सिटी मॉन्टेसरी स्कूल: क्या है, क्यों चुनें और कैसे पाएँ सही विकल्प

आप बच्चे को पहला स्कूल भेजना चाहते हैं लेकिन समझ नहीं आ रहा कि कौन सा स्कूल सबसे अच्छा रहेगा? कई माता‑पिता अब "सिटी मॉन्टेसरी स्कूल" के नाम से जुड़ी पद्धति की ओर देखते हैं। यह तरीका बच्चा खुद सीखता है, खेल‑खेल में पढ़ाई करता है और उसकी रचनात्मकता बढ़ती है। नीचे हम इस शिक्षा मॉडल को समझेंगे और सही स्कूल चुनने के आसान कदम बताएँगे।

Montessori पद्धति क्या है?

Montessori का मतलब है "सर्वश्रेष्ठ मार्ग" – यानी बच्चा अपने गति से सीखता है, शिक्षक केवल गाइड बनते हैं। कक्षा में रंग‑बिरंगे सामग्री जैसे बॉल्स, ब्लॉक्स और लिटरसी टूल्स होते हैं जो हाथों‑हाथ सीखने को आसान बनाते हैं। बच्चे अपनी रुचि के अनुसार काम चुनते हैं; इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और पढ़ाई का दबाव कम रहता है।

सिटी मॉन्टेसरी स्कूल कैसे खोजें?

1. स्थान देखें: शहर में कई Montessori केंद्र होते हैं, पर आपके घर से दूरी महत्वपूर्ण है। यात्रा समय छोटा रखें ताकि बच्चा थका नहीं।

2. शिक्षकों की ट्रेनिंग: देखिए कि शिक्षक Maria Montessori Association या किसी मान्यता‑प्राप्त संस्था से प्रमाणित हों। अच्छी ट्रेनिंग का मतलब बेहतर गाइडेंस।

3. सुविधा और क्लासरूम सेट‑अप: खुले माहौल, प्राकृतिक रोशनी और बच्चों की उम्र के अनुसार तैयार सामग्री देखें। अगर कक्षा में बहुत शोर या छोटे टेबल हैं तो वह मॉडल सही नहीं हो सकता।

4. फी और स्कॉलरशिप विकल्प: कुछ स्कूल टियर‑1 शहरों में महंगे होते हैं, पर कई जगह सस्ता या स्लाइडिंग-स्केल फीस रखते हैं। अगर आर्थिक मदद चाहिए तो पूछें कि कोई स्कॉलरशिप उपलब्ध है या नहीं।

5. पेरेंट फ़ीडबैक: स्कूल के मौजूदा माता‑पिता से बात करें, उनकी राय सुनें। सोशल मीडिया ग्रुप या स्थानीय फोरम पर रिव्यू पढ़ना भी मददगार होता है।

इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए आप कई संभावित स्कूलों की लिस्ट बना सकते हैं और फिर एक‑एक करके विजिट कर तय करें कि कौन सा आपके बच्चे के लिए सबसे फिट है।

भारत में लोकप्रिय सिटी मॉन्टेसरी स्कूल:

  • Delhi Montessori Academy – नई दिल्ली
  • Montessori House of Learning – मुंबई
  • KIDS Montessori School – बेंगलुरु
  • Little Minds Montessori – हैदराबाद
  • Sunflower Montessori – चेन्नई

इन स्कूलों में अक्सर खुले‑आकृति कक्षा, बाल मनोविज्ञान पर आधारित पाठ्यक्रम और वार्षिक पेरेंट‑टैचर मीटिंग होती है। आप उनकी वेबसाइट या कैंपस विज़िट से ये सब देख सकते हैं।

अंत में एक छोटा सवाल – क्या आप अपने बच्चे को "खेलते‑खेलते" पढ़ाना चाहते हैं? अगर जवाब हाँ है, तो Montessori पद्धति आपके लिए सही विकल्प हो सकता है। याद रखें, सबसे बड़ा फॉर्मूला है: बच्चा खुश रहे, सीखना आसान रहे और वातावरण सुरक्षित हो। इन तीन बातों का ध्यान रखेंगे तो सिटी मॉन्टेसरी स्कूल चुनने में कोई दिक्कत नहीं होगी।

Shubhi Bajoria 4 मई 2025

ICSE बोर्ड परीक्षा 2025 में सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के छात्रों ने रचा नया इतिहास

ICSE और ISC 2025 बोर्ड परीक्षा में सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के छात्रों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। 1,764 छात्रों ने 90% से अधिक अंक हासिल किए, जबकि आठ छात्रों ने 99.75% तक का स्कोर बनाया। स्कूल ने टॉप रैंकर्स को लाखों रुपयों से सम्मानित किया, जिससे संस्थान की शैक्षिक श्रेष्ठता फिर सिद्ध हुई।