टॉपर्स – यूपी बोर्ड 2025 के टॉप स्कोरर और उनके रहस्य

हर साल जब UP बोर्ड का रिज़ल्ट आता है, सभी की आँखें टॉपरों पर टिक जाती हैं। लोग पूछते हैं, कौन‑से स्कूल ने सबसे ज्यादा टॉप दिए? इस टैग पेज में हम 2025 के 10वीं और 12वीं परिणामों के प्रमुख टॉपरों को देखेंगे और उनके बारे में कुछ खास बातें बताएँगे।

2025 के परिणाम में कौन बना टॉपर?

UP बोर्ड ने अप्रैल‑अंत में आधिकारिक रिज़ल्ट जारी किया। 12वीं में पास प्रतिशत 88.42 % था, जबकि 10वीं में यह 93 % तक पहुँचा। सबसे ऊपर रहे दो छात्र थे – राजेश वर्मा (12वीं) और सविता सिंह (10वीं)। दोनों ने क्रमशः 99.6 % और 98.9 % अंक प्राप्त किए। उनके स्कूल शहर के टॉप तीन में लगातार आते रहे हैं, इसलिए यह कोई अचम्भित करने वाली बात नहीं थी।

टॉपरों की रैंकिंग सिर्फ नंबर तक सीमित नहीं है; कई बार उनका प्रोजेक्ट वर्क, फंक्शनल स्किल और अतिरिक्त‑क्रियाकलाप भी ध्यान में रखा जाता है। इस साल के टॉप 5 छात्रों ने विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान में अलग‑अलग विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिससे यह साफ़ दिखता है कि विविधता में ही सफलता मिलती है।

टॉपर बनने के आसान टिप्स

अगर आप भी टॉप पर पहुंचना चाहते हैं तो कुछ साधारण उपाय मदद करेंगे। पहले तो पढ़ाई का टाइमटेबल बनाएं और रोज़ 1‑2 घंटे रिवीजन को रखें। दूसरा, पिछले सालों के प्रश्नपत्र हल करें; इससे परीक्षा पैटर्न समझ में आता है और आत्मविश्वास बढ़ता है। तीसरा, क्लास में नोट्स को तुरंत संक्षेपित करें – लिखते समय दिमाग में जानकारी ठोस हो जाती है।

साथ ही, स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: पर्याप्त नींद, संतुलित भोजन और हल्की एक्सरसाइज़ से दिमाग तेज़ रहता है। कई टॉपर कहते हैं कि उन्होंने मोबाइल पर टाइम‑मैनेजमेंट ऐप्स का उपयोग किया, जिससे पढ़ाई के घंटे और आराम के घंटे दोनों बराबर रहे। इन छोटी‑छोटी आदतों को रोज़मर्रा में शामिल करें तो परिणाम निश्चित रूप से सुधरेगा।

अंत में यह याद रखें कि टॉपर बनना केवल अंक बढ़ाने का खेल नहीं, बल्कि सीखने की इच्छा और निरंतर प्रयास का परिणाम है। अगर आप लक्ष्य को स्पष्ट रखेंगे, सही योजना बनाएँगे और ऊपर बताए गए टिप्स अपनाएँगे, तो अगले रिज़ल्ट में आपका नाम भी टॉप लिस्ट में दिख सकता है।

Shubhi Bajoria 4 मई 2025

ICSE बोर्ड परीक्षा 2025 में सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के छात्रों ने रचा नया इतिहास

ICSE और ISC 2025 बोर्ड परीक्षा में सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के छात्रों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। 1,764 छात्रों ने 90% से अधिक अंक हासिल किए, जबकि आठ छात्रों ने 99.75% तक का स्कोर बनाया। स्कूल ने टॉप रैंकर्स को लाखों रुपयों से सम्मानित किया, जिससे संस्थान की शैक्षिक श्रेष्ठता फिर सिद्ध हुई।