क्या आप जानते हैं कि NSE पर कल कौन सी शेयरें तेज़ी से चढ़ीं? यहाँ हम रोज़ाना के मुख्य आँकड़े, बड़े‑बड़े इंडेक्स की दिशा और कुछ आसान टिप्स देंगे ताकि आपके निवेश में दिमाग लग सके। पढ़ते रहिए, समझते रहिए।
NIFTY 50 ने पिछले सत्र में 0.6% की बढ़त दर्ज की, जबकि सेंसेक्स भी 0.4% ऊपर गया। इस उछाल का कारण प्रमुख IT और फाइनेंशियल कंपनियों की मजबूत क्वार्टरली रिपोर्ट है। ट्रेडिंग वॉल्यूम में औसतन 2.3 करोड़ शेयरों से हल्का गिरावट आई, जिसका मतलब है कि बड़े निवेशकों ने थोड़ा साइड‑स्टेप किया।
बैंकिंग सेक्टर का प्रदर्शन भी दिलचस्प रहा—HDFC बैंक और ICICI बैंक दोनों ने 1% से अधिक की वृद्धि दिखाई। यदि आप इस सेक्टर में नया पोजीशन खोलने की सोच रहे हैं, तो इन बैंकों के प्रॉफिट मार्जिन को ध्यान में रखें।
उर्जा शेयरों पर थोड़ा दबाव रहा; Reliance और BPCL ने क्रमशः 0.5% और 0.8% घटाया। अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों की अस्थिरता इसका मुख्य कारण है। अगर आप रिफाइनरी या पेट्रोलियम स्टॉक्स में निवेश करते हैं, तो हेजिंग स्ट्रैटेजी अपनाना फायदेमंद रहेगा।
पहली बात—मार्केट की दैनिक खबरें सिर्फ़ शीर्षक नहीं पढ़नी चाहिए, बल्कि उन आंकड़ों को समझना ज़रूरी है जो कीमतों को चलाते हैं। उदाहरण के तौर पर, किसी कंपनी का डिविडेंड यील्ड या फॉर्म 4 रिपोर्ट देखें।
दूसरा टिप—अपना पोर्टफोलियो सेक्टर‑वाइस बाँटें। केवल टेक या बैंकों में सारे पैसे नहीं लगाएँ; हेल्थकेयर और कंज्यूमर गैड्स भी अच्छे विकल्प हैं, खासकर जब इनकी ग्रोथ रेट स्थिर रहती है।
तीसरा—स्टॉप‑लॉस सेट करें। अगर आप दिन‑दिन ट्रेडिंग कर रहे हैं तो 2% से ज्यादा नुकसान पर पोजीशन बंद कर देना चाहिए, ताकि बड़े नुक़सान से बच सकें।
चौथा सुझाव—बाजार के भाव को समझने में समय लगाना बेहतर है बजाय हर छोटे‑छोटे उतार‑चढ़ाव पर प्रतिक्रिया देने के। लंबी अवधि की रिटर्न अक्सर स्थिर और कम जोखिम वाले निवेशकों को मिलती है।
अंत में, अगर आप NSE पर नई कंपनियों का अनुसंधान कर रहे हैं तो उनके प्राइस‑टू‑इर्निंग्स (P/E) रेशियो देखना न भूलें। बहुत हाई P/E अक्सर ओवरवैल्यूएशन की निशानी होती है, जबकि बहुत लो ratiod undervalued संकेत देती है।
ये सारी बातें मिलकर आपके ट्रेडिंग निर्णय को मजबूत बनाती हैं। आज के आँकड़े, सेक्टर का रुझान और आसान टिप्स याद रखिए—और फिर देखेंगे कैसे आपका पोर्टफोलियो आगे बढ़ता है।
GSM Foils का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) 28 मई को बंद हुआ। कंपनी के शेयर 31 मई को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होंगे। निवेशक अब IPO अलॉटमेंट स्टेटस ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। अलॉटमेंट स्टेटस Bigshare Services की वेबसाइट या NSE की वेबसाइट पर चेक किया जा सकता है। यहां जानिए स्टेटस कैसे चेक करें।