सरकार ने हाल ही में ईंधन पर अतिरिक्त टैक्स लगाया है। इसका सीधा असर पेट्रोल और डीजल की रिटेल कीमतों पर पड़ता है, जिससे रोज‑मर्रा के खर्चे बढ़ते हैं। अगर आप नहीं चाहते कि हर लीटर का दाम आपको झकझोर दे, तो इस लेख में बताई गई बातों को ज़रूर पढ़ें।
बजट 2025 में सरकार ने राजस्व बढ़ाने के लिए ईंधन कर में 3% की वृद्धि का प्रावधान किया। पेट्रोल पर अब अतिरिक्त ₹4.50/लीटर और डीजल पर ₹5.20/लीटर जोड़ दिया गया है। यह कदम मुख्यतः सड़क विकास, पर्यावरणीय प्रोजेक्ट और सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए फंड जुटाने को लेकर लिया गया है।
नयी दरें लागू होने से पहले ही कई राज्य सरकारों ने अपना हिस्सा बढ़ा कर कुल कीमत में लगभग ₹8‑9 तक का इजाफ़ा किया था। अब यह रकम और भी बढ़ेगी, इसलिए गैस स्टेशन पर दिखने वाला प्राइस टैग आपके अनुमान से थोड़ा अधिक होगा।
1. कारपूलिंग अपनाएँ – अगर रोज़ाना एक ही रास्ते पर कई लोग निकलते हैं, तो एक कार में सवार होकर ईंधन की खपत आधी तक घटा सकते हैं। 2. इको‑ड्राइविंग सीखें – तेज़ गति से चलाने की बजाय 50‑60 किमी/घंटा रखिए, और अनावश्यक रुकावटों से बचें। इससे माइलेज बेहतर होगा और पेट्रोल की खपत कम होगी। 3. स्मार्ट रूट प्लानिंग – GPS या मैप ऐप का इस्तेमाल करके सबसे छोटे रास्ते चुनें। ट्रैफ़िक जाम में फँसे रहने से ईंधन बर्बाद हो जाता है। 4. इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड वाहन पर विचार करें – यदि आप कार बदलने की सोच रहे हैं, तो इलेक्ट्रिक मॉडल की लम्बी अवधि में बचत काफी होती है, खासकर जब ईंधन कर बढ़ता रहता है। 5. ईंधन कार्ड और रिवॉर्ड प्रोग्राम का लाभ उठाएँ – कई पेट्रोल पम्प्स पर ईंधन कार्ड से भुगतान करने पर कैशबैक या पॉइंट मिलते हैं, जो बाद में अन्य खरीदारी में इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
इन टिप्स को अपनाकर आप न केवल महंगाई का असर कम कर पाएँगे, बल्कि पर्यावरण के लिए भी योगदान देंगे। याद रखें, छोटे‑छोटे बदलाव बड़ी बचत लाते हैं।
यदि आप अभी भी अनिश्चित हैं कि नई टैक्स दरों से आपका बिल कितना बढ़ेगा, तो अपने स्थानीय पेट्रोल पम्प पर पूछें या ऑनलाइन ईंधन कैलकुलेटर का इस्तेमाल करके अनुमान लगाएँ। इससे आपको अगले महीने के बजट की तैयारी में मदद मिलेगी।
अंत में एक बात याद रखें – कर वृद्धि सरकार के बड़े योजना का हिस्सा है, लेकिन आपका व्यक्तिगत खर्चा नियंत्रण में रखकर आप इस बदलाव को सहज बना सकते हैं। अब देर न करें, आज ही कुछ कदम उठाएँ और अपने खर्चे पर पकड़ बनाएँ।
कर्नाटक मिल्क फेडरेशन ने नंदिनी दूध की कीमत में ₹2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस फैसले के पीछे राज्य सरकार द्वारा ईंधन पर बिक्री कर बढ़ाने से पेट्रोल और डीजल कीमतों में वृद्धि का कारण है। नई कीमतें, विभिन्न दूध की श्रेणियों पर लागू होंगी।