हर रोज़ हम कई तरह के scams देखते हैं—ऑनलाइन लेन‑देनों में फर्जी कॉल से लेकर खेल जगत में दुराचार तक. धोखाधड़ी सिर्फ पैसे की नहीं, बल्कि भरोसे की भी हानि करती है. इस पेज पर आप जानेंगे कि आम तौर पर ये कैसे काम करता है और कौन‑कौन सी ताज़ा खबरें इस टैग से जुड़ी हैं.
धोखाधड़ी का मतलब होता है झूठ या छलीमारी के ज़रिए किसी को नुकसान पहुंचाना. इसमें फ़्रॉडulent ई‑मेल, फर्जी निवेश योजना, नकली दस्तावेज़ और यहाँ तक कि खेल में दुराचार शामिल हैं. जब कोई व्यक्ति या कंपनी वचन देती है पर असल में उसे पूरा नहीं करती, तो वही धोखाधड़ी बन जाता है.
धोखेबाज़ अक्सर भरोसे को टार्गेट करते हैं—जैसे आप अपने बैंक अकाउंट की जानकारी ऑनलाइन दे देते हैं या किसी अनजान व्यक्ति के पास अपना पैसा भेजते हैं. इसलिए हमेशा दो‑तीन बार सोचना चाहिए, खासकर अगर चीज़ें बहुत आसान लगें.
हमारे टैग धोखाधड़ी में सबसे हाल की खबरों का सार नीचे दिया गया है। आप इन लेखों को पढ़कर समझ सकते हैं कि किस तरह के केस होते हैं और उनसे कैसे बचा जा सकता है.
इन केसों से एक बात साफ़ निकलती है—धोखाधड़ी के कई रूप होते हैं, लेकिन लक्ष्य हमेशा वही रहता है: आपके भरोसे या पैसे को लूटना.
1. स्रोत की जाँच करें: किसी भी ऑफ़र या जानकारी को पढ़ने से पहले वेबसाइट का URL, फोन नंबर और ई‑मेल एड्रेस चेक करें। सरकारी साइटें अक्सर ".gov.in" पर खत्म होती हैं.
2. डबल‑चेक प्रमिसेज: अगर कोई बहुत बड़ी कमाई या तेज़ समाधान बता रहा है, तो दो‑तीन बार सोचें और दूसरों से राय ले लें।
3. पर्सनल डेटा साझा न करें: बैंक अकाउंट, OTP, पासवर्ड कभी भी अनजान लोगों को न दें। फर्जी कॉल में “कॉल बैकट” जैसी बातों से बचें.
4. सुरक्षित पेमेंट मोड उपयोग करें: ऑनलाइन खरीदारी या निवेश के लिए भरोसेमंद प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करें, और डेबिट कार्ड की बजाय क्रेडिट कार्ड या UPI की दो‑स्तरीय ऑथेंटिकेशन चुनें.
5. नियमित अपडेट रखें: एंटी‑वायरस सॉफ़्टवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप्स को हमेशा नवीनतम वर्ज़न पर रखें। इससे मालिशियस कोड आपके डिवाइस में घुसने से रोका जा सकता है.
धोखाधड़ी के बारे में जागरूकता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है. अगर आप इन टिप्स को अपनी रोज़मर्रा की आदतों में शामिल कर लेंगे, तो किसी भी फ़्रॉड का शिकार होने की संभावना काफी कम हो जाएगी.
इस टैग पेज पर नई‑नई धोखाधड़ी से जुड़ी खबरें लगातार अपडेट होती रहेंगी. इसलिए समय‑समय पर वापस आएँ और खुद को सुरक्षित रखें.
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (BNSS), भारतीय न्याय संहिता (BNS), और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ने क्रिमिनल प्रोसीजर कोड (CrPC), भारतीय दंड संहिता, और भारतीय साक्ष्य अधिनियम का स्थान ले लिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पुराने कानून ब्रिटिश शासन को मजबूत करने के लिए लाए गए थे। नए कानूनों में सेक्शन 318 हेतु धोखाधड़ी के लिए, और सेक्शन 103 तहत हत्या के नए प्रावधान लाई गई हैं।