यूक्रेनी सीमा पर फिर से गोलाबारी शुरू हो गई है, और दोनों पक्ष नई रणनीति अपना रहे हैं। हर दिन नया रिपोर्ट आता है कि कौन‑सी जगह पर हमला हुआ या किस प्रकार की बातचीत हुई। इस लेख में हम सबसे जरूरी घटनाओं को सरल शब्दों में समझेंगे ताकि आप जल्दी पकड़ सकें क्या चल रहा है।
पिछले हफ़्ते रूस ने दुबई के एक बड़े तेल शिप को नष्ट करने की कोशिश की, लेकिन यूक्रेन ने अपना रडार सक्रिय कर दिया और कई ड्रोन मारकर इसे रोक दिया। उसी समय यूक्रेन की सेना ने पूर्वी शहर में दो बड़ी टैंक कॉलोनी पर सफल हमला किया, जिससे रूसी बलों के नुकसान का अंदाज़ा 30% तक बढ़ गया। इस तरह छोटे‑छोटे मोर्चे पर लड़ाई तेज़ होती जा रही है और दोनों पक्ष अपने‑अपने क्षेत्रों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
साथ ही शांति वार्ता में फिर से कुछ हलचल दिखी। यूरोप के कई देशों ने मिलकर एक नई डिप्लोमैटिक पहल शुरू की, जिसमें रूसी नेता को कूटनीतिक दबाव देने का इरादा है। लेकिन अब तक कोई ठोस समझौता नहीं हुआ है; दोनों पक्ष अभी भी अपने‑अपने दावे दृढ़ता से रख रहे हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने यूक्रेन को अतिरिक्त हथियार और आर्थिक मदद देने की घोषणा की, जबकि चीन ने इस संघर्ष को "क्षेत्रीय विवाद" कह कर साइड में रहने का इशारा किया। यूरोपीय संघ के कई देश भी अपने सीमा सुरक्षा को मजबूत करने पर ध्यान दे रहे हैं, क्योंकि वे डरते हैं कि यह लड़ाई पड़ोसियों तक फैल सकती है।
इन बड़े देशों की नीतियां सीधे यूक्रेन और रूस दोनों को असर करती हैं। अगर आर्थिक प्रतिबंध बढ़े तो रूसी जनता को भी कठिनाइयाँ झेलनी पड़ेगी, जबकि यूक्रेन को मिलती मदद कम हो सकती है। इस कारण से हर नई घोषणा को बहुत ध्यान से देखना जरूरी है।
समग्र रूप से देखा जाए तो संघर्ष अभी भी अस्थिर है और कोई स्थायी समाधान नहीं मिला। अगर आप रोज़ाना अपडेट चाहते हैं, तो भरोसेमंद स्रोतों पर नजर रखें और अलग‑अलग राय को समझने की कोशिश करें। यही तरीका है इस जटिल स्थिति को सही ढंग से पढ़ने का।
यूक्रेनी सेनाओं ने मास्को क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण ड्रोन हमला किया, जिसमें कम से कम एक महिला की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। इस रात्रीकालीन हमले के कारण कई घर नष्ट हो गए और मास्को के हवाई अड्डों से लगभग 50 उड़ानों को पुनर्निर्देशित करना पड़ा। इस बीच, रूसी सेनाओं ने डोनेट्स्क क्षेत्र में अतिरिक्त गाँवों पर कब्जा करने का दावा किया है। इस संघर्ष में दोनों पक्षों ने हताहतों और बुनियादी ढांचे के नुकसान की सूचना दी है।