जब बात दीपावली 2025, भारत में रोशनी का पाँच दिवसीय त्यौहार, पतझड़ के अंत में मनाया जाता है. Also known as दिवाली, यह त्योहार परिवार, दोस्त और शॉपिंग के मेल से ख़ास बनता है। हर साल की तरह इस साल भी उत्सव की तैयारियों में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दोनों पहलू शामिल होते हैं। हमारे लेखों में आपको रिवाज़, पूजा, फायरवर्क्स और शॉपिंग जैसे विषयों पर गहरी जानकारी मिलेगी, जिससे आप अपने घर और दिल दोनों को रोशन कर सकेंगे।
पहले तो रिवाज़, परम्परागत प्रथा जो घर‑घर में अलग‑अलग रूप में निभाई जाती हैं देखें। हर परिवार में दीप जलाना, मिठाई बाँटना और दुश्मनों से रक्षा के लिए लक्ष्मी पूजन एक ही रात में होते हैं। 2025 में सबसे ज़्यादा देखा गया रिवाज़ है ‘सकारात्मक ऊर्जा को घर में बुलाना’ – जिसमें घर की सफ़ाई, अंधेरे को हटाना और नए कपड़े पहनना शामिल है। इस रिवाज़ का उद्देश्य न केवल बाहरी रोशनी, बल्कि मन की भी अंधकार को दूर करना है।
दीपावली 2025 में पूजा, धार्मिक अनुष्ठान जो देवी-देवताओं की स्तुति में किया जाता है भी अहम भूमिका निभाती है। मुख्य पूजा लक्ष्मी, सरस्वती और गणेश जी की होती है, जिससे धन, ज्ञान और विघ्नहर्ता की कृपा मिलती है। इस साल विशेषकर ऑनलाइन पवित्र ग्रंथों के जरिए वर्चुअल पूजा को भी बहुत लोकप्रियता मिली, क्योंकि कई लोग अपनी व्यस्तता और यात्रा प्रतिबंध के कारण घर से ही पूजा करना पसंद कर रहे हैं। पूजा में उपयोग होने वाले सामग्री जैसे अगरबत्ती, मोती और दियों के प्रकार भी 2025 में इको‑फ्रेंडली विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं।
जब बात फायरवर्क्स, आकाश में रंग‑बिरंगे पटाखे और पिचकारियां की आती है, तो दीपावली 2025 ने नई सुरक्षा मानकों को अपनाया। कई शहरों में पिचकारी पर प्रतिबंध लगा दिया गया और अब इलेक्ट्रिक फायरवर्क्स को प्राथमिकता दी जा रही है। यह बदलाव न सिर्फ पर्यावरण को बचाता है, बल्कि आवाज़ की आवाज़ से परेशान पड़ोसियों की समस्या को भी हल करता है। इस साल के फायरवर्क्स शेड्यूल में पारंपरिक दिहाड़ी, रोशनी की लहरें और सामुदायिक शो शामिल हैं, जिनमें लोग मिलकर रंगीन क्षणों का साक्षी बनते हैं।
दूसरी ओर, शॉपिंग, भारी खरीदारी और उपहारों का आदान‑प्रदान दीपावली के दौरान एक बड़ा व्यापारिक अवसर बन जाता है। 2025 में ऑनलाइन मार्केटप्लेस ने फैशन, इलेक्ट्रॉनिक्स और गृह सज्जा की भारी छूट दी, जबकि रिटेलर्स ने लोकल कारीगरों के उत्पादों को प्रमुखता से पेश किया। इस साल ‘वित्तीय सुरक्षा’ को ध्यान में रखते हुए कई वेबसाइट्स ने किफ़ायती पैकेज और ‘बाय‑वन‑गेट‑वन‑फ़्री’ ऑफ़र दिया। साथ ही, उपभोक्ता जागरूकता बढ़ी है और लोग टिकाऊ, प्रमाणित उत्पादों की ओर झुकाव रख रहे हैं।
सेफ़्टी और एटिकल पहलू भी इस साल के थीम में शामिल हुए। उज्जवल रोशनी और शॉपिंग के पीछे, सरकार ने पर्यावरणीय नियम कड़े किए। कई राज्य ने प्लास्टिक लाइटिंग को प्रतिबंधित किया और पुनः प्रयोग योग्य दीयों को अपनाने की सलाह दी। साथ ही, पटाखे के बर्तन और फायरवर्क्स की बिक्री पर लाइसेंसिंग प्रक्रिया आधिकारिक बनी। इन कदमों से न केवल हवा साफ़ रहती है बल्कि लोगों को सुरक्षित रखता है।
अब आप तैयार हैं, इस पेज के नीचे के लेखों में गहराई से पढ़ने के लिए: रिवाज़ के विस्तृत विवरण, पूजा के नए ट्रेंड, फायरवर्क्स की सुरक्षा टिप्स और शॉपिंग गाइड। हर लेख में 2025 की ताज़ा जानकारी, उपयोगी सुझाव और स्थानीय कहानियां शामिल हैं, जिससे आपका दीपावली अनुभव पूरी तरह से बेहतरीन बन जाएगा।
दीपावली 2025 को 20 अक्टूबर को लक्ष्मी‑गणेश‑कुबेर की पूजा का शुभ मुहूर्त, पावन विधि और विशेषज्ञ टिप्स, नई दिल्ली सहित पूरे भारत में।