जब हम दशहरा, अंतिम पर्व जो बुराई पर अच्छाई की जीत दर्शाता है, भगवान राम द्वारा रावण के वध की स्मृति में मनाया जाता है. Also known as विजयादशमी, it भारत के कई हिस्सों में अलग‑अलग रूप में जलाया जाता है, लेकिन सभी का लक्ष्य समान है‑ बुराई पर जीत. इस त्यौहार की गूँज में राम, अयोध्या के राजा जिन्होंने रावण को हराया, इस कहानी का हीरौ है और रावण, एक भयंकर राजा जिसकी शक्ति और अहंकार ने उसे अंत में नष्ट कर दिया भी शामिल हैं. इन मूलभूत पात्रों के अलावा विजयादशमी, दशहरा का दूसरा नाम, जो विशेष रूप से उत्तर भारत में धूमधाम से मनाया जाता है भी महत्वपूर्ण है. इस तरह दशहरा, राम, रावण, और विजयादशमी आपस में जुड़े हुए हैं – यह एक सांस्कृतिक त्रयी बनाता है जिसका असर पूरे उपमहाद्वीप में फ़ैलता है.
दशहरा सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि कई सालों से चलती हुई प्रथा है। कई शहरों में रावण, कुंभकर्ण, मेघनाद और स्मृति के पुतले बनाकर उन्हें जलाया जाता है, जिससे बुराई को जला कर दूर किया जाता है. इस समय पूजा, धार्मिक अनुष्ठान जो लोगों को एकजुट करता है और सकारात्मक ऊर्जा देता है भी प्रमुख भूमिका निभाती है. लोग इस दिन माँ दुर्गा, भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं, जिससे घर‑घर में समृद्धि के आशीर्वाद का भरोसा रहता है. उत्तर भारत में शास्त्रीय नृत्य और संगीत कार्यक्रम होते हैं, जबकि दक्षिण में रावण के पुतले को जलाने के बाद कस्बों में मंडलीय स्वर और नाच देखे जाते हैं. इस विविधता से स्पष्ट होता है कि दशहरा भारत की सांस्कृतिक विविधता को जोड़ता है और सामाजिक बंधन को मजबूत करता है.
हर साल दशहरा की ख़बरें समाचारों में तेज़ी से आती हैं – चाहे वह रणथम्भौर में राजसी राजभवन की रौनक हो या हरदौल में स्थानीय कारीगरों की कारीगरी. इस संकेत से पता चलता है कि आज का दशहरा न केवल धार्मिक, बल्कि आर्थिक और पर्यटकीय पहलुओं में भी महत्वपूर्ण है. कई शहरों में इस पर्व के दौरान व्यापारियों की बिक्री में उछाल आता है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को फायदा होता है. साथ ही, मिलते‑जुलते परिवारों के बीच मिलन, पुराने रिश्ते तरोताजा होते हैं और युवा पीढ़ी अपने धरोहर को समझते हैं. इस तरह दशहरा सिर्फ एक त्यौहार नहीं, बल्कि एक सामाजिक इंजिन है जो कई क्षेत्रों को एक साथ घुमाता है.
अब आप इस पेज पर नीचे आने वाले लेखों में पाएँगे: दशहरा की विभिन्न प्रदेशीय रीति‑रिवाज, राजस्थानी रावण दहन की झलक, भारत में दशहरा के इतिहास पर विश्लेषण, तथा इस त्यौहार से जुड़े आधुनिक ट्रेंड। चाहे आप रिवाजों को समझना चाहते हों या अपने परिवार के साथ कैसे मनाएँ, यहाँ सही जानकारी मिलेगी. तैयार हो जाइए, क्योंकि अगले हिस्से में हम आपको दशहरा के हर पहलू से रूबरू करवाएंगे.
IMD ने 1 अक्टूबर को दिल्ली में हल्की बारिश की चेतावनी जारी की, जिससे तापमान 23‑31 °C तक गिरा। 3‑5 अक्टूबर तक बादल‑बारिश की संभावना और दशहरा के उत्सव पर विशेष सावधानियां।