कोलकाता भारी बारिश

When working with कोलकाता भारी बारिश, कोलकाता में तीव्र वर्षा और जलभराव की स्थिति को दर्शाता है. Also known as कोलकाता मोन्सून रेन, it शहर के कई हिस्सों में सड़कों, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और घरों में पानी के स्तर को अचानक बढ़ा देता है. This phenomenon is closely monitored by इंडियन मेटियोरॉलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD), भारत का मुख्य मौसम विज्ञान संस्थान, जो राष्ट्रीय स्तर पर ताजा बारिश चेतावनी जारी करता है and triggers an ऑरेंज अलर्ट, तीव्र और सतत बारिश के लिये दिया गया उच्च स्तर का चेतावनी संकेत. Together these entities shape how authorities prepare for बाढ़ जोखिम, बारिश के बाद नदी और नाले में जलभरा के कारण उत्पन्न संभावित नुकसान across the city.

जब IMD ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया, तो कोलकाता शहर के प्रशासनिक विभागों ने तुरंत कई उपाय शुरू किए। डाकघर, स्कूल और अस्पतालों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया, जबकि जल निकायों की स्तर देखी गई और रियल‑टाइम मॉनिटरिंग शुरू हुई। स्थानीय लोग अपने घरों के नीचे पानी का स्तर मापने के लिये टेबल‑टॉप सेंसर और मोबाइल ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, जिससे वे जल्दी निर्णय ले सकें। इस बीच, ट्रैफिक मैनेजमेंट टीम ने प्रमुख हाईवे और पुलों पर प्रतिबंध लगाकर आवागमन को नियंत्रित किया, और जल-संकट रेस्क्यू टीमें तैयार रहीं। इस प्रकार, कोलकाता भारी बारिश केवल एक मौसम घटना नहीं, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा, ट्रांसपोर्ट, स्वास्थ्य और विद्युत सेवाओं को प्रभावित करने वाला एक बहु‑आयामी चुनौती बन जाती है।

क्या करें जब कोलकाता में भारी बारिश आए

अगर आप कोलकाता में रहते हैं या यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो कुछ आसान कदम अपनाएँ। सबसे पहले, IMD के अपडेट और स्थानीय समाचार चैनलों पर लगातार नजर रखें; अगर ऑरेंज अलर्ट जारी हो, तो बाहर निकलने से बचें। अपने घर के आसपास के नालों को साफ रखें, ताकि जल जमाव न हो। अगर आपका पड़ोसा जलस्तर बढ़ रहा है, तो तुरंत नगर निगम या स्थानीय पुलिस को सूचित करें। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को ऊँची सतह पर रखें और बैकअप पावर सोर्स तैयार रखें। अंत में, अगर पानी आपके घर में दाखिल हो रहा है, तो तुरंत प्राथमिक बचाव उपाय करें और आवश्यक हो तो निकासी टीम से संपर्क करें। इन सुझावों को अपनाने से आप बरसात के दौरान सुरक्षित रह सकते हैं और संभावित नुकसानों को न्यूनतम कर सकते हैं।

नीचे आप कोलकाता की हाल की भारी बारिश से जुड़ी विस्तृत रिपोर्ट, तैयारी के टिप्स और स्थानीय अधिकारियों के निर्देश पाएँगे। ये लेख आपके लिए एक संपूर्ण गाइड बनेंगे, चाहे आप घर में हों या बाहर यात्रा कर रहे हों। आगे पढ़ें और अपने आप को मौसम की चुनौतियों से तैयार रखें।

Shubhi Bajoria 24 सितंबर 2025

कोलकाता में चार दशकों की सबसे भारी बारिश: 90 से अधिक उड़ानें रद्द, ट्रेन सेवाएँ बाधित, दुर्गा पूजा पर असर

23 सितंबर 2025 को कोलकाता में चार दशकों में सबसे अधिक वर्षा हुई, जिससे शहर में वादर भरी जलभराव की स्थिति बन गई। इस दुर्लभ बवंडर में 10 लोगों की मौत हुई, अधिकांश बिजली के संपर्क में आकर मर गए। कोलकाता हवाई अड्डे पर 90 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं, जबकि कई ट्रेनें देर या रद्द हुईं। यू.एस. कांसुलेट ने भी अपने दफ्तर बंद कर दिए और दुर्गा पूजा की तैयारियों में भी बाधा आई। शहर अब धीरे‑धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है।