क्या आपने सुना है कि आजकल अंतरिक्ष में क्या‑क्या हो रहा है? NASA हर दिन नई बातों से भरपूर रहता है, चाहे वह चाँद की फिर से बस्ती बनाना हो या मंगल पर नमूने लाना। इस पेज पर हम आपको आसान भाषा में वो सब बताते हैं जो आप रोज़मर्रा की खबरों में अक्सर मिस कर देते हैं।
अभी-अभी NASA ने आर्थेमिस I का सफल परीक्षण किया। यह एक अर्द्ध‑क्रू उड़ान है, जिसका मतलब है कि भविष्य में असली क्रू वाले चंद्र मिशन भी जल्द ही आएँगे। अगर आप सोच रहे हैं कि चाँद पर फिर से मानव क्यों उतरेंगे, तो इसका बड़ा कारण विज्ञान और तकनीक दोनों को आगे बढ़ाना है – जैसे कि चन्द्र सतह पर बुनियादी ढांचा बनाना, पानी निकालना या सौर ऊर्जा संग्रह करना।
एक और बड़ी खबर जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) की नई तस्वीरें हैं। इस दूरबीन ने गैलेक्सियों के शुरुआती चरणों को दिखाया है, जो हमें ब्रह्मांड की उम्र समझने में मदद करता है। जब आप रात में साफ़ आसमान देखते हैं तो याद रखिए कि ये सब टेलीस्कोप से मिली रोशनी का ही परिणाम है।
मंगल पर परसेवरेंस रोवर ने अभी-अभी दो नए रॉकेट‑सम्बंधित पत्थर भेजे हैं, जिससे वैज्ञानिक यह जान पाएंगे कि मंगल की सतह में पानी कितना बचा है। इस प्रकार के डेटा से भविष्य में मानव मिशन की योजना बनाना आसान हो जाता है।
NASA की अगली बड़ी योजना यूरोपा क्लिपर मिशन है, जो बर्फ‑भरे यूरोपियन चंद्रमा का अध्ययन करेगा। इस मिशन में भारत भी सहयोगी बन रहा है – ISRO के साथ मिलकर वैज्ञानिक उपकरण भेजे जाएंगे। अगर आप भारतीय विज्ञान प्रेमी हैं, तो यह जानना दिलचस्प होगा कि हमारे देश की तकनीक अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रही है।
अगले साल NASA आर्थेमिस II को लॉन्च करेगा, जिसमें पहला महिला astronaut और पहले पुरुष astronaut चाँद के दक्षिण ध्रुव पर उतरेंगे। इस मिशन में भारत से भी छोटे सैटेलाइट या प्रयोगशालाएँ शामिल हो सकती हैं, क्योंकि दोनों देशों ने कई MoU पर हस्ताक्षर किए हैं।
NASA की ये योजनाएँ सिर्फ बड़े वैज्ञानिकों के लिए नहीं हैं; स्कूल और कॉलेज के छात्रों को भी इनसे सीखने का मौका मिलता है। कई ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर NASA लाइव स्ट्रीम, डेटा सेट डाउनलोड या वर्चुअल रियलिटी टूर उपलब्ध होते हैं – आप घर बैठे ही अंतरिक्ष में कदम रख सकते हैं।
अगर आप इस जानकारी को और गहराई से समझना चाहते हैं तो स्वर्ण मसाले समाचार की रोज़ाना अपडेट पढ़ते रहिए। हम लगातार NASA के नए एन्हांसमेंट, लॉन्च शेड्यूल और वैज्ञानिक परिणामों को सरल भाषा में लाते हैं, ताकि आप हमेशा तैयार रहें।
NASA का नवीनतम अंतरिक्ष मिशन, जो पहले एक नियमित मिशन माना जा रहा था, अब एक संकट में तब्दील हो गया है। मिशन के 77 दिनों बाद भी, सुनिता विलियम्स और बैरी विलमोर आईएसएस में फंसे हुए हैं। मुख्य कारण बोइंग स्टारलाइner कैप्सूल में गंभीर खराबियाँ हैं। NASA दो संभावित समाधान पर विचार कर रहा है, लेकिन स्थिति अब भी बेहद कठिन है।