भाईयों और बहनों, साल 2025 में कई बार पूर्णिमा आएगी और हर एक का अपना खास असर है। अगर आप भी इस पूरी रात को देखना चाहते हैं तो यहाँ पर सब कुछ आसान भाषा में बताया गया है।
2025 में मुख्य फुल मून की तिथियां 9 जनवरी, 8 फरवरी, 10 मार्च, 9 अप्रैल, 8 मई, 6 जून, 5 जुलाई और 4 अगस्त हैं। इन तारीखों को कैलेंडर में नोट कर लो, क्योंकि रात के समय चाँद बिलकुल साफ़ दिखेगा। मौसम ठंडा या धूप वाला हो सकता है, लेकिन चाँद की रोशनी हमेशा एक जैसी चमकेगी।
अगर आप बड़े शहर में रहते हैं तो हल्की प्रदूषण के कारण थोड़ा धुंधला दिख सकता है, इसलिए खुले मैदान या पहाड़ी इलाके बेहतर होते हैं। घर से बाहर निकलते समय एक छोटी टॉर्च ले लेना फायदेमंद रहेगा, ताकि रास्ता सुरक्षित रहे।
पूरा चाँद देखना सिर्फ नज़र का मज़ा नहीं, कई लोग इसे मौका बना कर कुछ खास काम करते हैं। ज्योतिषी कहते हैं कि फुल मून पर नई शुरुआत करना शुभ रहता है – चाहे वो नया प्रोजेक्ट हो या रिश्ते में सुधार की कोशिश।
फ़ोटोग्राफ़ी का शौक़ीन हों तो ट्राइपॉड रखिए और कैमरा को मैन्युअल मोड में सेट करके चाँद की डिटेल्स कॅप्चर करें। लाइटिंग कम रखें, ताकि बिंब साफ़ आए।
अगर आप आध्यात्मिक चीज़ों में विश्वास रखते हैं तो फुल मून रात को ध्यान या योग का अभ्यास कर सकते हैं। हल्का संगीत बजाएं, आरामदायक पोजिशन में बैठें और गहरी साँस लें – इससे मन शांत रहेगा और ऊर्जा भी बढ़ेगी।
बच्चों के साथ बाहर निकलते समय उन्हें चाँद की कहानी सुनाना भी एक अच्छा विकल्प है। कहानियों से उनका कल्पनाशील दिमाग विकसित होगा और रात का माहौल और मज़ेदार बन जाएगा।
ध्यान रखें, अगर आप ग्रामीण इलाके में हैं तो रात में कुछ जंगली जानवरों के आवाज़ें आ सकती हैं। इसलिए हमेशा सावधानी बरतें और अपने साथ एक छोटी टॉर्च या मोबाइल की फ्लैश रखिए।
सामान्य तौर पर फुल मून 2025 का मज़ा उठाने के लिए तैयार रहें, प्लान बनाएं और इन तिथियों को याद रखें। चाहे आप फ़ोटो खींचना चाहें या सिर्फ चाँद की रोशनी में बैठकर गहरी सोच करना चाहते हों, इस साल का फुल मून आपके लिए कई नई संभावनाएँ लेकर आएगा।
तो इंतजार किस बात का? अपने कैलेंडर में मार्क करें और अगले पूर्णिमा के दिन बाहर निकलें। पूरा चाँद आपका इंतज़ार कर रहा है।
11-17 मई 2025 का हफ्ता मेष राशि के लिए कई बड़े बदलाव लेकर आ रहा है। फुल मून रिश्तों और पैसों पर असर डालेगा, वहीं करियर में अचानक मौके मिल सकते हैं। संभलकर फैसले लेने की ज़रूरत है, क्योंकि जल्दबाज़ी में किया गया कोई कदम नुकसान दे सकता है।