हर सुबह बाजार जाते समय आपको अक्सर एक ही सवाल सुनाई देता है – ‘आज दूध कितना मिल रहा है?’ कीमतों में रोज‑रोज हलचल रहती है, इसलिए इस लेख में हम आज के प्रमुख कारण और बचत के आसान उपाय बताने वाले हैं।
सबसे पहला कारन है दूध उत्पादन लागत. जब चारा, बिजली या पानी महंगा होता है तो किसान को अपना खर्च उठाना पड़ता है और वो खुदरा कीमत में जोड़ते हैं। दूसरा बड़ा असर मौसम का बदलाव है; बरसात के मौसम में दुग्धी पशुओं की खाद्य आपूर्ति कम हो जाती है, जिससे उत्पादन घट जाता है। तिसरी बात, ट्रांसपोर्ट लागत. ईंधन दरें ऊपर‑नीचे होती रहती हैं और वह सीधे ही दूध की डिलीवरी कीमत पर असर डालती हैं। अंत में, मौसमी मांग भी भूमिका निभाती है – ठंडे मौसम में लोग गर्म पेय के लिए ज्यादा दूध लेते हैं, तो माँग बढ़ने से कीमतें उठ सकती हैं।
अब बात करते हैं पैसे बचाने की. सबसे पहला कदम है स्थानीय डेयरियों से सीधे खरीदना. बिचौलिया हटाने से आप 5‑10 प्रतिशत तक बचा सकते हैं। दूसरा तरीका, ड्राई मिल्क या पाउडर का उपयोग करना। इन्हें पानी में घोलकर आप वही पोषक तत्व पा सकते हैं और कीमत कम रहती है। तीसरा सुझाव, महीने के अंत में बड़े पैकेज खरीदना. कई सुपरमार्केट्स इस समय डिस्काउंट देते हैं, जिससे प्रति लीटर लागत घट जाती है। अंत में, अपने पड़ोस के साथ मिलकर सामूहिक खरीदारी करें – एक ही डिलीवरी पर कई लोग मिलें तो खर्च कम हो जाता है।
ध्यान रखें कि सस्ते दूध का मतलब हमेशा खराब नहीं होता। भरोसेमंद स्रोत चुनें और पैकेजिंग की तारीख देखना न भूलें। यदि आप नियमित रूप से दही या पनीर बनाते हैं, तो थोक में खरीदा हुआ दूध फ्रीज़र में रख सकते हैं – इससे बचत दो गुना हो जाती है।
समय‑समय पर सरकारी सब्सिडी योजनाओं का भी फायदा उठाएं. कई राज्यों में रेशन कार्ड वाले परिवारों को सस्ते दही या टकिया के रूप में दूध मिल सकता है। इस जानकारी को स्थानीय तहखाने या ऑनलाइन पोर्टल से अपडेट रखें।
अंत में, अगर आप रोज़ की खपत को कम करना चाहते हैं तो दूध का विकल्प जैसे सोया, बादाम या ओट मिल्क ट्राय करें. ये अक्सर सस्ते और स्वास्थ्य‑वर्धक होते हैं, विशेषकर उन लोगों के लिए जो लैक्टोज असहिष्णु हैं।
तो अब जब आप बाजार में जाएँ, तो इन बातों को याद रखें – कीमतें क्यों बदलती हैं, कहां से सस्ता मिल सकता है और कैसे बचत की जा सकती है. जानकारी रखकर ही आप स्मार्ट खरीदारी कर पाएंगे.
कर्नाटक मिल्क फेडरेशन ने नंदिनी दूध की कीमत में ₹2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस फैसले के पीछे राज्य सरकार द्वारा ईंधन पर बिक्री कर बढ़ाने से पेट्रोल और डीजल कीमतों में वृद्धि का कारण है। नई कीमतें, विभिन्न दूध की श्रेणियों पर लागू होंगी।