WPL 2025 फ़ाइनल: मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को 8 रन से हराया

WPL 2025 फ़ाइनल: मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को 8 रन से हराया
Shubhi Bajoria 12 अक्तूबर 2025 15 टिप्पणि

जब हारमनप्रीत कौर, कैप्टन मुंबई इंडियंस ने WPL 2025 फ़ाइनलDY Patil Stadium, नवी मुंबई में दिल्ली कैपिटल्स को 8 रन से हराते हुए दूसरी लगातार बार खिताब जीत लिया, तो यह खबर सीधे दिलों को छू गई। इस जीत ने न केवल टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाया, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट की नई बुलंदियों को भी चिह्नित किया।

पृष्ठभूमि और इतिहास

वर्ष 2023 में शुरू हुई BCCI की महिला प्रीमियर लीग, यानी WPL, ने भारतीय खेल जगत में एक नया अध्याय जोड़ा था। पिछले दो सीज़न में मुंबई इंडियंस ने लगातार फ़ाइनल में दाखिला किया, लेकिन 2024 में पहली बार हार के बाद इस बार 2025 में दोहराई गई जीत ने टीम को पहली दोहरी चैंपियन बना दिया। इस राह में कई प्रमुख खिलाड़ी, जैसे इंग्लैंड की नैटलि स्किवर‑ब्रंट और दक्षिण अफ्रीका की शबनिम इसमैल, ने अपनी गेंदबाज़ी से मैच की दिशा तय की।

मैच का विस्तृत विवरण

स्टेडियम में लगभग 55,000 दर्शकों की गूँज के बीच, मुंबई इंडियंस ने 20 ओवर में 149 रन बनाकर लक्षित स्कोर स्थापित किया। प्रारम्भ में शूटिंग विक्षिप्तियों के कारण टीम 14/2 पर पगड़ी घुई, परन्तु हारमनप्रीत ने तुरंत बैट संभालते हुए एक चमकदार काउंटरअटैक किया, जिसके परिणामस्वरूप टीम ने दो विकेट खोए बिना 81/2 तक पहुँच गई। दूसरी ओर, दिल्ली कैपिटल्स का कोच जॉनैथन बैटी ने अपने खिलाड़ियों को "कोई मानसिक ब्लॉक नहीं" कहकर प्रोत्साहित किया, परन्तु उनका क्रमिक गिरावट 15‑1, 37‑3, 66‑5 जैसे क्रम में स्पष्ट हो गया। अंत में दिल्ली केवल 141/9 का स्कोर बनाकर 8 रन पीछे रह गई।

खिलाड़ियों की व्यक्तिगत चमक

खिलाड़ियों की व्यक्तिगत चमक

हारमनप्रीत को "प्लायर ऑफ द मैच" का खिताब मिला, क्योंकि उन्होंने 33 गेंदों पर 42 रन बनाए और चार प्रमुख विकेट भी ले लिए। उनका सहयोगी नैटलि स्किवर‑ब्रंट ने भी 2 विकेट लिए, जबकि शबनिम इसमैल ने रणनीतिक लबव विकेट से टीम को मोमेंटम दिया। दिल्ली की ओर से, ऑस्ट्रेलिया की लिटिल स्टार मेग लैनिंग ने 60* बनाकर टीम को सपोर्ट किया, परन्तु वह अकेली ही मैच को पलट नहीं पाई।

कोच और टीम की प्रतिक्रिया

फ़ाइनल के बाद, जॉनैथन बैटी ने कहा, "हमारी टीम ने हर मौके पर संघर्ष किया, लेकिन कभी‑कभी छोटी‑छोटी गलतियों ने हमें हार दिला दी। कोई मानसिक बाधा नहीं, बस अनुभव की कमी है।" दूसरी ओर, हारमनप्रीत ने अपने बॉलर्स, विशेषकर इसमैल और स्किवर‑ब्रंट की प्रशंसा की: "उनकी पावरप्ले में ब्रेकथेड़ कायम करने की क्षमता ने हमारे लक्ष्य को बहुत करीब लाया।" इस जीत से मुंबई इंडियंस ने अपनी शक्ति और एकजुटता को दोबारा सिद्ध किया।

भविष्य की सम्भावनाएँ और प्रभाव

भविष्य की सम्भावनाएँ और प्रभाव

यह जीत न सिर्फ मुंबई इंडियंस के लिए एक इतिहास बनती है, बल्कि पूरे भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। अब तक के आंकड़े दिखाते हैं कि WPL द्वारा प्रदान किए जाने वाले कॉन्ट्रैक्ट (कभी‑कभी ₹3 करोड़ तक) महिलाओं को पेशेवर खेल में स्थायी करियर बनाने का रास्ता खोल रहे हैं। साथ ही, BCCI के पाँच साल के मीडिया अधिकारों के सौदे (₹9.51 बिलियन) से लीग को वित्तीय स्थिरता भी मिली है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि इस गति को बरकरार रखा गया, तो 2026 में WPL का दर्शक वर्ग 70% तक बढ़ सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

WPL 2025 फ़ाइनल में मुंबई इंडियंस ने किन प्रमुख मामलों से जीत हासिल की?

मुंबई ने 149/6 स्कोर बनाकर लक्ष्य स्थापित किया और हारमनप्रीत कौर की तेज़ काउंटरअटैक ने मध्य ओवरों में गति लाई। शबनिम इसमैल और नैटलि स्किवर‑ब्रंट की प्रभावी गेंदबाज़ी ने दिल्ली को लगातार दबाव में रखकर उनका स्कोर 141/9 पर रोक दिया।

दिल्ली कैपिटल्स के कोच जॉनैथन बैटी ने हार पर क्या टिप्पणी की?

बैटी ने कहा कि टीम में कोई मानसिक ब्लॉक नहीं है, बल्कि यह अनुभव की कमी है। उन्होंने कहा कि लगातार फ़ाइनल की हार टीम के विकास के लिए सीखने का अवसर होगी।

इस जीत से महिला क्रिकेट में क्या बदलाव अपेक्षित हैं?

WPL की बढ़ती लोकप्रियता से महिला खिलाड़ियों को बेहतर कॉन्ट्रैक्ट, प्रशिक्षण सुविधाएँ और अंतरराष्ट्रीय मंच मिल रहा है। इसी कारण युवा प्रतिभाएँ अब पेशेवर रूप से क्रिकेट को अपना करियर बना रही हैं।

DY Patil Stadium की क्षमता और माहौल कैसे रहा?

लगभग 55,000 दर्शकों के साथ स्टेडियम ने धूमधाम वाला माहौल तैयार किया। भारत और विदेश से आए प्रशंसकों ने टीमों को जोश और समर्थन दिया, जिससे खिलाड़ियों की प्रेरणा बढ़ी।

अगले सीज़न में कौन सी टीमें खतरनाक माना जा रही हैं?

दिल्ली कैपिटल्स के लगातार चैंपियनशिप तक पहुँचने के बावजूद, चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स को नई विदेशी खिलाड़ियों के साथ एक मजबूत दावेदार माना जा रहा है।

15 टिप्पणि
Rohit Garg अक्तूबर 12 2025

मुंबई इंडियंस की इस जीत में हारमनप्रीत कौर की कप्तानी कमाल की थी।
उनका काउंटरअटैक बॉलर‑बोलर के बीच ढीला नहीं रहा।
शबनिम इसमैल की स्पिन और नैटलि की एक्सप्लोसिव पिचिंग ने दिल्ली को हिला कर रख दिया।
कुल मिलाकर टीम ने दबाव में झटपट रन बनाकर लक्ष्य तय कर लिया।
अब अगले सीज़न में उनकी रणनीति देखनी होगी।

adarsh pandey अक्तूबर 12 2025

फाइनल के बाद की भावनाओं को समझना आसान नहीं है, खासकर जब टीम ने दो साल के अंतर बाद फिर से ट्रॉफी उठाई हो।
मैं मानता हूँ कि हर खिलाड़ी ने अपने कंधे पर दबाव को संभालते हुए शानदार खेल किया।
हारमनप्रीत का शांत स्वभाव और बॉलर की संगति ने टीम को मजबूती दी।
दिल्ली की टीम ने भी दिलेज़ी से लड़ाई लड़ी, इसलिए उनका सम्मान भी ज़रूरी है।
आगे के मैचों में दोनों टीमों से और भी बेहतर दिखने की उम्मीद रखता हूँ।

swapnil chamoli अक्तूबर 13 2025

वास्तव में, इस जीत के पीछे कुछ बड़े दाँव‑पेंच छुपे हुए हैं।
BCCI ने हाल ही में मीडिया अधिकारों के सौदे में बड़ी रकम निवेश की, और अब वो महिला क्रिकेट को ग्लोबल बनाना चाहते हैं।
लेकिन क्या यही कारण नहीं है कि विदेशी खिलाड़ी को इतनी हाई मार्केट वैल्यू मिल रही है?
शायद अंदरूनी लोग चाहते हैं कि भारत का ब्रांडिंग सारा ध्यान अपने हाथ में रहे।
इसीलिए भविष्य में हमें और भी ऐसे ‘डिजिटल ट्रिक्स’ देखने को मिल सकते हैं।

manish prajapati अक्तूबर 14 2025

बहुत बढ़िया कमाल का मैच रहा, टीम की हिम्मत और एटिट्यूड सच में जीत को तय कर गया!
हर ओवर में ऊर्जा देखें तो पता चलता है कि सिम्पली प्लेयर नहीं, बल्कि एक परिवार बनकर खेल रहे हैं।
आगे भी इसी जोश के साथ खेलते रहिए, नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।
विजय का जश्न मनाने का तरीका भी बहुत बड़िया था, पूरे स्टेडियम ने धूम मचा दी।
अब अगली सीज़न की तैयारी में कोई कमी नहीं रखनी चाहिए।

Rohit Kumar अक्तूबर 15 2025

WPL के इस ऐतिहासिक जीत को देख कर दिल भर आया है।
पहले तो ये कहना चाहिए कि मुंबई इंडियंस ने सिर्फ तकनीकी रूप से ही नहीं, बल्कि मनोवैज्ञानिक मोर्चे पर भी दिल्ली को मात दी।
हारमनप्रीत कैप्टन की कॉकटेल जैसी बल्लेबाजी ने टीम को स्थिरता दी, साथ ही उन्होंने अपने विचारों को खिलाड़ियों में बखूबी पिघला दिया।
शबनिम इसमैल की स्पिन ने मध्य ओवर्स को जमे रहने से बचाया और प्रतिद्वंद्वी के स्कोर को सीमित किया।
नैटलि स्किवर‑ब्रंट ने एक्सप्लोसिव बॉल्स से दो विकेट ले कर दावेदारों को घबरा दिया।
दिल्ली की लिटिल स्टार मेग लैनिंग ने 60* बनाकर आत्मविश्वास जगा दिया, लेकिन एक ही खिलाड़ी से पूरी टीम की जीत नहीं बन सकती।
कोच जॉनैथन बैटी का कहना है कि टीम में कोई बड़ा मानसिक ब्लॉक नहीं है, पर अनुभव की कमी ने कुछ मौके चूकाए।
यह बात उल्लेखनीय है कि मुंबई ने 149/6 की स्कोर सेट कर के लक्ष्य को स्पष्ट रूप से स्थापित किया।
जब स्कोर 14/2 पर गिरा, तब हारमनप्रीत ने अपने आप को संभालते हुए 81/2 तक बॉल्स को घुमा दिया, जिससे टीम ने अपने पैर फिर से जमीन पर रखे।
ऐसे परिदृश्य में दर्शकों की रौनक भी देखते ही बनती है – 55,000 के साथियों ने रोमांचक माहौल बनाय रखा।
फाइनल के बाद के आंकड़े बताते हैं कि कॉन्ट्रैक्ट की बढ़ती रेंज ने युवा लड़कियों को पेशेवर क्रिकेट की राह दिखा दी है।
भविष्य में अगर BCCI इस गति को बरकरार रखेगा, तो 2026 में दर्शक वर्ग 70% तक बढ़ सकता है, जैसा कि विशेषज्ञों ने कहा है।
यह केवल एक खेल नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का प्रतीक है – महिलाओं को समान मंच मिल रहा है।
अब सबको मिलकर इस सकारात्मक दिशा में प्रयास जारी रखना चाहिए, ताकि अगली पीढ़ी को और भी बेहतर अवसर मिल सकें।
साथ ही, हमें याद रखना चाहिए कि हर जीत के पीछे असंख्य जजवाबदेह लोग हो सकते हैं, इसलिए उनका सम्मान भी उतना ही जरूरी है।

Aditya M Lahri अक्तूबर 16 2025

बहुत बढ़िया खेल, टीम ने दबाव में भी अपना रूटीन बना रखा।
मैं कोच की इस बात से पूरी तरह सहमत हूँ कि बॉलर्स का योगदान अक्सर अनदेखा रहता है।
शबनिम की स्पिन ने खास कर मध्य ओवर्स में मोमेंटम बना रखा।
आगे भी ऐसी ही टीम वर्क देखना चाहता हूँ। 😊

sona saoirse अक्तूबर 16 2025

ऐसी जीत देखकर हमेशा लगता है कि हमें और भी कई नियम बना ने चाहिए।
अभी भी कुछ जगहों पर महिलाओं को समान सुविधाएँ नहीं मिलीं, इसलिए इस जीत को सराहना चाहिए।
पर साथ ही यह भी देखना ज़रूरी है कि क्या लाइफ‑टाइम कॉन्ट्रैक्ट्स वास्तव में खिलाड़ियों को सुरक्षा देते हैं या टॉप प्लेयर्स को ही फाइदा पहुंचाते हैं।
अभेद्य बंधनों को तोड़कर ही असली बदलाव आ सकता है।

VALLI M N अक्तूबर 17 2025

भारत की असली ताकत तो हमारे फैंस में है! 🇮🇳

Aparajita Mishra अक्तूबर 18 2025

वाह, क्या मैच था! वाकई में दोनों टीमों ने दिल से खेला, लेकिन मुंबई ने थॉर्नडॉ कॉमेडी की तरह जीत को गिनाया।
दिल्ली की लैनिंग ने तो 60* से सबको चकित कर दिया, पर अंत में आर्टिक्यूलेशन नहीं हो पाई।
कोई ऐसे नहीं है जो हारमनप्रीत की मसलिंग को ना सराहे, लेकिन कभी‑कभी हेडशॉट ज़्यादा ही तेज़ हो जाता है।
खास बात ये है कि बॉलर रेंज में सब फ़िट हो रहे थे, यही तो देखना चाहिए।
आगे भी ऐसे पावरप्ले वाले मैच देखना ज़रूरी है, वरना फैनबेस ठंडा पड़ सकता है।

Shiva Sharifi अक्तूबर 19 2025

यानी जब हारमनप्रीत ने 81/2 की घड़ी देखी, तो मौहबत्त का कूट खींचा, फिर टीम ने बॉलर‑बल्ले का समन्वय बखूबी किया।
और रोमांच का मानक वाकई में बॉलर की सटीकता से तय हुआ।
दिल्ली की मेहनत को भी सलाम, लेकिन मंच पर किस्मत की धूप चमक नहीं रही।
अधिकांश समय में बॉलर‑बॉलर इस तरह तालमेल दे तो जीत तो तय ही!
अभी भी थोड़ी‑बहुत शॉर्टकट्स हैं, पर टीम ने उन्हें छूने नहीं दिया।

Ayush Dhingra अक्तूबर 20 2025

इतनी बड़ी जीत के बाद भी लोग छोटे-छोटे दाखिलों को लेकर कमेंट करते हैं, थोड़ा फ़ोकस बड़ो का होना चाहिए।

Vineet Sharma अक्तूबर 20 2025

अभी तक समझ नहीं आता कि क्यों कुछ लोग टीम की सामरिक ध्वनि को सराह नहीं पाते।
शायद वे सिर्फ स्कोर देख कर फैंसे होते हैं, पर असली खेल में रणनीति भी उतनी ही अहम होती है।
इसलिए आगे देखते रहना चाहिए, सिर्फ रनों पर नहीं।

Aswathy Nambiar अक्तूबर 21 2025

समय के साथ खेल में फील्डिंग का भी मतलब बदलता है, जैसे जीवन में हमारे विचार।
जब हारमनप्रीत ने जल्दी में रिफ्लेक्ट किया, तो जैसे जीवन में अचानक जागरूकता मिली।
लीडरशिप का असली अर्थ वही है जो तनाव में भी स्पष्ट राह दिखाता है।
और हमें भी इस दिशा में अपने आप को तैयार रखना चाहिए।

Ashish Verma अक्तूबर 22 2025

बॉलर की स्पिन को देखते हुए लगता है कि यह जीत मात्र तकनीक नहीं बल्कि संस्कृति की जीत भी है।
हर बॉल में भारत की विविधता झलक रही है, जैसे हमारी रसोई में मसालों का मिश्रण।
शबनिम की स्पिन और नैटलि की पेसिंग ने यह साबित किया।
बहुत ही खूबसूरत रहा, और मैं भी ऐसे ही मोमेंट्स को शेयर करूँगा! 😊

Akshay Gore अक्तूबर 23 2025

लगता है हर साल वही टीम अभी भी जीतती रहती है, कहीं अंडरडॉग को मौका नहीं दिया जा रहा।

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