विवाद के दौरान कुछ एथलीट्स ने जल्दी ही अपने पक्ष को स्थापित किया था।
वित्तीय दुनिया में फ़्रंट‑रनिंग का मतलब है कि ट्रेडर या फर्में किसी बड़ी खबर या ऑर्डर से पहले शेयर खरीद लेते हैं, जिससे उन्हें लाभ मिलता है। यह अक्सर असमान जानकारी (इंसाइडर ट्रीडिंग) के रूप में देखा जाता है और कई देशों में कानूनन दण्डनीय होता है.
हमारी साइट पर कुछ पोस्ट इस बात को उजागर करती हैं कि कैसे फ़्रंट‑रनिंग विभिन्न घटनाओं में दिखती है। जैसे पेरिस ओलंपिक बॉक्सिंग वाद में, IOC ने जल्दी से दो एथलीट्स को योग्य ठहराया जबकि सोशल मीडिया पर बहस चल रही थी – यह एक तरह का प्री-एम्प्टिव फैसला था.
क्रिकेट में भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट मैच की पहली पारी 387‑387 के बराबर समाप्त हुई। यहाँ दोनों टीमों ने शुरुआती ओवर में बहुत तेज़ स्कोर किया, जिससे गेम का रिदम पहले ही सेट हो गया और आगे के प्लान पर असर पड़ा.
वित्तीय बाज़ार में सोना और चाँदी की कीमतें अक्सर फ़्रंट‑रनिंग से प्रभावित होती हैं। जब निवेशकों को पता चलता है कि कोई बड़ी सरकारी नीति बदलने वाली है, तो वे पहले ट्रेड कर लेते हैं और बाद में बड़े बदलाव का फायदा उठाते हैं.
हर क्षेत्र में फ़्रंट‑रनिंग के फायदे और नुकसान होते हैं। खेल में यह टीम को शुरुआती बढ़त देता है लेकिन अगर योजना विफल हुई तो जल्दी गिरावट भी आ सकती है। वित्तीय में यह असमानता पैदा कर सकता है, जिससे आम निवेशक नुकसान उठाते हैं.
तो अगली बार जब आप किसी प्रतियोगिता या शेयर मार्केट की खबर पढ़ें, तो सोचें कि क्या कोई फ़्रंट‑रनिंग कर रहा है? इस समझ से आप बेहतर निर्णय ले पाएंगे और अनावश्यक जोखिमों से बच सकेंगे.
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) क्वांट म्यूचुअल फंड के खिलाफ फ्रंट-रनिंग के आरोपों की जांच कर रहा है। मुंबई और हैदराबाद में छापेमारी की गई और कई व्यक्तियों से पूछताछ की गई। क्वांट म्यूचुअल फंड ने SEBI की पूछताछ की पुष्टि की है और पूरी तरह से सहयोग करने का आश्वासन दिया है।