रोहित शर्मा ने 31 छक्कों से विश्व कप 2023 का छक्का रिकॉर्ड तोड़ा, साउथ अफ्रीका ने टीम‑स्तर पर नई ऊँचाइयाँ छुई

रोहित शर्मा ने 31 छक्कों से विश्व कप 2023 का छक्का रिकॉर्ड तोड़ा, साउथ अफ्रीका ने टीम‑स्तर पर नई ऊँचाइयाँ छुई
Shubhi Bajoria 25 अक्तूबर 2025 11 टिप्पणि

जब रोहित शर्मा, कप्तान और भारतीय क्रिकेट टीम ने अपना 31वाँ छक्का मारकर 2023 के ICC वनडे विश्व कप में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड तोड़ दिया, तो पूरी क्रिकेट दुनिया तालियों की बौछार में डूब गई। इस घटना का परिप्रेक्ष्य सिर्फ एक खिलाड़ी का नहीं, बल्कि पूरे टूर्नामेंट की इंटरैक्टिव कहानी को बदल रहा है।

कहानी की शुरुआत 2023 ICC वनडे विश्व कपभारत से हुई, जिसका उद्घाटन 5 अक्टूबर को भारत में हुआ था और 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में समाप्त हुआ। 48‑वर्षीय इतिहास में पहली बार टूर्नामेंट में गेंदबाजों की धुनाई जैसी कोई बात नहीं देखी गई थी – लेकिन यही धुनाई एक नया रिकॉर्ड स्थापित करने का मंच बन गई।

इतिहास में पहला छक्का‑बूम: कुसल मेंडिस की बेजोड़ पारी

25 अक्टूबर को कुसल मेंडिस, बल्लेबाज और श्रीलंका राष्ट्रीय टीम ने तंज़ीम हसन (तंज़ीम हसन) की 11वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का मारकर वर्ल्ड कप 2023 का 464वाँ छक्का दर्ज किया। इस शॉट ने वह रिकॉर्ड तोड़ दिया, जो पहले 2015 में कायम था। यह घटना नादुना (श्रीलंका) के स्टेडियम में घटित हुई, जहाँ दोनों टीमों के बीच तीव्र मुकाबला चल रहा था।

टॉप‑5 छक्का‑हिटर्स: कौन कौन है?

वर्ल्ड कप के आँकड़े विभिन्न स्रोतों से निकाले गए हैं, लेकिन सबसे विश्वसनीय सूची में ये पाँच नाम़ प्रमुख हैं:

  1. रोहित शर्मा – 31 छक्के (स्रोत: Live Hindustan)
  2. श्रेयस अय्यर – 24 छक्के (जागरन जोश)
  3. डेविड वार्नर – 24 छक्के (जागरन जोश)
  4. ग्लेन मैक्सवेल – 22 छक्के (इंडिया टीवी)
  5. क्विंटन डी कॉक – 18 छक्के (इंडिया टीवी)

इन आँकड़ों से साफ़ दिखता है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज इस टूर्नामेंट में अति‑आक्रमणात्मक रहे।

टीम‑स्तर पर नया मानक: साउथ अफ्रीका का दबदबा

जागरन की रिपोर्ट के अनुसार, साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड की टीम ने अब एक ही विश्व कप एडिशन में 82 छक्के जमा कर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह आंकड़ा कई बड़े क्रिकेटिंग शक्ति‑केंद्रों को पछाड़ता है और बताता है कि अब सिर्फ़ व्यक्तिगत ही नहीं, बल्कि टीम‑समग्रता में भी रेकॉर्ड‑ब्रेकिंग चल रहा है।

रिकॉर्ड‑टूटर रोहित शर्मा: आँकड़ों से परे एक कहानी

रोहित ने न सिर्फ़ सबसे ज्यादा छक्के लगाए, बल्कि वह पहला भारतीय बन गया जिसने वनडे क्रिकेट में 300 छक्के पूरे किए। इस उपलब्धि के बादच्‍छे अफ़गानिस्तान क्रिके‎ट टीम के ऑलराउंडर अजमतुल्लाह उमरजई भी तेज़ी से पीछे छूट रहा है – उन्होंने 26 वनडे में 41 छक्के लगाए हैं, पर अभी तक 300 तक नहीं पहुँचे।

एक और दिलचस्प आँकड़ा: रोहित ने विश्व कप में 12 बार 50‑प्लस स्कोर बनाया, जो विराट कोहली, शाकिब अल‑हसन और कुमार संगकारा के बराबर है। इससे पहले केवल सचिन तेंदुलकर का आंकड़ा (21 बार 50‑प्लस) था, जो अब इतिहास के पन्नों में एक नई तुलना बनाता है।

क्या भारत ने खिताब छीन लिया?

शुरुआत में भारत ने भारत में टॉर्नामेंट की शानदार शुरुआत की, लेकिन अंत में टूर्च को छूने में चूक गया। इस अंतर की चर्चा अक्सर तकनीकी विश्लेषण में आती है – जैसे बल्लेबाज़ी के साथ गेंदबाज़ी में असंतुलन या फील्डिंग डिप्लेमेंट की त्रुटियों पर। कई विशेषज्ञों ने कहा कि “यदि रोहित का फॉर्म बना रहता, तो भारत का ट्रॉफ़ी से हाथ मिल जाना असम्भव नहीं था।”

भविष्य की झलक: अगला विश्व कप और संभावित रिकॉर्ड

ICC ने अगले टॉर्नामेंट का शेड्यूल 2027 में तय किया है, और अब सभी टीमें इस “छक्का‑परिप्रेक्ष्य” पर अधिक निवेश करने की योजना बना रही हैं। दक्षिण अफ्रीका की टीम ने पहले से ही 2023 में “टॉप‑स्कोरिंग फैंस” का खिताब जीता है, तो 2027 में कौन‑सी नई दिग्गज उभरेंगे, यह अब सबसे बड़ा सवाल बन चुका है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

रोहित शर्मा के 31 छक्के का रिकॉर्ड भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

यह रिकॉर्ड दर्शाता है कि भारतीय बल्लेबाज़ी ने ऐतिहासिक स्तर पर निरंतरता और आक्रमण दोनों दिखाए हैं। 31 छक्के न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह बताता है कि भारत की पावर‑हिटिंग क्षमता अब दुनिया के शीर्ष स्तर पर स्थिर है, जिससे टीम की जीत की संभावनाएँ बढ़ती हैं।

साउथ अफ्रीका की टीम ने 82 छक्के कैसे जमा किए?

दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों ने अपने खुले batting क्रम और तेज़ आउटपुट पर भरोसा किया। क्विंटन डी कॉक और हेनरिच क्लासेन जैसे खिलाड़ी लगातार तेज़ रन बना रहे थे, जिससे टीम ने एक ही एडिशन में कुल 82 छक्के कर अपना रिकॉर्ड स्थापित किया।

कुसल मेंडिस का छक्का क्यों यादगार माना जा रहा है?

कुसल मेंडिस ने 11वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का मारकर 464वें विश्व कप छक्के को दर्ज किया, जिससे एक नई सीमा स्थापित हुई। यह शॉट न केवल रिकॉर्ड‑ब्रेक था, बल्कि श्रीलंका‑बांग्लादेश मैच के निर्णायक मोड़ की तरह भी रहा।

अजमतुल्लाह उमरजई का प्रदर्शन भारत से कैसे तुलना करता है?

उमरजई ने 26 वनडे में 41 छक्के लगाए हैं, जो एक तेज़ी से बढ़ता हुआ आँकड़ा है। हालाँकि, रोहित का 31 छक्के (एक ही टॉर्नामेंट में) हुआ, इसलिए उनके रिकॉर्ड को तोड़ने में अभी समय लग सकता है, लेकिन उमरजई की प्रगति स्पष्ट रूप से दिखाती है कि अफगानिस्तान भी इस प्रतिस्पर्धा में गंभीर खतरा बन रहा है।

आगामी 2027 विश्व कप में किस खिलाड़ी या टीम को सबसे बड़ा खतरा माना जा रहा है?

विशेषज्ञ मानते हैं कि दक्षिण अफ्रीका की तेज़‑गति वाली बॅटिंग लाइन‑अप और अफगानिस्तान के उभरते ऑलराउंडर उमरजई दोनों ही संभावित खतरों के रूप में देखे जा रहे हैं। भारतीय टीम के लिए भी यह चुनौती है कि वे रोहित के फॉर्म को बनाए रखें और नई पीढ़ी के खिलाड़ी जैसे शाहीन अमन को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करें।

11 टिप्पणि
Ganesh kumar Pramanik अक्तूबर 25 2025

रोहित का छक्का देख कर बॉलिंग विभाग का दिल धड़क गया। भारत की पावर‑हिटिंग लाइन‑अप अब और भी डरावनी हो गई है। दक्षिण अफ्रीका की टीम भी पीछे नहीं रह सकती, उनके छक्के अब भी खतरनाक हैं। कुल मिलाकर टूर्नामेंट में हाई‑स्कोरिंग का दौर शुरू हो गया है।

Abhishek maurya अक्तूबर 28 2025

रोहित शर्मा के 31 छक्कों ने भारतीय क्रिकेट की आक्रमण शैली को नई ऊँचाई पर पहुँचा दिया। यह आंकड़ा पहले के सभी विश्व कप रिकॉर्ड को धुंधला कर देता है, क्योंकि 2019 में सबसे अधिक छक्के वाले खिलाड़ी का आंकड़ा 25 था। 31 छक्के केवल एक व्यक्तिगत माइलस्टोन नहीं, बल्कि टीम की निश्‍चित रणनीति को दर्शाते हैं, जहाँ प्रत्येक ओवर में बाउंड्री की संभावना को बढ़ाया जाता है। इस पद्धति ने मध्यक्रम में रनों की स्थिरता प्रदान की, जिससे भारत की स्कोरबोर्ड पर लगातार 300 + रन बने। साथ ही, इस रिकॉर्ड ने विरोधी टीमों को भारी दबाव में डाल दिया, क्योंकि उन्हें केवल विकेट नहीं बल्कि बाउंड्री भी रोकनी पड़ी। दक्षिण अफ्रीका ने इस रफ्तार को देख कर अपने बॅटिंग क्रम में बदलाव किए, जिससे उनके 82 छक्के एक ही टूर्नामेंट में आए। रोहित की सफलता का एक कारण उसकी निचली लाइन पर खेलना भी है, जिससे बॉलर को कम स्पेस मिलता है और शॉट्स के लिए विकल्प बढ़ता है। दूसरा कारण वह है उसकी फिटनेस, जिससे वह लम्बे अंतराल में भी तेज़ी से रिफ़्रेश हो जाता है। तीसरा कारण है तकनीकी विश्लेषण, जहाँ वीडियो को देख कर वह अपने शॉट चयन में निरंतर सुधार करता है। तथ्य यह भी है कि कई प्रमुख बॉलरों ने रोहित के खिलाफ अपनी लाइन और लंबाई बदल दी, फिर भी उन्होंने बाउंड्री मारना जारी रखा। इस क्रम में भारतीय टीम की फील्डिंग भी सुधार रही है, जिससे छक्के की संभावनाएं बढ़ती हैं। इस रिकॉर्ड ने भारतीय प्रशंसकों को नई आशा दी है, क्योंकि अब उनका मानना है कि टैगलाइन ‘इंडिया रेड सॉन्स’ का अर्थ सिर्फ शब्द नहीं बल्कि वास्तविक प्रदर्शन है। इस सफलता का एक और पहलू यह है कि युवा बॅट्समैन ने भी इस टेम्पो को देख कर अपनी खेल शैली को अपडेट किया है। कुल मिलाकर, रोहित का यह रिकॉर्ड व्यक्तिगत जीत से अधिक टीम की सामरिक जीत को दर्शाता है। भविष्य में यदि यह रुझान जारी रहा, तो भारत को विश्व कप में जीत पक्की हो सकती है।

Sri Prasanna अक्तूबर 30 2025

रोहित का रिकॉर्ड कुछ लोगों को कूल बना रहा है पर असली बात यह है कि टीम की बैलेन्स बिगड़ रहा है कई बार बॉलर की काबिलियत को नजरअंदाज किया जाता है यह सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं बल्कि समग्र रणनीति में असमानता पैदा करता है इसलिए हमें व्यक्तिगत अंकों से अधिक टीम के प्रदर्शन को देखना चाहिए

Sumitra Nair नवंबर 1 2025

रोहित के 31 छक्के भारतीय क्रिकेट की नई शुरुआत दर्शाते हैं 🌟

Ashish Pundir नवंबर 4 2025

रनों की बाढ़ ने भारत को धीमी गति से नहीं, बल्कि तेज़ी से आगे बढ़ाया

gaurav rawat नवंबर 6 2025

बिलकुल सही कहा दोस्त ! रोहित की फिटनेस और बॅटिंग ग्रिप में थोड़ी सुधार ने इस बाउंड्री‑फीवर को तेज़ किया है 💪 और साथ में फील्डिंग को भी अपग्रेड कर रहे हैं 😎

Vakiya dinesh Bharvad नवंबर 8 2025

विश्व कप में छक्के की संख्या दर्शाती है कि आज की बॅटिंग संस्कृति में बाउंड्री को प्राथमिकता दी जा रही है

Aryan Chouhan नवंबर 11 2025

हाहाहा ! इतनी तारीफ़ से लग रहा है जैसे रोहित ने खुद को सुपरहीरो बना रखा है लेकिन असली मुद्दा है कि कई बार बॉलर की लाइन ठीक नहीं होती 

Tsering Bhutia नवंबर 13 2025

रोहित के इस कारनामे को देखते हुए युवा बॅट्समैन को अपने शॉट चयन में निपुणता लाने के लिये अधिक प्रैक्टिस करनी चाहिए। साथ ही कोचिंग स्टाफ को टारगेटेड ड्रिल्स पर ध्यान देना चाहिए जिससे बाउंड्री की निरंतरता बनी रहे।

Narayan TT नवंबर 15 2025

यहाँ तक कि यह भी कहा जा सकता है कि युवा बॅट्समैन को केवल रोहित की नकल नहीं करनी चाहिए, बल्कि उन्हें अपनी तकनीकी शैली विकसित करनी चाहिए, नहीं तो क्रिकेट का भविष्य एक ही शॉट में फँस जायेगा

SONALI RAGHBOTRA नवंबर 18 2025

रोहित की इस उपलब्धि से हमें यह सीख मिलती है कि लगातार मेहनत और डेटा‑ड्रिवन अप्रोच से बाउंड्री मारना संभव है। अगर हम एएनए‑आधारित एंगल‑एज्मेंट को मैचों में लागू करें तो हर बॅटर का औसत स्कोर बढ़ेगा। इसके अलावा, बॉलर को भी अपने प्लान में वैरायटी लाने की जरूरत है, ताकि बॅटर को एक ही फॉर्मूला पर भरोसा न रहे। इस प्रकार की समग्र रणनीति टीम को लम्बी अवधि में जीत की ओर ले जायेगी।

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