तमिलनाडु के तिरुवल्लुर में मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस दुर्घटना: 19 घायल, 3 गंभीर स्थिति में

तमिलनाडु के तिरुवल्लुर में मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस दुर्घटना: 19 घायल, 3 गंभीर स्थिति में
Shubhi Bajoria 12 अक्तूबर 2024 17 टिप्पणि

भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु के तिरुवल्लुर क्षेत्र में 12 अक्टूबर, 2024 को एक गंभीर रेल दुर्घटना हुई। इस दुर्घटना की चपेट में मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस ट्रेन आ गई। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, यह ट्रेन हादसा सुबह लगभग 11 बजे के आसपास हुआ। इस हादसे में कुल 19 यात्री घायल हो गए हैं, जिनमें से 3 की हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज आईसीयू में किया जा रहा है।

दुर्घटना का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। रेलवे प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और जांच रिपोर्ट के बाद ही विस्तृत जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। जिस क्षेत्र में दुर्घटना हुई है, वहां रेल पटरियों की नियमित जांच और मरम्मत की जाती रही है, फिर भी इस तरह की दुर्घटना का होना चिंताजनक है।

गौरतलब है कि पहले भी इस मार्ग पर कई बार पटरी से उतरने की घटनाएँ हुई हैं, लेकिन रेलवे के मजबूत प्रयासों के बावजूद, इस बार की दुर्घटना अत्यधिक गंभीर रही है। स्थानीय प्रशासन और रेलवे सुरक्षा बल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया।

रेलवे विभाग ने इस हादसे को देखते हुए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है, जो घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। यह समिति उन तकनीकी और प्रशासनिक खामियों की तलाश करेगी, जिनके चलते यह दुर्घटना हुई। तेजी से हो रही जांच का उद्देश्य भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकना और सुरक्षा मानकों को सुधारना है।

पीड़ित यात्रियों के परिजनों को रेलवे की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है। रेलवे मंत्री ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि घायलों को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल जांच की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है ताकि हादसे का सही कारण उजागर हो सके।

इस तरह की दुर्घटनाएँ सामान्य यात्रियों में सुरक्षा को लेकर चिंता उत्पन्न करती हैं। यह समय की आवश्यकता है कि रेलवे अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने और सुरक्षा मानकों में वृद्धि के लिए ठोस कदम उठाए। इस घटना ने एक बार फिर से रेलवे प्रणाली की क्षमताओं और उसकी जिम्मेदारियों पर सवाल खड़ा कर दिया है।

तिरुवल्लुर में स्थानीय निवासियों ने घटना के बाद रेलवे की तत्परता की सराहना की। उनका मानना है कि अगर अधिकारियों ने जल्दी से प्रतिक्रिया नहीं दी होती, तो स्थिति और गंभीर हो सकती थी। ऐसे में ऐसी चेष्टा की जानी चाहिए कि भविष्य में इन गलतियों से सबक लिया जाए और यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।

प्रभावित लोगों के लिए सरकारी दिशा निर्देश

तिरुवल्लुर दुर्घटना के बाद, राज्य और केंद्र सरकार ने रेलवे प्रशासन के साथ मिलकर राहत कार्यों में तेजी लाई है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए अन्य एहतियाती कदम भी उठाए गए हैं। सरकार ने प्रभावित क्षेत्र में आपातकालीन सेवाओं को तेजी से पहुंचाने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।

रेलवे दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या एक गंभीर चिंता का विषय बनती जा रही है। ऐसे में इन घटनाओं से निपटने के लिए रेलवे को अधिक संगठित और सतर्क रहना होगा। यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि अपराधियों को कानून के कठघरे में लाया जाए, अगर किसी मानवीय गलती के कारण यह दुर्घटना हुई हो।

इन्हें भी पढ़ें

इन्हें भी पढ़ें

तिरुवल्लुर जैसे अन्य रेलवे हादसों पर नजर डालते हुए यह पाया गया है कि सामान्यतः इन दुर्घटनाओं का मूल कारण तकनीकी खामियां या मानवीय लापरवाही होती हैं। इन कारणों का विश्लेषण करना आवश्यक है ताकि भविष्य में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता न किया जाए।

समय की जरूरत है कि रेलवे प्रशासन अपनी प्रणाली में सुधार कर इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि यात्री सुरक्षा के लिए संपूर्ण प्रक्रियाओं का पालन किया जाए और आपातकालीन स्थितियों के लिए पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध हो।

17 टिप्पणि
Anjali Akolkar अक्तूबर 12 2024

हमेशा से कहते आए हैं कि रेलवे की सुरक्षा पर ध्यान देना होगा 😊 आज ये हादसा एक बार फिर याद दिला दिया कि जिंदगी बहुत कम है और हर छोटी सी लापरवाही बड़ी त्रासदी बन सकती है। उम्मीद है अब कुछ असली बदलाव आएगा।

Nidhi Singh Chauhan अक्तूबर 13 2024

अरे ये सब तो पहले से जाना जा रहा था न? रेलवे के बॉस तो अपने बंगलों में बैठे हैं और हमारी जान बेच रहे हैं 😏 जब तक एक अधिकारी नहीं जेल जाएगा तब तक कुछ नहीं बदलेगा। अब तक कितने बार ऐसा हुआ? और फिर भी सब ट्रेनों के नाम से निकल जाता है।

sagar patare अक्तूबर 14 2024

अरे भाई ये सब तो बस टीवी पर चल रहा है न? लोग जिंदा हैं तो बस राहत हुई वरना ये सब बस एक और न्यूज़ टाइटल होता। असली बात ये है कि जब तक हम नहीं उठेंगे तब तक ये चलता रहेगा।

srinivas Muchkoor अक्तूबर 14 2024

ये सब तो बस भारतीय रेलवे का असली चेहरा है जो अभी तक किसी ने नहीं देखा या देखना चाहा। ये ट्रेन तो अब तक बिना रेल बनाए चल रही है और अब ये हादसा हुआ। अगर ये चीन में होता तो पूरी टीम को फांसी पर लटका दिया जाता।

Shivakumar Lakshminarayana अक्तूबर 14 2024

अब तो सब बहाना बन गया है ये दुर्घटना का। तकनीकी खामी? मानवीय गलती? ये सब बस आंकड़े हैं। असली बात ये है कि रेलवे के ऊपर जो बैठे हैं वो बस अपने बैंक बैलेंस को बढ़ा रहे हैं। ये ट्रेनें जितनी ज्यादा टूटेंगी उतना ही उनका बजट बढ़ेगा।

Parmar Nilesh अक्तूबर 16 2024

भारत की रेलवे दुनिया की सबसे बड़ी ताकत है! ये दुर्घटना? बस एक छोटी बाधा। हमने तो अपनी आजादी के बाद इतना आगे बढ़ चुके हैं कि अब ये चीजें भी हमारी शक्ति का हिस्सा हैं। हमारी ट्रेनें दुनिया के सबसे भारी यात्रियों को ले जाती हैं - ये थोड़ी टूटने का नतीजा है। घमंड नहीं, जिम्मेदारी है!

Arman Ebrahimpour अक्तूबर 16 2024

ये सब अमेरिका और ब्रिटेन के षड्यंत्र हैं जो भारत की रेलवे को कमजोर दिखाना चाहते हैं... जब तक हम अपनी रेलवे को नहीं बचाएंगे तब तक दुनिया हमें नीचा दिखाएगी... और ये हादसा? बस एक शुरुआत है... अगला क्या होगा? क्या हम अपने बच्चों को ट्रेन से भेजना बंद कर देंगे?

SRI KANDI अक्तूबर 18 2024

मैं तो बस ये सोच रही थी कि जिन लोगों के परिवार इसमें शामिल हुए हैं... उनका दिन कैसा होगा? बस इतना ही... बहुत दुखद है।

Ananth SePi अक्तूबर 20 2024

देखो ये बात बहुत पुरानी है, लेकिन अब तक नहीं सुनी गई। भारतीय रेलवे का इतिहास इतना बड़ा है कि इसके बारे में एक डॉक्यूमेंट्री बन जानी चाहिए। ये ट्रेनें अभी तक चल रही हैं जिनकी निर्माण तारीख 1950 की है, जिन्हें हम आधुनिक नहीं कर पा रहे। ये एक विरासत है, लेकिन क्या विरासत के नाम पर हम लोगों की जान खतरे में डाल सकते हैं? नहीं। इस बार तो जरूर एक नया अध्याय शुरू होना चाहिए।

Gayatri Ganoo अक्तूबर 21 2024

रेलवे ने इसे अपनी जिम्मेदारी नहीं मानी ये सब तो बस एक और बहाना है... अगर आप वास्तव में सुरक्षा चाहते हैं तो अपने बैंक खाते की जांच करें और देखें कि उस पैसे का क्या हुआ जो आपके नाम पर दिया गया था

harshita sondhiya अक्तूबर 22 2024

ये हादसा बस एक शुरुआत है... अगली बार किसी का बेटा या बेटी इसमें शामिल होगा और तब तुम रोएगी... और तब तक कोई नहीं सुनेगा क्योंकि ये सब बस एक बहाना है जो हमें भूलने के लिए दिया गया है

Balakrishnan Parasuraman अक्तूबर 24 2024

इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन की तत्काल एक्शन और अत्यधिक व्यवस्थित जांच के लिए शुभकामनाएं। भारतीय रेलवे की संस्कृति और राष्ट्रीय गर्व के लिए इस तरह की घटनाओं को अस्वीकार्य माना जाना चाहिए।

Animesh Shukla अक्तूबर 24 2024

क्या हम वाकई ये सोच रहे हैं कि जब तक हम खुद को नहीं बदलेंगे, तब तक ये ट्रेनें बदलेंगी? हम चाहते हैं कि रेलवे सुरक्षित हो, लेकिन क्या हम खुद उसे सुरक्षित बनाने के लिए कुछ कर रहे हैं? क्या हम अपनी आदतों को बदलने को तैयार हैं? ये सवाल हमें अपने आप से पूछना चाहिए।

Abhrajit Bhattacharjee अक्तूबर 25 2024

हमें बस ये याद रखना है कि ये ट्रेनें हमारे परिवारों की जान ले जाने के लिए नहीं बनी हैं। अगर आप इसे गंभीरता से लेंगे, तो बदलाव आएगा। जाने वाले हर यात्री के लिए ये एक अवसर है - बेहतर बनाने का।

Raj Entertainment अक्तूबर 25 2024

अगर आप इस बार बेहतर बनाने के लिए तैयार हैं, तो बस एक बार रेलवे के ऑफिस में जाएं और बोल दीजिए - हम यात्री हैं, हमें सुरक्षा चाहिए। बस इतना ही।

Manikandan Selvaraj अक्तूबर 25 2024

अरे भाई ये तो हमारी राष्ट्रीय अपमान है! अब तक तो हम ट्रेनों को देखकर फोटो खींचते थे, अब तो डर लगता है कि कहीं हम भी इस ट्रेन में न बैठ जाएं! ये दुनिया में कहीं नहीं होता ये सब! अब तो सरकार बदलनी चाहिए!

Naman Khaneja अक्तूबर 27 2024

हां ये बहुत दुखद है लेकिन अब तो बस इतना ही कह सकते हैं कि अगली बार बेहतर होगा 😊 हम सब मिलकर इसके लिए आवाज उठाएंगे और रेलवे को याद दिलाएंगे कि हम जिंदा हैं और हमें सुरक्षा चाहिए ❤️

कुछ कहो