लोकसभा चुनाव के छठे चरण में मतदान, दिल्ली और उत्तर भारत के प्रमुख सीटों पर नज़र

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में मतदान, दिल्ली और उत्तर भारत के प्रमुख सीटों पर नज़र
Shubhi Bajoria 25 मई 2024 20 टिप्पणि

लोकसभा चुनाव के छठे चरण की शुरूआत

भारत के लोकसभा चुनाव 2023 के छठे चरण का मतदान आज शुरू हो चुका है। इस चरण में कुल 58 सीटें दाव पर हैं, जिसमें उत्तर भारत के प्रमुख राज्य और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी शामिल हैं। दिल्ली की सभी सात सीटों के लिए भी आज ही मतदान हो रहा है, जिन पर सभी की नज़रे टिकी हुई हैं।

चुनाव प्रक्रिया

लोकसभा चुनाव कुल सात चरणों में आयोजित किए गए हैं। पहले पांच चरण क्रमशः 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, और 20 मई को संपन्न हुए। पूरे देश में मतदान सुचारू रूप से चल रहा है, और मतदाताओं की भागीदारी उत्साहजनक रही है। छठे चरण के बाद अंतिम चरण का मतदान 1 जून को होगा और मतगणना 4 जून को निर्धारित है।

महत्वपूर्ण चुनावी क्षेत्र

छठे चरण में जिन 58 सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें दिल्ली और उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कुछ निर्वाचन क्षेत्र भी शामिल हैं।

दिल्ली के चुनावी मैदान पर नजर डालें तो यहां के राजनीतिक समीकरण किसी भी दल के लिए चुनौतियां पेश कर सकते हैं। आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (INC) के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। प्रत्येक सीट पर विभिन्न उम्मीदवार अपने-अपने प्रचार के साथ मतदाताओं को लुभाने की कोशिश में जुटे हैं।

छठे चरण की चुनौतियां

इस छठे चरण के मतदान के दौरान कुछ विशेष चुनौतियाँ भी हैं। कई निर्वाचन क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि चुनाव पूरी तरह से शांति और सुरक्षा के माहौल में संपन्न हो सके। कुछ क्षेत्र पर्यावरणीय समस्याओं जैसे कि गर्मी और जाम से भी जूझ रहे हैं, जो मतदान के प्रतिशत को प्रभावित कर सकते हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य

बात करें कुछ आंकड़ों की, तो इस बार लगभग 10 करोड़ मतदाता छठे चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें से युवा और नए मतदाता भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। विभिन्न एजेंसियों और गैर सरकारी संगठनों द्वारा भारत के युवाओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए विविध अभियान भी चलाए जा रहे हैं।

आखरी चरण और मतगणना

छठे चरण के बाद, सातवां और आखिरी चरण 1 जून को आयोजित किया जाएगा, जिसमें बचे हुए निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। इसके पश्चात, 4 जून को मतगणना होगी और उसी दिन स्पष्ट हो जाएगा कि अगली सरकार कौन बनाएगा। भारतीय लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी की नजरें नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर टिकी हुई हैं।

लोकसभा चुनाव के इस छठे चरण का महत्व अन्य चरणों से कुछ ज्यादा ही माना जा रहा है क्योंकि यह चुनावी प्रक्रिया के अंत की ओर बढ़ने का संकेत देता है। पार्टियाँ और उनके उम्मीदवार अंतिम चरण में अपनी पूरी शक्ति लगाकर मैदान में उतर रहे हैं, जिससे यह देखना और भी रोचक हो जाता है कि चुनाव का अंतिम परिणाम क्या होगा।

20 टिप्पणि
MANOJ PAWAR मई 26 2024

ये छठा चरण बस शुरुआत है, असली लड़ाई तो मतगणना के बाद शुरू होगी। अब तक का हर चरण बता रहा है कि लोग बदल रहे हैं।

Pooja Tyagi मई 26 2024

दिल्ली में AAP का जो जमकर प्रचार हुआ, वो सिर्फ टीवी पर नहीं, घर-घर तक पहुंचा! अब देखना है कि ये भावनाएं मतदान में कैसे बदलती हैं!!!

Kulraj Pooni मई 27 2024

ये सब लोकतंत्र का नाटक है... एक तरफ युवा जाग रहे हैं, दूसरी तरफ पुराने लोग अपनी पार्टी के नाम पर वोट दे रहे हैं... ये देश कैसे आगे बढ़ेगा?

Hemant Saini मई 28 2024

मुझे लगता है कि ये चुनाव सिर्फ एक पार्टी के जीतने के बारे में नहीं है... ये तो युवाओं की आवाज़ के बारे में है। जब तक ये आवाज़ सुनी जाएगी, देश ठीक नहीं होगा।

Nabamita Das मई 29 2024

बिहार और झारखंड में जो भी वोट दे रहे हैं, वो अपने आप को नहीं, अपने जनजातीय अस्तित्व के लिए वोट दे रहे हैं। ये बात कोई नहीं समझता।

chirag chhatbar मई 31 2024

aap ka kya hua? sabhi ka kuchh bhi nahi hua... bas bhaiya ji ke naam pe vote diya jata hai

Aman Sharma मई 31 2024

अगर आपको लगता है कि ये चुनाव न्यायसंगत है, तो आपने कभी चुनावी वित्त के आंकड़े देखे ही नहीं। ये सब धोखा है।

sunil kumar जून 1 2024

युवाओं को जागरूक करने के लिए जो अभियान चल रहे हैं, वो बहुत अच्छे हैं! अब ये वोट डालने की जिम्मेदारी भी संभालनी होगी! ये देश तब तक नहीं बदलेगा जब तक हम सब अपने वोट को जीवन का हिस्सा न बना लें!!!

Arun Kumar जून 2 2024

हर कोई अपनी बात कह रहा है... लेकिन किसी ने ये नहीं कहा कि गरीबी के बाद भी लोगों को वोट देने के लिए बाध्य किया जा रहा है। ये लोकतंत्र नहीं, बलात्कार है।

Snehal Patil जून 2 2024

AAP के लिए दिल्ली बहुत ज्यादा है। बस एक शहर पर जीत नहीं होगी। और BJP? वो तो बस नारे लगा रहा है।

Vikash Yadav जून 4 2024

ये चुनाव देखकर लगता है जैसे कोई बड़ा बैंक बंद हो रहा हो... लोग बाहर खड़े हैं, लेकिन अंदर क्या हो रहा है, ये कोई नहीं जानता। बस बातें हो रही हैं।

sivagami priya जून 5 2024

मैंने अपने बेटे को वोट डालने के लिए बुलाया! उसने कहा माँ, ये चुनाव हमारा है! मैंने रोते हुए कहा... हाँ बेटा, ये तुम्हारा है!!!

Anuj Poudel जून 5 2024

हर चरण में एक नया संदेश मिलता है। इस बार वो संदेश है - युवा अब बस नारे नहीं, बल्कि नीति चाहते हैं। ये बदलाव असली है।

Aishwarya George जून 6 2024

मतदान की उच्च भागीदारी एक अच्छा संकेत है, लेकिन उसके साथ ही यह भी जांचना जरूरी है कि वोट की गुणवत्ता कैसी है। क्या लोग जानबूझकर वोट कर रहे हैं या केवल अंधविश्वास से?

Vikky Kumar जून 8 2024

आप सब ये कह रहे हैं कि युवा जाग रहे हैं... लेकिन आप भूल रहे हैं कि ये युवा अपने घरों में अपने पिता के वोट को फोन पर ले आते हैं। ये जागृति नहीं, बस एक नया तरीका है।

manivannan R जून 9 2024

aap ki bhasha toh acchi hai lekin unki policy ka kya? kuchh bhi nahi... bas slogan aur photo op

Uday Rau जून 11 2024

मैं बिहार से हूँ... यहाँ के लोग अब अपनी जमात, जाति और भाषा के बजाय अपने भविष्य के लिए वोट कर रहे हैं। ये बदलाव छोटा नहीं है। ये देश का दिल है।

sonu verma जून 12 2024

मैंने अपनी माँ को वोट डालने के लिए बुलाया... वो बोली, बेटा, मैंने तो अपने बाप के नाम पर ही वोट दिया था... लेकिन आज मैंने अपने नाम पर दिया।

Siddharth Varma जून 13 2024

kya bhai ye sab real hai ya sirf media ki baat hai? kuchh toh alag hi lag raha hai

chayan segupta जून 14 2024

भाई ये चुनाव तो बस एक खेल है... जीतने वाला तो बस अपना घर बनाएगा, बाकी सब बस देखेंगे। लेकिन अगर तुम्हारा वोट तुम्हारा है, तो उसे जरूर डालो!

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