SEBI के नवीनतम अपडेट – क्या बदल रहा है?

अगर आप शेयर बाजार में हैं या निवेश करने की सोच रहे हैं, तो SEBI (सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया) की हर खबर आपके लिए जरूरी है। यहाँ हम सरल शब्दों में बताते हैं कि अभी कौन‑से नियम बदल रहे हैं और आपको क्या करना चाहिए।

SEBI की मुख्य जिम्मेदारियां

सबसे पहले समझें कि SEBI का काम क्या है। यह संस्था भारतीय शेयर बाजार को साफ, पारदर्शी और सुरक्षित रखने के लिये बनायी गयी है। इसका मतलब है कि कंपनियों को सही जानकारी देनी होती है, ब्रोकरों को नियम‑कानून मानना पड़ता है और धोखाधड़ी वाले व्यवहार पर कड़ी कार्रवाई की जाती है।

SEBI दो तरह के निवेशकों को देखता है – खुदरा (छोटे) निवेशक और संस्थागत (बड़े) निवेशक। दोनों को समान सुरक्षा देना इसका मुख्य लक्ष्य है, इसलिए नियम बदलते रहते हैं। आप जब भी कोई नई योजना या प्रॉस्पेक्टस पढ़ते हैं तो देखें कि वह SEBI के मानकों पर खरी उतरती है या नहीं।

निवेशकों के लिए हालिया नियम

पिछले महीनों में कुछ अहम बदलाव हुए हैं। सबसे पहले, इंट्राडे ट्रेडिंग की सीमा को कम कर दिया गया है ताकि बाजार में अति‑स्पेकुलेशन न हो। अब छोटे निवेशकों के पास दिन भर में अधिकतम 5% तक ही शेयर खरीद‑बेच का अधिकार है। यह कदम तेज़ी से कीमतों के उतार‑चढ़ाव को नियंत्रित करने के लिये लिया गया था।

दूसरा, SEBI ने क्लाइंट मनी सुरक्षा के लिए नई गाइडलाइन जारी की हैं। अब सभी ब्रोकरों को ग्राहक फंड को अलग-अलग खाते में रखना अनिवार्य है और इस पर नियमित ऑडिट करवाना पड़ेगा। इसका फायदा यह है कि अगर कोई ब्रोकरेज फर्म दिवालिया भी हो, तो आपके पैसे सुरक्षित रहेंगे।

तीसरा बदलाव रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) की मंजूरी प्रक्रिया को तेज किया गया है। अब आप ऑनलाइन आवेदन करके कम समय में REIT में निवेश कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिये अच्छा विकल्प है जो रीयल एस्टेट में सीधे खरीद‑बेच नहीं करना चाहते, लेकिन स्थिर रिटर्न चाहिए।

एक और बात पर ध्यान दें – पर्यावरण, सामाजिक और गवर्नेंस (ESG) नियम. SEबी ने कंपनियों से कहा है कि वे अपने ESG प्रदर्शन को सार्वजनिक रूप से दिखाएँ। इससे निवेशकों को पता चलेगा कि कंपनी टिकाऊ प्रैक्टिस अपनाती है या नहीं। यदि आप ऐसी कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं जो सामाजिक जिम्मेदारी निभा रही हों, तो इस रिपोर्ट को देखें।

अंत में एक आसान टिप: हर महीने SEBI की आधिकारिक वेबसाइट पर “न्यूज एंड अपडेट्स” सेक्शन चेक करें। वहां नई गाइडलाइन, दिशा‑निर्देश और वार्षिक रिपोर्ट आसानी से मिल जाती है। इससे आप अनपेक्षित दंड या नुकसान से बच सकते हैं।

समाचार पढ़ने के बाद अपने निवेश पोर्टफोलियो को फिर से देखना न भूलें। अगर नया नियम आपके मौजूदा शेयरों पर असर डालता दिखे, तो तुरंत ब्रोकर या वित्तीय सलाहकार से बात करें। छोटे‑छोटे बदलाव भी बड़े फर्क ला सकते हैं जब आप सही जानकारी के साथ काम करते हैं।

SEBI की खबरें रोज़ अपडेट होती रहती हैं, इसलिए इस पेज को बार‑बार देखना फायदेमंद रहेगा। स्वर्ण मसाले समाचार पर हम हमेशा सरल भाषा में सबसे जरूरी बातों को आपके सामने लाते हैं – ताकि आप समझदारी से निवेश कर सकें और बाजार के उतार‑चढ़ाव से सुरक्षित रह सकें।

Shubhi Bajoria 24 जून 2024

क्वांट म्यूचुअल फंड के फ्रंट-रनिंग आरोपों पर SEBI की जांच

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) क्वांट म्यूचुअल फंड के खिलाफ फ्रंट-रनिंग के आरोपों की जांच कर रहा है। मुंबई और हैदराबाद में छापेमारी की गई और कई व्यक्तियों से पूछताछ की गई। क्वांट म्यूचुअल फंड ने SEBI की पूछताछ की पुष्टि की है और पूरी तरह से सहयोग करने का आश्वासन दिया है।