एडिलेड टेस्ट में KL राहुल को मिली अविश्वसनीय जीवनदान का पल

एडिलेड टेस्ट में KL राहुल को मिली अविश्वसनीय जीवनदान का पल
Shubhi Bajoria 7 दिसंबर 2024 15 टिप्पणि

एडिलेड टेस्ट में रोमांचक मोड़

भारत और ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट प्रतिद्वंद्वता हमेशा से खेल प्रशंसकों के लिए विशेष रही है। एडिलेड में चल रहे इस टेस्ट मैच के पहले दिन ने खेल के रोमांच को और भी बढ़ा दिया। KL राहुल को एक ऐसे क्षण का सामना करना पड़ा जो न सिर्फ उन्हें बल्कि समूचे खेल को भी नई दिशा में मोड़ गया।

यह घटना तब शुरू हुई जब राहुल बिना स्कोर बनाए 18 गेंदों का सामना कर रहे थे। यह वह वक्त था जब राहुल ने स्कॉट बोलैंड की पहली ही गेंद को विकेटकीपर एलेक्स केरी के हाथों कैच थमा दिया। भारतीय खिलाड़ियों और प्रशंसकों का दिल बैठ गया, मानो राहुल का विकेट जा चुका था।

अंपायर के फैसले ने बदली बाजी

इसी दौरान, पूरी स्थिति ने अचानक एक नया मोड़ लिया। अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ ने अपने दाएं हाथ से नो-बॉल का इशारा किया। इस फैसले ने मैदान में और भी हैरत पैदा कर दी, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और समर्थक इस घटना से निराश हो गए थे।

इस निर्णय ने राहुल को वही क्रीज पर रखा। यह उन दुर्लभ मौकों में से एक था जब किस्मत ने किसी खिलाड़ी को इस तरह का जीवनदान दिया हो। उनकी खुशी और राहत को मजबूत करते हुए, विराट कोहली भी इस फैसले से थोड़े असमंजस में संदिग्ध स्थिति में लौटे, जो पहले मैदान में उतरने की तैयारी कर चुके थे।

क्रिकेट के खेल में अजीबो-गरीब घटनाएं

इस तरह की घटनाएं क्रिकेट इतिहास का हिस्सा रही हैं, जहां तकनीकी या मानवीय त्रुटियों के चलते खेल के परिणाम पर प्रभाव पड़ सकता है। टेलीविजन कमेंटेटर और पूर्व इंग्लैंड क्रिकेटर ईसा गुहा ने भी इस पर विशेष टिप्पणी की। उन्होंने इसे एक तेज गेंदबाज के लिए सबसे अधिक निराशाजनक क्षणों में से एक बताया।

बोलैंड के करियर का यह आठवां नो-बॉल था जिसे उनके 11 टेस्ट मैचों में देखा गया है। यह आंकड़ा उन्हें भविष्य में अपने गेंदबाजी डिलीवरी पर अधिक ध्यान देने की दिशा में प्रेरित कर सकता है।

इम्पैक्ट और संभावनाएं

राहुल ने इस फैसले का फायदा उठाकर अपनी पारी को आगे बढ़ाया और भारतीय टीम को स्थिरता प्रदान की। ऐसी घटनाएं जहां खिलाड़ियों को नए मौके मिलते हैं, न केवल उनके व्यक्तिगत करियर बल्कि खेल के मुकाम और दिशा पर भी प्रभाव डालती हैं। राहुल की इस पारी ने टीम के मनोबल को नई ऊँचाई दी।

इस घटना ने खेल के इस स्तर पर अंपायरिंग के महत्व को भी दर्शाया। एक सही समय पर लिया गया निर्णय खेल के परिणाम को बदल सकता है, जैसा कि राहुल के मामले में देखा गया। खिलाड़ियों को हमेशा सख्त खेल भावना के साथ खेलना चाहिए, चाहे कोई भी परिस्थिति हो।

क्रिकेट का असली मजा

क्रिकेट का असली मजा

क्रिकेट में ऐसी अनहोनी घटनाएं खेल की अप्रत्याशितता और खुशी को बढ़ाती हैं। इन क्षणों से दर्शकों का मनोबल और ध्यान क्रिकेट के खेल में और अधिक स्थिर होता है। राहुल की यह जीवनदान पारी इस बात का संकेत थी कि कैसे यह खेल हर पल बदल सकता है।

आने वाले मुकाबलों में दोनों टीमों के बीच सेमी-फाइनल के स्तर की टक्कर होगी। दोनों ही टीमों के समर्थक अपने-अपने नायकों से बड़े कारनामों की उम्मीद करेंगे। जहां राहुल के प्रयत्न को सराहा गया, वहीं इसने बोलैंड को अपनी गल्ती सुधारने और बेहतर प्रदर्शन का प्रण लिया। ऐसा क्रिकेट की दुनिया में बढ़चढ़ का शुभ संकेत है।

15 टिप्पणि
Shubh Sawant दिसंबर 9 2024

ये नो-बॉल तो भगवान की मर्जी है! राहुल का जीवन बच गया, भारत का टेस्ट बच गया। ऑस्ट्रेलिया वालों को लगा था कि ये विकेट चला गया, पर अंपायर ने देखा कि गेंद बाहर निकल रही थी। ये ही तो क्रिकेट का जादू है।

Atul Panchal दिसंबर 11 2024

अंपायर ने ये फैसला दिया तो ये भारत के लिए बहुत बड़ा फायदा हुआ। लेकिन ये फैसला टीवी रिप्ले के बिना दिया गया? तो फिर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया? ये अंपायरिंग का अंधाधुंध तरीका ही भारत को फायदा दे रहा है।

Patel Sonu दिसंबर 11 2024

राहुल ने जब नो-बॉल सुना तो उसकी आंखों में चमक आ गई। उसने अगली गेंद पर ड्राइव लगाई और चार चलाया। ये वो पल है जब एक खिलाड़ी का दिमाग बदल जाता है। जीवनदान मिला तो अब ये बचाव नहीं, बल्कि बर्बर आक्रमण शुरू हो गया। भारत की टीम अब देखो ना इसे।

Puneet Khushwani दिसंबर 12 2024

नो-बॉल हुआ तो क्या हुआ? राहुल फिर आऊट हो गया ना।

Adarsh Kumar दिसंबर 13 2024

अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ? वो तो ऑस्ट्रेलिया के लिए नहीं बल्कि भारत के लिए काम करता है। ये सब इंग्लैंड की गुप्त योजना है। टी20 में भी ऐसा ही हुआ था। जब विराट ने बैट किया तो बारिश हो गई। ये सब राजनीति है। भारत को जीतने दो, वरना दुनिया भर में बैटिंग नहीं होगी।

Santosh Hyalij दिसंबर 15 2024

क्रिकेट एक खेल है नहीं, एक धर्म है। जब एक खिलाड़ी को जीवनदान मिलता है, तो ये उसके कर्मों का परिणाम है। राहुल ने इस जीवन को बर्बाद नहीं किया। वो बल्ले से अपना ऋण चुकाया। ये नो-बॉल नहीं, ये दैवीय अनुग्रह है।

Sri Lakshmi Narasimha band दिसंबर 15 2024

नो-बॉल 😱🤯 राहुल का चेहरा देखो तो लगा जैसे उसे दोबारा जन्म मिल गया! बोलैंड का चेहरा तो बिल्कुल वैसा जैसे किसी ने उसका इंटरनेट बंद कर दिया हो 😭. इतिहास बन गया ये पल।

Sunil Mantri दिसंबर 16 2024

राहुल के लिए ये बचाव तो बहुत अच्छा लगा पर अंपायर की गलती से भारत को फायदा हुआ? ये तो खेल के नियमों के खिलाफ है। टीवी रिप्ले तो आजकल हर जगह है, फिर भी ये गलती क्यों?

Nidhi Singh Chauhan दिसंबर 17 2024

अंपायर को भारत का फेवरेट माना जा रहा है? अब तो हर नो-बॉल भारत के लिए हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब भी बड़ा मैच होता है, तो अंपायर भारत के साथ होते हैं। ये सब क्या लॉबी है? ये फिल्मों जैसा है।

Anjali Akolkar दिसंबर 17 2024

राहुल ने जब नो-बॉल सुना तो वो बहुत खुश हुआ और अगली गेंद पर बहुत साफ शॉट लगाया। इस तरह के पल खेल को इंसानी बनाते हैं। अंपायर भी इंसान हैं, गलती हो सकती है। और भारत के लिए ये फैसला बहुत अच्छा लगा। 😊

sagar patare दिसंबर 17 2024

ये नो-बॉल तो बहुत बड़ा झूठ है। राहुल को तो आऊट करना चाहिए था। अंपायर ने तो खुद बताया कि गेंद बाहर निकल रही थी, पर वो नहीं देख पाया। ये तो बेवकूफी है। भारत को इस तरह जीतने का मौका नहीं देना चाहिए।

srinivas Muchkoor दिसंबर 19 2024

क्या ये नो-बॉल वाकई था? मैंने देखा तो गेंद बाहर नहीं निकली। अंपायर ने भारत के लिए फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया वाले तो बहुत नाराज हैं। ये तो फिक्स्ड मैच है।

Shivakumar Lakshminarayana दिसंबर 21 2024

ये नो-बॉल भारत के लिए जीत का कारण बना। लेकिन ये अंपायरिंग का अंधेरा युग है। टेक्नोलॉजी को बाहर रखकर इंसानों के फैसलों पर भरोसा करना बेकार है। राहुल ने अच्छा खेला, लेकिन ये फैसला खेल के नैतिकता को तोड़ रहा है।

Arman Ebrahimpour दिसंबर 22 2024

ये नो-बॉल तो भारत के लिए भगवान की कृपा है। अंपायर ने जो फैसला दिया वो दैवीय था। ऑस्ट्रेलिया वाले तो अपनी गलती से बचने के लिए दुनिया को झूठ बोल रहे हैं। राहुल को जीवनदान मिला तो उसने अपनी पारी को इतिहास बना दिया। ये तो भारत का दिव्य नियति है।

SRI KANDI दिसंबर 23 2024

क्रिकेट में ऐसे पल ही तो याद रह जाते हैं... जब एक गेंद ने सब कुछ बदल दिया। राहुल ने इसे संभाल लिया, अंपायर ने इंसानियत दिखाई। इतिहास बन गया। ❤️

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