शाहरुख खान का ऑफ-स्क्रीन रूटीन: घर की सफाई, अबराम के साथ वक्त और खुद के लिए समय

शाहरुख खान का ऑफ-स्क्रीन रूटीन: घर की सफाई, अबराम के साथ वक्त और खुद के लिए समय
Shubhi Bajoria 20 जुलाई 2025 20 टिप्पणि

शाहरुख खान: ग्लैमर से परे, एक आम जिंदगी

बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान का नाम सुनते ही भव्य सेट, तगड़ी फैन फॉलोइंग और सफल फिल्मों की दुनिया सामने आ जाती है। मगर हाल ही में मुंबई में आयोजित वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) में शाहरुख ने बताया कि कैमरे के पीछे उनकी जिंदगी बिलकुल आम आदमी जैसी है। उन्होंने बिना लाग-लपेट के कहा कि जब वो शूटिंग नहीं कर रहे होते, तो घर की सफाई से लेकर छोटे बेटे अबराम का होमवर्क तक, सारे काम खुद करते हैं।

शाहरुख ने बताया, ''शूटिंग खत्म होते ही मैं अक्सर झाड़ू-पोंछा लगाने लग जाता हूं, या अबराम के स्कूल के प्रोजेक्ट्स में हाथ बंटाता हूं। कभी उसकी आईपैड सेट करता हूं, तो कभी उसके साथ गेम खेलता हूं। ये काम भले ही छोटे लगें, लेकिन मुझे जिंदगी के बड़े पल यही लगते हैं।''

पर्सनल टाइम की अहमियत को समझाते हुए शाहरुख ने कहा कि वो हर दिन खुद के लिए कुछ वक्त निकालते हैं। इसमें कभी-कभी दोस्तों के साथ बातें करना, फैमिली टाइम या फिर किसी शौक को पूरा करना शामिल है। उन्होंने ये भी मजाकिया अंदाज में बताया कि जब सफाई का आलसीपन हावी होता है, तो वह दीपिका पादुकोण से मदद मांगते हैं—इतना बोलते ही ऑडियंस हंसी से लोटपोट हो गई।

पिता की सीख और परिवार की अहमियत

पिता की सीख और परिवार की अहमियत

शाहरुख अक्सर अपनी बातों में अपने पिता को याद करते हैं। इस बार भी उन्होंने पिता की एक खास बात सबके साथ शेयर की: ''जो कुछ नहीं करते, वो कमाल करते हैं।'' इस वाक्य ने उन्हें जिंदगी में बैलेंस बनाए रखना सिखाया है। ज्यादा काम करने की बजाय, वह खुद को रिचार्ज होने का समय देते हैं। उनका मानना है—काम और आराम, दोनों जरूरी हैं।

घर के बाहर भले ही शाहरुख को लोग स्टार जैसा ट्रीट करते हैं, लेकिन घर के अंदर उनके तीनों बच्चे—आर्यन, सुहाना और अबराम—उन्हें सबसे अच्छा साथी लगते हैं। उन्होंने कहा, ''ख्याति और लाइमलाइट के बावजूद, मेरे बच्चे मुझे हमेशा ग्राउंडेड रखते हैं। उनके साथ वक्त बिताते हुए महसूस ही नहीं होता कि मैं अकेला हूं या मेरी लाइफ में फासला है।''

शाहरुख खान की ये बातें उनकी पहचान के उस पहलू को दिखाती हैं, जो शायद ही कभी सुर्खियों में आता है। अपने बच्चों और परिवार के प्रति उनका सम्मान और जुड़ाव, फैंस को उनसे जुड़ने का एक नया मौका देता है।

20 टिप्पणि
balamurugan kcetmca जुलाई 21 2025

ये बात सुनकर दिल भर गया भाई। शाहरुख जैसे स्टार जो घर में झाड़ू उठाते हैं, बच्चों के होमवर्क में हाथ बंटाते हैं, और खुद के लिए भी टाइम निकालते हैं - ये असली सफलता है। मैंने कभी सोचा नहीं था कि एक बॉलीवुड किंग अपने बेटे की आईपैड सेट करने में इतना लग जाएगा। इस तरह की जिंदगी जीना ही असली ग्लैमर है। आजकल लोग बस बाहरी चमक दिखाते हैं, लेकिन शाहरुख ने अंदर की चमक दिखा दी। ये बात उनके पिता की वो फिलॉसफी से मेल खाती है - जो कुछ नहीं करते, वो कमाल करते हैं। शायद यही वजह है कि वो इतने ग्राउंडेड रह पाते हैं। बच्चों के साथ बिताया गया वक्त, घर की सफाई, दोस्तों के साथ बातें - ये सब उनकी ताकत हैं। इस तरह के लोग ही असली हीरो होते हैं।

Arpit Jain जुलाई 22 2025

घर की सफाई करना बॉलीवुड स्टार का काम है क्या अब ये न्यूज है अरे भाई ये तो आम बात है जो भी आदमी अपने घर का ख्याल नहीं रखता वो बेवकूफ है न कि स्टार। शाहरुख का ये बयान बस एक और प्रचार की चाल है जिसमें वो अपनी इमेज को इंसानी बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर वो असल में घर की सफाई करते हैं तो फिर उनके घर के बारे में कोई फोटो या वीडियो लीक क्यों नहीं हुआ जो उन्हें झाड़ू उठाते हुए दिखाए। बस बातें करने में तो सब कुछ आसान है।

Karan Raval जुलाई 22 2025

बहुत अच्छी बात है शाहरुख जी ने अपने बच्चों के साथ समय बिताने की बात की और घर के काम भी करने की बात की ये सब बहुत जरूरी है क्योंकि बच्चों को लगता है कि उनके पापा सिर्फ फिल्मों में ही होते हैं लेकिन अगर वो घर में भी शामिल होते हैं तो बच्चे भी जिम्मेदारी सीखते हैं और प्यार महसूस करते हैं बस ऐसे ही रहिए और बच्चों के साथ खेलते रहिए आपकी बातें बहुत प्रेरणादायक हैं

divya m.s जुलाई 22 2025

अरे भाई ये सब बातें बिलकुल नकली हैं शाहरुख के घर में तो चार नौकर हैं और वो खुद तो बस फिल्मों में जाते हैं और बाकी वक्त अपने बैंक अकाउंट की बात करते हैं ये सब बस एक इमेजिंग ट्रिक है जिसे उन्होंने अपने फैंस के लिए बनाया है ताकि वो उन्हें अपने दिल में रख सकें और फिल्में बुक कर सकें और फिर बेटे का होमवर्क करना बस एक फोटो शूट है जिसे उन्होंने एक दिन के लिए किया है और उसे पूरी दुनिया को दिखा दिया है

PRATAP SINGH जुलाई 23 2025

शाहरुख खान की यह व्यक्तिगत जीवन शैली केवल एक व्यापारिक रणनीति है जो उनके ब्रांड को नवीनीकृत करने के लिए डिज़ाइन की गई है। इस तरह के बयानों का उद्देश्य एक आम आदमी के साथ एक भावनात्मक जुड़ाव बनाना है, जिससे उनकी फिल्मों की बिक्री बढ़े। यह एक विश्वसनीय व्यक्तित्व नहीं, बल्कि एक निर्मित अवधारणा है। इसके पीछे कोई गहरी दार्शनिक व्याख्या नहीं है - बस एक बाजार विश्लेषण का उत्पाद है।

Akash Kumar जुलाई 23 2025

शाहरुख खान के इस बयान से भारतीय समाज में पारिवारिक मूल्यों के प्रति एक नया संवेदनशीलता का संकेत मिलता है। एक ऐसे व्यक्ति जो दुनिया के सामने बड़े स्टार हैं, वह अपने घर में एक साधारण पिता बन जाते हैं - यह एक गहरा सांस्कृतिक संदेश है। इस बात का अर्थ है कि सफलता का नाप बाहरी चमक से नहीं, बल्कि आंतरिक संतुलन और पारिवारिक जुड़ाव से होता है। इस तरह के उदाहरण आज के युवा पीढ़ी के लिए एक आदर्श हो सकते हैं।

Shankar V जुलाई 25 2025

इस बयान के पीछे एक गुप्त अभियान है। शाहरुख खान के घर के बारे में जो भी जानकारी सामने आती है, वह एक नियमित रूप से अपडेट किए जाने वाले डेटा सेट से आती है जिसे उनके PR टीम द्वारा नियंत्रित किया जाता है। अबराम के होमवर्क की बात एक फेक न्यूज है - उनके बेटे का नाम अबराम नहीं है, यह एक बायोग्राफिक फिक्शन है। और दीपिका की ओर संकेत भी एक डिस्ट्रैक्शन टेक्नीक है। इस तरह के बयान आम लोगों को भ्रमित करने के लिए बनाए जाते हैं ताकि वे असली सच को न देख पाएं।

Aashish Goel जुलाई 27 2025

ओह वाह शाहरुख घर की सफाई करते हैं?? वाह वाह वाह और अबराम के साथ गेम खेलते हैं?? और दीपिका से मदद मांगते हैं?? ये तो बहुत ही अच्छा है लेकिन अगर ये सच है तो फिर उनके घर का फ्लोर तो बिल्कुल चमकदार होगा ना और अबराम के बैग में तो बस बुक्स ही होंगे और दीपिका का नाम तो उनके घर के रेफ्रिजरेटर पर लिखा होगा ये सब बहुत बढ़िया है लेकिन मुझे लगता है कि वो जो भी करते हैं वो बहुत ही धीरे-धीरे करते हैं जैसे बहुत ज्यादा ध्यान देकर और बहुत ज्यादा लगाव के साथ और उनकी बातें बहुत ज्यादा दिल से आती हैं और मुझे लगता है कि ये बातें सच हैं क्योंकि वो ऐसे लगते हैं जैसे वो असली हैं न कि बस फिल्म में

leo rotthier जुलाई 28 2025

शाहरुख खान जैसे लोग भारत की शान हैं और उनकी ये बातें देश के लिए गर्व की बात हैं जब एक बॉलीवुड स्टार अपने बच्चों के साथ समय बिताता है और घर की सफाई करता है तो ये भारतीय मूल्यों का प्रतीक है जिसे हमें सबको अपनाना चाहिए और ये बात दुनिया को दिखाने के लिए है कि भारत के लोग कैसे जीते हैं और इस तरह के लोगों को हमें समर्थन देना चाहिए और उनके बारे में बुरी बातें नहीं करनी चाहिए

Karan Kundra जुलाई 29 2025

ये बातें सुनकर बहुत अच्छा लगा क्योंकि असली जिंदगी तो घर में होती है न कि स्क्रीन पर और शाहरुख जी ने बहुत अच्छा किया कि उन्होंने अपने बच्चों के साथ वक्त बिताया और घर का काम भी किया ये बहुत बड़ी बात है क्योंकि आजकल बहुत से पिता अपने बच्चों से दूर रहते हैं और बस पैसे कमाने में लगे रहते हैं लेकिन शाहरुख जी ने दिखा दिया कि असली सफलता तो घर में होती है और बच्चे भी आपके साथ बिताए वक्त को याद रखते हैं

Vinay Vadgama जुलाई 30 2025

शाहरुख खान के इस दृष्टिकोण को सराहनीय माना जाना चाहिए। एक व्यक्ति जो वैश्विक स्तर पर पहचाने जाते हैं, वह अपने व्यक्तिगत जीवन में सादगी और संतुलन को बनाए रखते हैं - यह एक अद्वितीय गुण है। उनका यह दृष्टिकोण न केवल पारिवारिक जीवन के लिए एक आदर्श है, बल्कि व्यावसायिक जीवन में भी एक निर्माणात्मक मॉडल है। इस तरह के व्यक्ति असली नेतृत्व के प्रतीक हैं।

Pushkar Goswamy जुलाई 31 2025

दीपिका से मदद मांगना? ये तो बहुत बड़ी बात है शाहरुख जी के लिए और आप जानते हैं कि इस बात का क्या मतलब है? ये बताता है कि वो बहुत ज्यादा आलसी हैं और उनके घर में बस एक बड़ा बॉस है जो बाकी सबको काम करवाता है और अगर वो खुद कुछ करते हैं तो वो फिल्म की तरह बन जाता है और ये तो बहुत बड़ा झूठ है क्योंकि दीपिका तो उनकी बीवी नहीं है और वो उनके घर में नहीं रहती तो फिर वो कैसे मदद करेगी? ये सब बस एक बड़ा ड्रामा है जिसे वो बना रहे हैं

Abhinav Dang अगस्त 1 2025

शाहरुख की ये बातें बहुत अच्छी हैं लेकिन इसमें भी एक फैक्टर छुपा है जिसे लोग नहीं देख पाते - ये सब एक ब्रांड एक्शन है जिसे उन्होंने डिज़ाइन किया है ताकि वो अपने फैंस को लगाए रख सकें। लेकिन फिर भी ये बातें बहुत अच्छी हैं क्योंकि अगर ये बातें लोगों को प्रेरित कर रही हैं तो ये एक अच्छा बदलाव है। अगर एक स्टार अपने बच्चों के साथ वक्त बिताता है तो ये एक नया नॉर्म बन रहा है और ये बहुत जरूरी है।

krishna poudel अगस्त 3 2025

अरे भाई ये सब तो बहुत आम बात है शाहरुख खान तो बस इसे बड़ा बना रहे हैं और अबराम के होमवर्क में हाथ बंटाना? वो तो बस अपने बेटे को फिल्मों में एक्टिंग सिखा रहे हैं और घर की सफाई? वो तो बस एक बार झाड़ू उठाएंगे और फिर उसे एक वीडियो बना देंगे और वो वीडियो देखकर लोग उन्हें देवता बना देंगे और ये तो बहुत बड़ा धोखा है

Anila Kathi अगस्त 4 2025

शाहरुख जी के बारे में ये बातें सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई 😊 ये दिखाता है कि बड़े लोग भी छोटी चीजों में खुश हो सकते हैं और बच्चों के साथ बिताया गया समय सबसे बड़ा खजाना है 🙌 और दीपिका से मदद मांगना? वाह वो तो बहुत अच्छा है 😂 ये बात तो बिल्कुल इंसानी है और ये बताता है कि वो बस एक आदमी हैं जो जिंदगी जी रहे हैं न कि एक स्टार जो आसमान में उड़ रहा है ❤️

vasanth kumar अगस्त 6 2025

शाहरुख के इस बयान में एक गहरा सांस्कृतिक संदेश है - भारत में पितृत्व का अर्थ अक्सर केवल आर्थिक समर्थन होता है, लेकिन वह इसे भावनात्मक और दैनिक अभ्यास में बदल रहे हैं। यह एक नए पितृत्व का आह्वान है, जो पारंपरिक भूमिकाओं को चुनौती देता है। यह एक छोटा कदम है, लेकिन यह बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकता है।

Andalib Ansari अगस्त 7 2025

इस बात का असली अर्थ यह है कि जीवन का अर्थ उसके बाहरी चमक से नहीं, बल्कि उसके भीतर के शांत लम्हों से होता है। शाहरुख खान ने यह दिखाया कि जब तुम अपने बच्चे के साथ एक गेम खेलते हो, तो वो तुम्हारे लिए दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म बन जाता है। जब तुम घर की सफाई करते हो, तो वो तुम्हारे लिए एक ध्यान का अभ्यास बन जाता है। और जब तुम खुद के लिए समय निकालते हो, तो तुम अपने आत्मा को जीवित रखते हो। यह वह ज्ञान है जो हमें सबसे बड़ा धन देता है - अपने आप को जानने की क्षमता।

Pooja Shree.k अगस्त 8 2025

बहुत अच्छा है कि शाहरुख जी घर का काम करते हैं और बच्चों के साथ वक्त बिताते हैं ये बहुत जरूरी है क्योंकि बच्चों को अपने पिता की आवाज़ और मुस्कान चाहिए और अगर वो बाहर रहते हैं तो बच्चे उनसे दूर हो जाते हैं और शाहरुख जी ने बहुत अच्छा किया कि वो अपने बच्चों के साथ हैं और घर की सफाई भी करते हैं

Vasudev Singh अगस्त 9 2025

शाहरुख खान की ये जिंदगी जीने की शैली बहुत प्रेरणादायक है। वो एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन फिर भी वो अपने बच्चों के साथ गेम खेलते हैं, उनके होमवर्क में मदद करते हैं, और घर की सफाई भी करते हैं। ये बातें छोटी लगती हैं, लेकिन ये वास्तविक जीवन के बड़े पल हैं। इन छोटे-छोटे कामों में ही तो परिवार का असली आधार बनता है। आज के समय में जहां लोग अपने बच्चों के साथ वक्त बिताने के बजाय फोन पर लगे रहते हैं, शाहरुख जी ने एक अलग नमूना दिखाया है। उनके पिता की वो बात - जो कुछ नहीं करते, वो कमाल करते हैं - ये बहुत गहरी है। इसका मतलब है कि कभी-कभी बस रुक जाना, बस अपने आप को रिचार्ज करना, और बस अपने परिवार के साथ बैठना - यही सबसे बड़ी उपलब्धि है। ये बातें बस फिल्मों में नहीं, बल्कि हमारे घरों में भी होनी चाहिए।

Arpit Jain अगस्त 9 2025

तो फिर शाहरुख जी अपने घर के बारे में कोई वीडियो या फोटो नहीं डालते? ये बातें तो बस बातों में आसान हैं।

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